हिस्ट्री-शीटरों और बांग्लादेशियों के अड्डों को मिट्टी में मिलाया

गुजरात में हिस्ट्री-शीटरों और बांग्लादेशियों के अड्डों को मिट्टी में मिलाया जा रहा है। राजकोट में सोमवार को 38 “हिस्ट्री-शीटरों” से जुड़ी 60 से अधिक संपत्तियों को गिराने के बाद आज अहमदाबाद में बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो रही है। हम आपको बता दें कि अहमदाबाद नगर निगम ने 2.5 लाख वर्ग मीटर से अधिक क्षेत्र से अवैध अतिक्रमण हटाने के लिए ध्वस्तीकरण अभियान का आज दूसरा चरण शुरू किया है जोकि चंदोला क्षेत्र में चलाया जा रहा है। इस कार्रवाई को अब तक का सबसे बड़ा बुलडोजर एक्शन बताया जा रहा है। कार्रवाई के दौरान SRP की 25 कंपनियों और 3000 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। ड्रोन कैमरों से भी पूरे क्षेत्र में नजर रखी जा रही है। हम आपको बता दें कि इस क्षेत्र में सभी निर्माण अवैध हैं इसलिए उन्हें हटाया जा रहा है। इस क्षेत्र को मिनी बांग्लादेश के नाम से भी पुकारा जाता है।
जहां तक राजकोट में हुई कार्रवाई की बात है तो आपको बता दें कि पुलिस ने बताया है कि इन मकानों के निवासियों को एक माह पहले दो नोटिस दिए गए थे। जिन लोगों की संपत्तियां गिराई गईं उन पर हत्या, चोरी और मद्य निषेध उल्लंघन जैसे आरोप थे। डीसीपी (ज़ोन II) ने बताया, “हमने 2,610 वर्ग मीटर सरकारी भूमि को खाली कराया, जिसकी कीमत ₹6.52 करोड़ है।” वहीं अन्य अधिकारियों ने बताया कि यह कार्रवाई अवैध निर्माणों के खिलाफ चलाए जा रहे व्यापक अभियान का हिस्सा है।
हम आपको बता दें कि गुजरात के गृह मंत्री हर्ष संघवी ने सरकार की प्रतिबद्धता दोहराते हुए कहा, “राज्य सरकार और पुलिस का स्पष्ट संकल्प है कि यदि कोई अपराध करता है और राज्य की भूमि पर अतिक्रमण करता है, तो हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे… राजकोट के वे सभी स्थान, जो अवैध गतिविधियों का केंद्र बने हुए हैं, उन्हें ध्वस्त कर दिया जाएगा।”
हम आपको यह भी याद दिला दें कि सौराष्ट्र में कई बड़े बुलडोजर एक्शन के बाद पिछले दिनों अहमदाबाद में चंदोला तलाब पर मिनी बांग्लादेश का सफाया किया गया था। इसमें 2000 हजार से अधिक निर्माणों को ढहा दिया गया था। आज इस क्षेत्र में शुरू हुआ बुलडोजर एक्शन पार्ट-2 तीन दिन चलने की उम्मीद जताई जा रही है। इस बीच, अहमदाबाद पुलिस कमिश्नर जीएस मलिक ने बताया है कि 2025 में अब तक कुल 250 बांग्लादेशी पकड़े गए है जिसमें से 207 चंदोला तालाब इलाके से पकड़े गए है। उन्होंने बताया कि 200 से अधिक बांग्लादेशियों को अब तक डिपोर्ट तक कर दिया गया है।
हम आपको बता दें कि चंदोला झील अहमदाबाद शहर की सबसे बड़ी झीलों में से है। शासन ने जब इस झील के आसपास के इलाकों में सौंदर्यीकरण करने के लिए सर्वे शुरू किया तो यह बात सामने आई कि इसके आसपास बांग्लादेश से आये अवैध घुसपैठिये अपना कब्जा जमा चुके हैं। बांग्लादेशियों ने यहां पर ना सिर्फ अपने घर बनाये बल्कि वह गंदगी को झील में डालने लगे जिससे झील प्रदूषित हो गई। जांच के दौरान यह बात सामने आई कि लल्ला बिहारी उर्फ महबूब पठान और कालू मोमिन नामक व्यक्तियों ने बांग्लादेशियों के फर्जी दस्तावेज बनाकर उन्हें यहां बसाने का काम किया। इसके बाद अवैध मकानों को चिन्हित कर उन्हें ढहाने का काम शुरू किया गया।