प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाएं नहीं आ रहीं पटरी पर: अखिलेश
सीएम का आदेश भी बेकार
- 108 व 102 एम्बुलेंस सेवा हो गई चौपट
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ । सीएम के इतने निर्देशों के बाद भी प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था चरमराई हुई। ये आरोप सप मुखिया अखिलेश यादव ने लगाया है। उन्होंने मरीजों के इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री की घोषणाओं और स्वास्थ्य मंत्री की तथाकथित छापेमारी के बावजूद उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाएं पटरी पर नहीं आ रही हैं।
अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि ऐसा कोई दिन नहीं जाता, जब अस्पतालों में मरीज ध्वस्त सिस्टम की खामियों का शिकार न बनते हों। उन्होंने कहा कि लखनऊ के बलरामपुर अस्पताल, लारी और मेडिकल कॉलेज और लोहिया अस्पताल में गंभीर मरीजों का समय से इलाज न मिलने की शिकायतें आए दिन आती हैं। सपा अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि शासन-प्रशासन के शीर्ष पर बैठे लोगों को हालात की जानकारी है। आगे कहा कि सडक़ दुर्घटना में घायलों को अस्पताल पहुंचाने के लिए 108 और प्रसूताओं को अस्पताल लाने और घर जाने के लिए 102 उत्तम एम्बुलेंस सेवा चौपट हो गई है।
पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्षों की सूची जारी
समाजवादी पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के 25 जिला व महानगर अध्यक्षों की सूची प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष डा. राजपाल कश्यप ने जारी कर दी है। जिलाध्यक्ष पद पर आगरा में श्रीकृष्ण वर्मा, लखनऊ में मनोज पाल, हरदोई में विक्रम कुशवाहा, हमीरपुर में सुनील कुमार सविता, वाराणसी में ओम प्रकाश पटेल, फर्रूखाबाद में अरविन्द कश्यप, गाजीपुर में हरेन्द्र विश्वकर्मा, सुल्तानपुर में देवतादीन निषाद एडवोकेट, रायबरेली में गिरिजा शंकर, चन्दौली में डा. वीरेन्द्र कुमार बिन्द, सोनभद्र में कृपाशंकर चौहार, सहारनपुर में रामकिशन सैनी, सम्भल में ओम प्रकाश प्रजापति, एटा में शिवराज सिंह कश्यप, झांसी में सन्तोष रायकबार, झांसी में राजू प्रजापति, कानपुर ग्रामीण में शिव सिंह पाल, जौनपुर में श्याम नारायण बिन्द, भदोही में काशीनाथ पाल, महराजगंज में राजेश निषाद, अम्बेडकरनगर में जितेन्द्र निषाद, मऊ में तापेश्वर राजभर, अयोध्या में त्रिभुवन प्रजापति, कासगंज में उदयभान सिंह राजपूत और अमरोहा में दिग्विजय भाटी नामित किए गये है।