शिक्षकों से रिश्वत ली तो होगी कार्रवाई: आतिशी
- शिक्षकों का सम्मान करती है सरकार
- मंत्री ने तबादले पर रोक लगाने के फिर दिए निर्देश
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। दिल्ली के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों के रातोंरात तबादले करने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। शिक्षा मंत्री आतिशी ने दिल्ली के मुख्य सचिव को दिल्ली सरकार के एक स्कूल में दस साल से ज्यादा समय से पढ़ा रहे शिक्षकों के अनिवार्य तबादले के आदेश पर तुरंत रोक लगाने के निर्देश दिए हैं।
इसके साथ ही पूरी तबादला प्रक्रिया में भ्रष्टाचार की जांच करने और किसी अफसर के शिक्षकों से रिश्वत लेने में शामिल होने पर उस पर तुरंत कार्रवाई करने के लिए कहा है। मालूम हो शिक्षा मंत्री द्वारा आदेश निरस्त करने के बावजूद शिक्षा निदेशालय द्वारा दो जुलाई देर रात को पांच हजार शिक्षकों का अनिवार्य तबादला ऑर्डर जारी कर दिया था। इस मामले को लेकर शिक्षा मंत्री आतिशी ने कहा कि 11 जून को दिल्ली सरकार के शिक्षा विभाग ने एक आदेश जारी किया। इस आदेश में कहा गया कि दिल्ली सरकार के स्कूलों में काम करने वाले वो शिक्षक जो एक ही स्कूल में 10 साल से ज्यादा समय से काम कर रहे हैं, उनका अनिवार्य तबादला होगा।
झूठे दावे कर रहीं मालीवाल : डीसीडब्ल्यू की सदस्य
डीसीडब्ल्यू की सदस्य फिर्दोस खान और किरण नेगी ने आरोप लगाया है कि नवंबर 2023 से डीसीडब्ल्यू की 700 से अधिक महिलाओं को वेतन नहीं मिला है। आरोप है कि दिल्ली महिला आयोग के चीफ पद से इस्तीफे के बाद स्वाति मालीवाल दिल्ली सरकार के खिलाफ आयोग को सुनियोजित ढंग से खत्म रने के झूठे दावे कर रही हैं। मालीवाल ने मंगलवार को अपने प्रमुख पद से इस्तीफे के बाद दिल्ली सरकार पर डीसीडब्ल्यू को व्यवस्थित रूप से खत्म करने का आरोप लगाया था। स्वाति मालीवाल ने एक पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने महिला आयोग से संबंधित चीजों का जिक्र किया था। वहीं, फिर्दोस खान और किरण नेगी ने इस पत्र का जिक्र करते हुए कहा कि, डीसीडब्ल्यू की टीम द्वारा 2015 से विभिन्न कार्यक्रमों जैसे 181 महिला हेल्पलाइन, रेप क्राइसिस सेल, मोबाइल हेल्पलाइन, महिला पंचायत और अन्य कार्यक्रमों के तहत किए गए सभी कार्यों को आपके पत्र में सटीक रूप से दर्ज किया गया है।