मरीज को नहीं मिली एंबुलेंस व स्ट्रेचर, पाठक ने दिए जांच के आदेश
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- गाजियाबाद में मरीज को ठेले में लाया गया अस्पताल
लखनऊ। प्रदेश सरकार बेशक एंबुलेंस सेवाओं को बेहतर मान रही हो लेकिन गाजियाबाद में फोन करने पर भी एंबुलेंस मिलना मुश्किल काम है। एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जिसमें मरीज को एंबुलेंस नहीं मिल पाई। मजबूर होकर साहिबाबाद की रहने वाली शोभा अपनी मां जयबाला को ठेले में डालकर जिला एमएमजी अस्पताल पहुंची। ठेले को उसका भाई जयसिंह चलाकर लाया। इसका वीडियो वायरल होने पर उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने जांच बैठा दी है। उन्होंने गाजियाबाद के मुख्य चिकित्सा अधिकारी से 25 जून तक जांच और कार्रवाई रिपोर्ट देने को कहा है। डिप्टी सीएम ने ट्वीट कर लिखा गाजियाबाद में टीबी मरीज को स्ट्रेचर न मिलने व रिक्शे पर मरीज को ले जाने संबंधी मीडिया रिपोर्ट का संज्ञान लेते हुए मैंने सीएमओ, गाजियाबाद को उक्त प्रकरण के संबंध में जांचकर दोषियों के विरुद्ध त्वरित कार्यवाही करते हुए रिपोर्ट 25 जून, 2022 तक उपलब्ध कराये जाने के आदेश दिये हैं। यह भी बता दें कि अस्पताल के गेट पर मरीज को इस स्थिति को देखकर चिकित्सकों में खलबली मच गई। तुरंत ठेला से मरीज को स्ट्रेचर पर डालकर इमरजेंसी में भर्ती कराया गया। इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर डॉ. नितिन प्रियदर्शी ने मरीज की गंभीर हालत को देखते हुए तुरंत जीटीबी अस्पताल दिल्ली के लिए रेफर कर दिया। उधर सीएमओ डा. भवतोष शंखधर ने इस प्रकरण में जांच कराने की बात कही है।
जनप्रतिनिधियों का फोन अवश्य उठाएं अधिकारी : मुख्य सचिव
लखनऊ। प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्रा ने निर्देश दिए हैं कि सभी अधिकारी जनप्रतिनिधियों और उच्चाधिकारियों का फोन जरूर रिसीव करें। उनकी समस्याओं पर कार्यवाही कर उन्हें अवगत भी कराएं। वे जिलों के आला अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर पिछड़े आकांक्षात्मक नगरीय क्षेत्रों को विकसित करने के संबंध में निर्देश दे रहे थे। उन्होंने कहा कि सभी जिला अधिकारी और मंडलायुक्त अपने-अपने जिलों और मंडलों में जलभराव वाले इलाकों की समीक्षा कर बाढ़ बचाव के उपाय करें। उन्होंने कहा कि फाइलें व वित्तीय प्रस्ताव ज्यादा दिन तक लंबित नहीं रखा जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश को एक खरब डॉलर की अर्थव्यवस्था वाला प्रदेश बनाने में हर जिले का योगदान आवश्यक है। स्टार्टअप और न्यू स्किल के साथ हर अच्छे काम को ज्यादा से ज्यादा प्रचारित और प्रसारित करें। लखीमपुर खीरी के डीएम ने केले के रेशे से बने उत्पादों का प्रस्तुतीकरण दिया। औरैया के डीएम ने कबाड़ से बनने वाले साइंस मॉडल का प्रजेंटेशन दिया। संतकबीर नगर के डीएम ने जलभराव रोकने के प्रभावी उपायों का प्रस्तुतीकरण दिया।