समस्याओं का निस्तारण न होने पर सीधे मुझे लिखें कार्यकर्ता: सीएम
सहारनपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहारनपुर पहुंच गए हैं। सबसे पहले यहां उन्होंने जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर फीड बैक लिया और लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारी के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं के मान सम्मान का पूरा ध्यान रखें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को सरसावा एयरपोर्ट पहुंचे वहां से हेलीकॉप्टर के माध्यम से पुलिस लाइन उतरे। यहां उनका भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष मोहित बेनीवाल ने स्वागत किया। पुलिस लाइन सभागार में बैठक करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भाजपा पदाधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक में कहा कि कार्यकर्ताओं का पूरा मान सम्मान रखें और अधिकारियों से मिलकर उनकी समस्याओं का निस्तारण कराएं। यदि लखनऊ स्तर की समस्याएं हैं तो लखनऊ आकर उनका समाधान कराएं। यहां कोर कमेटी की मीटिंग में मुख्यमंत्री ने भाजपाइयों से स्थानीय फीडबैक लिया। इस दौरान भाजपा नेताओं ने विकास कार्यों की रफ्तार धीमी होने की बात कही। स्थानीय समस्याओं को उठाते हुए भाजपाइयों ने जनहित वाले मामलों में तेजी लाने और उन्हें समय पर पूरा कराने की बात कही। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोई भी कार्यकर्ता अपने ये ना समझें कि उन्हें किसी सीढ़ी की आवश्यकता है। हेल्पलाइन नंबर पर कार्यकर्ता बात कर सकते हैं। मुख्यमंत्री पोर्टल पर लिख सकते हैं सभी समस्याओं का जल्द निस्तारण होगा। अगर तब भी निस्तारण ठीक से नहीं होता है तो सीधे उन्हें लिख सकते हैं। राजनीति के जानकारों का कहना है कि लोकसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री ने संगठन की अंतिम सीढ़ी कार्यकर्ता को हिम्मत दी है। पुलिस लाइन से मीटिंग करने के बाद मुख्यमंत्री मां शाकंभरी देवी विश्वविद्यालय के निरीक्षण के लिए रवाना हो गए। सहारनपुर में दो स्थानों पर स्थलीय निरीक्षण करेंगे। इसके बाद मंडल के विकास कार्यों की समीक्षा करेंगे, जिसमें मुजफ्फरनगर और शामली के अधिकारी वर्चुअल शामिल होंगे।
चार आईएएस और छह पीसीएस अफसरों के तबादले
लखनऊ। यूपी में बुधवार को चार आईएएस और छह पीसीएस अफसरों के तबादले कर दिए गए हैं। अफसरों के कार्यभार में बदलाव किया गया है। बुलंदशहर के जिलाधिकारी चंद्र प्रकाश सिंह अपने पद पर बने रहेंगे। इसके साथ ही उन्हें बुलंदशहर खुर्जा विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष का अतिरिक्त प्रभार भी दिया गया है। जबकि अभी तक खुर्जा विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष रहीं आईएएस निशा को प्रतीक्षारत किया गया है। आईएएस डॉ सरोज कुमार को विशेष सचिव, सचिवालय प्रशासन के पद पर तैनाती दी गई है। अभी तक वह विशेष सचिव, कृषि उत्पादन आयुक्त पद पर कार्य कर रही थीं। विशेष सचिव, लोक निर्माण विभाग के पद पर रहे आईएएस ज्ञानेश्वर त्रिपाठी को विशेष सचिव, सामान्य प्रशासन विभाग के पद पर तैनाती दी गई है।
डॉ. सनोबर ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों पर डाला प्रकाश
लखनऊ। महाराजा बिजली पासी राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय आशियाना में अमृत महोत्सव और एक भारत श्रेष्ठ भारत के संयुक्त तत्वावधान में आज मदन लाल धींगरा शहीदी दिवस के अवसर पर क्रांतिकारी आंदोलन के नायक के रूप में मदन लाल धींगरा विषय पर महाविद्यालय द्वारा एक व्याख्यान कार्यक्रम का आयोजन प्राचार्य प्रो.(डॉ.) सुमन गुप्ता के निर्देशन में हुआ। इस मौके पर वक्ता के रूप में बोलते हुए महाविद्यालय के इतिहास विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. सनोबर हैदर ने स्वतंत्रता संग्राम में मदन लाल धींगरा के शौर्यपूर्ण प्रदर्शन और भूमिका को रेखांकित करते हुए उन्हें स्वतंत्रता संग्राम का अप्रतिम नायक सिद्ध किया। साथ ही उन्होंने अन्य स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के कार्यों का उल्लेख किया। प्राचार्य प्रो. सुमन गुप्ता ने अपने संबोधन में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के जीवन से प्रेरणा लेने की बात कही। कार्यक्रम का संयोजन डॉ. राघवेंद्र मिश्र एवं डॉ. उमा सिंह ने किया। कार्यक्रम में महाविद्यालय के विद्यार्थियों और शिक्षकों की पर्याप्त संख्या में उपस्थिति रही।
करना था कोर्ट में सरेंडर, शपथ ले बन गए कानून मंत्री
लखनऊ। बिहार में महागठबंधन की नई सरकार बनने के बाद मंत्रालय का बंटवारा भी हो गया। मंत्रालय में सबसे अधिक मंत्री राजद के बनाए गए। लेकिन मंत्रालय के बंटते ही कानून मंत्री बनाए गए राजद नेता और एमएलसी कार्तिकेय सिंह को लेकर विवाद खड़ा हो गया। दरअसल, कार्तिकेय सिंह के खिलाफ कोर्ट से अपहरण के मामले में वारंट जारी किया जा चुका है। 16 अगस्त को उन्हें सरेंडर करना था लेकिन वे कोर्ट में पेश नहीं हुए, जिसके चलते अब विपक्ष हमलावर हो गया है। वहीं जब इस मामले के बारे में कार्तिकेय सिंह से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि सभी विधायकों और मंत्रियों ने हलफनामा पेश किया, इसमें ऐसा कुछ नहीं है। सब कुछ स्पष्ट है। दरअसल, साल 2014 में राजीव रंजन की 2014 में किडनैपिंग हुई थी। इसके बाद कोर्ट ने इस मामले में संज्ञान लिया था। राजीव रंजन की किडनैपिंग मामले में एक आरोपी बिहार के कानून मंत्री कार्तिकेय सिंह भी हैं जिनके खिलाफ अदालत ने वारंट जारी किया है। उन्हें 16 अगस्त को पेश होना था लेकिन वे उस दौरान शपथ ले रहे थे। कार्तिकेय सिंह ने अभी तक ना तो कोर्ट के सामने सरेंडर किया है ना ही जमानत के लिए अर्जी दी है। इधर मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा ने नीतीश कुमार पर जोरदार हमला बोला है। भाजपा ने कहा कि जंगलराज वापस लौट आया है। भाजपा ने कहा कि नीतीश सब जानते थे लेकिन फिर भी कार्तिकेय को कानून मंत्री बनाया। वहीं जब इस मामले में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस मामले में पत्रकारों ने सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि उन्हें इस मामले की कोई जानकारी नहीं है।
मद्रास हाईकोर्ट का बड़ा फैसला
चेन्नई। शादी के बाद जब पति-पत्नी एक छत के नीचे रहने लगते हैं तो एक पक्ष का दूसरे पक्ष से व्यवहार उसके परिवार के सम्मान, पहचान को बयां करती है। शादीशुदा जिदंगी में नोकझोंक व तकरार का होना लाजिमी है लेकिन इसकी भी एक सीमा होनी चाहिए। अगर घर में पति झगड़े का कारण है और परिवार के माहौल को बिगाड़ता है तो सुरक्षात्मक आदेश के तहत पति को घर से बाहर निकालने में बिल्कुल भी झिझकना नहीं चाहिए। मद्रास हाईकोर्ट ने हाल ही में अपनी एक सुनवाई के दौरान यह निर्देश दिया। न्यायमूर्ति आर एन मंजुला ने हाल ही में यह टिप्पणी करते हुए पेशे से इंडस्ट्रियलिस्ट पति को अपनी पत्नी और दो बच्चों को छोड़कर कहीं और जाकर रहने का आदेश दिया है। पेशे से वकील पत्नी के मुताबिक, अपनी शादी को खत्म करने के लिए उसने फैमिली कोर्ट में याचिका दायर की। सुनवाई के दौरान उसने एक और याचिका दायर की जिसमें तलाक के मामले में फैसला आने तक बच्चों और परिवार की भलाई के खातिर कोर्ट से पति को घर से बाहर निकल जाने की आदेश दिए जाने की मांग की गई थी। कोर्ट ने पति को आदेश दिया कि जब तक मुख्य याचिका का निपटारा नहीं हो जाता तब तक पति घर में शांति कायम रखें और पत्नी व बच्चों को परेशान न करें।