पीलीभीत में भीषण सड़क हादसा : गंगा स्नान कर लौट रहे श्रद्धालुओं की गाड़ी पेड़ से टकराई, 10 की मौत
- सात लोग घायल, मृतक सभी एक ही परिवार के थे
- सड़क हादसे पर सीएम योगी ने दुख जताया
लखनऊ। पीलीभीत में 17 श्रद्धालुओं से भरी पिकअप अनियंत्रित होकर पेड़ से टकरा गई। इस हादसे में एक ही परिवार के नौ लोगों सहित दस की मौत हो गई, जबकि सात लोग घायल हो गए। इसमें एक की हालत गंभीर बनी हुई है। सभी श्रद्धालु हरिद्वार से गंगा-स्नान करके घर लौट रहे थे। सीएम योगी ने हादसे पर दुख जताया है और मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। हादसा गजरौला थाना क्षेत्र के मालामुड़ के पास हुआ। मरने वालों में दो बच्चे भी शामिल हैं। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलों को एंबुलेंस से इलाज के लिए जिला अस्पताल पहुंचाया। हादसे में घायल एक व्यक्ति ने बताया कि सुबह कुछ लोग नींद में थे। कुछ लोग जगे हुए थे। ड्राइवर को भी बार-बार झपकी आ रही थी। जैसे ही पिकअप गजरौला के पास पहुंची एक तेज धक्का लगा और चीख पुकार मच गई। किसी तरह से गाड़ी से उतरा तो देखा कि पिकअप पेड़ से टकरा गई थी। उसने बताया कि लखीमपुर जिले के गोला कस्बे के रहने वाले लालमन अपने परिवार के साथ पिकअप से घर लौट रहे थे। 2 साल की पोती खुशी उनकी गोद में बैठी थी। हादसे के दौरान लालमन (63) उनकी पत्नी सरला (60), बहु लक्ष्मी (28), रचना (28), पोते हर्ष (16), सुशांत (14) और आनंद (3), पोती खुशी (2) और बेटा श्याम सुंदर (45) की मौत हो गई। परिवार के सीलम, संजीव, प्रशांत, कृष्णपाल घायल हैं, जिनमें प्रशांत की हालत गंभीर बनी हुई है।
शादी के बाद गंगा नहाने गया था परिवार
सड़क हादसे में घायल हुए संजीव शुक्ला की बेटी कुसुम की शादी आठ दिन पहले सीतापुर जिले के मोहम्मदी में हुई थी। शादी का कार्यक्रम संपन्न होने के बाद परिवार के सभी लोग गंगा नहाने गए थे। वापस आते समय हादसा हो गया। सड़क हादसे पर सीएम योगी ने दुख जताया है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि सड़क दुर्घटना में हुई लोगों की मौत अत्यंत दु:खद है। मृतकों के परिवार को दो-दो लाख की आर्थिक सहायता देने घोषणा की गई है। सपा ने भी ट्वीट कर हादसे पर दुख जताया है।
मुखर्जी ने राष्ट्र की सेवा में दिया अपना सर्वोच्च बलिदान : योगी
डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि मनाई
लखनऊ। जनसंघ के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की 69वीं पुण्यतिथि पर आज देश उनको याद कर रहा है। लखनऊ में डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी (सिविल) अस्पताल में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि के बाद उनको नमन किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर कहा कि डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने कांग्रेस की तुष्टीकरण नीति और देश की एकता-अखंडता व सुरक्षा के साथ उनकी खिलवाड़ करने की प्रवृत्ति के खिलाफ आवाज दी थी। उन्होंने स्पष्ट कहा था कि एक देश में दो प्रधान, दो विधान और दो निशान नहीं चलेंगे, और इसके लिए उन्होंने स्वयं को बलिदान किया। मां भारती के अमर सपूत डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस के अवसर पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि डॉ. मुखर्जी ने राष्टï्र की सेवा में अपना सर्वोच्च बलिदान दिया। उनका सम्पूर्ण जीवन राष्टï्रीय एकता-अखंडता के लिए समर्पित रहा। वह जनसंघ के संस्थापक अध्यक्ष थे। उन्होंने भारतीय राजनीति को उत्कृष्ट लोकतांत्रिक मूल्यों से सुवासित कराया। देश की एकता-अखंडता की रक्षा के लिए उनका बलिदान हम सभी के लिए अप्रतिम प्रेरणा है। उन्होंने कहा कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान ने उस समय पूरे देश को झकझोर दिया था। उन्होंने कांग्रेस की तुष्टिकरण की नीति के खिलाफ आवाज उठाई थी।