गुजरात में पार्टी को मजबूत करने में जुटे केजरीवाल, टीम के साथ की अहम बैठक
आप के गुजरात प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि आने वाले 4-5 दिनों में नए प्रभारी... और सहप्रभारी गुजरात दौरे पर आएंगे...

4पीएम न्यूज नेटवर्कः अरविंद केजरीवाल, आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक….. और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री, हाल ही में गुजरात में पार्टी को मजबूत करने की दिशा में सक्रिय रूप से जुट गए हैं….. मार्च 2025 में, दिल्ली विधानसभा चुनावों में हार के बाद AAP के लिए गुजरात एक महत्वपूर्ण राज्य के रूप में उभरा है…… जहां पार्टी अपनी संगठनात्मक ताकत बढ़ाने….. और भविष्य की राजनीतिक रणनीति को मजबूत करने की कोशिश कर रही है….. इस संदर्भ में, केजरीवाल ने गुजरात की टीम के साथ एक अहम बैठक की…… जिसमें पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और स्थानीय कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया…… यह बैठक गुजरात में AAP के लिए एक नए अध्याय की शुरुआत मानी जा रही है……. खासकर तब जब पंजाब के बाद यह राज्य पार्टी के लिए उम्मीद की किरण बनकर उभरा है….. इस लेख में हम इस बैठक के महत्व, इसके पीछे के उद्देश्यों, गुजरात में AAP की स्थिति….. और भविष्य की संभावनाओं पर विस्तार से चर्चा करेंगे…..
गुजरात, जो लंबे समय से भारतीय जनता पार्टी का गढ़ रहा है….. वहां आप ने 2022 के विधानसभा चुनावों में अपनी पहली बड़ी सफलता हासिल की थी….. इस चुनाव में पार्टी ने लगभग 14% वोट शेयर हासिल किया….. और पांच विधानसभा सीटें जीतीं…… यह उपलब्धि इसलिए भी महत्वपूर्ण थी क्योंकि यह पहली बार था….. जब आप ने गुजरात में विधानसभा चुनाव लड़ा….. और BJP के मजबूत किले में सेंध लगाने में कामयाब रही…… इसके अलावा, हाल ही में गुजरात के नगर निगम चुनावों में आप ने 30 सीटें जीतकर अपनी मौजूदगी को….. और मजबूत किया…… यह प्रदर्शन दर्शाता है कि गुजरात की जनता के बीच आप धीरे-धीरे अपनी पैठ बना रही है……
हालांकि, दिल्ली में मिली हार के बाद आप के सामने कई चुनौतियां हैं….. दिल्ली में लगातार तीन बार सरकार बनाने वाली पार्टी को इस बार BJP ने 48 सीटों के साथ सत्ता से बाहर कर दिया…… जबकि आप केवल 22 सीटों पर सिमट गई….. इस हार ने पार्टी के नेतृत्व और रणनीति पर सवाल उठाए हैं…… ऐसे में, गुजरात में अपनी स्थिति को मजबूत करना आप के लिए न केवल एक राजनीतिक जरूरत बन गया है….. बल्कि यह पार्टी के भविष्य के विस्तार के लिए भी एक परीक्षा है….. मार्च 2025 में हुई इस बैठक में अरविंद केजरीवाल ने गुजरात के नए संयोजक गोपाल राय….. और अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ चर्चा की….. यह बैठक दिल्ली में आप के केंद्रीय नेतृत्व और गुजरात इकाई के बीच समन्वय को मजबूत करने के उद्देश्य से आयोजित की गई थी….. सूत्रों के अनुसार, इस बैठक में गुजरात में संगठनात्मक ढांचे को मजबूत करने, आगामी विधानसभा उपचुनावों की तैयारी…. और स्थानीय मुद्दों पर फोकस करने की रणनीति बनाई गई…… पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी इस बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शामिल हुए…… जिससे यह संकेत मिलता है कि AAP अपने तीन महत्वपूर्ण राज्यों—पंजाब, गुजरात और गोवा—के लिए एक समग्र रणनीति तैयार कर रही है…..
आपको बता दें कि बैठक का एक प्रमुख उद्देश्य गुजरात में उन क्षेत्रों की पहचान करना था….. जहां आप को 2022 में अपेक्षित सफलता नहीं मिली…… गोपाल राय और दुर्गेश पाठक को गुजरात इकाई की जिम्मेदारी सौंपी गई है…… और इन नेताओं से उम्मीद की जा रही है…. कि वे जमीनी स्तर पर स्थिति का आकलन करेंगे…. और पार्टी की संगठनात्मक मौजूदगी को बढ़ाएंगे…… इसके अलावा, बैठक में यह भी चर्चा हुई कि कैसे स्थानीय नेताओं को अधिक जिम्मेदारी दी जाए…. और कार्यकर्ताओं का मनोबल ऊंचा रखा जाए…. गुजरात में आप की सफलता कई कारकों पर निर्भर करती है….. सबसे पहले, यह राज्य BJP का गढ़ है…… जहां नरेंद्र मोदी और अमित शाह जैसे दिग्गज नेताओं की मजबूत पकड़ है…… ऐसे में आप को एक वैकल्पिक राजनीतिक शक्ति के रूप में उभरने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी…… दूसरा, कांग्रेस, जो गुजरात में पारंपरिक रूप से विपक्ष की भूमिका निभाती रही है….. वहीं अब कमजोर पड़ती दिख रही है…… इससे आप के लिए एक अवसर पैदा हुआ है कि वह विपक्ष के खाली स्थान को भर सके…..
2022 के चुनावों में आप ने शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में अच्छा प्रदर्शन किया था….. खासकर सूरत और जामनगर जैसे शहरी इलाकों में पार्टी को व्यापारियों…… और मध्यम वर्ग का समर्थन मिला…… जबकि सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात के ग्रामीण इलाकों में किसानों….. और मजदूरों ने आप को वोट दिया….. यह विविध समर्थन आधार आप के लिए एक मजबूत नींव प्रदान करता है….. जिसे अब और विस्तार देने की जरूरत है…..
केजरीवाल की रणनीति में शिक्षा, स्वास्थ्य और बिजली जैसे मुद्दों पर फोकस करना शामिल है….. जो दिल्ली में आप की सफलता के प्रमुख कारण रहे हैं…… गुजरात में भी इन मुद्दों को उठाकर पार्टी जनता के बीच अपनी विश्वसनीयता बढ़ा सकती है…… उदाहरण के लिए, मुफ्त बिजली….. और बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं का वादा गुजरात के मध्यम और निम्न वर्ग के बीच लोकप्रिय हो सकता है…… इसके अलावा, भ्रष्टाचार के खिलाफ आप की छवि को मजबूत करना भी एक महत्वपूर्ण रणनीति हो सकती है……. खासकर तब जब BJP पर लंबे शासन के कारण नौकरशाही और भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहे हैं……
हालांकि, गुजरात में आप के सामने कई चुनौतियां भी हैं……. सबसे बड़ी चुनौती BJP की मजबूत संगठनात्मक संरचना और उसकी जमीनी पकड़ है…… BJP के पास न केवल एक विशाल कार्यकर्ता आधार है….. बल्कि वह गुजरात में हिंदुत्व और विकास के नैरेटिव को प्रभावी ढंग से इस्तेमाल करती रही है…… आप को इस नैरेटिव का जवाब देने के लिए एक मजबूत वैकल्पिक कथा तैयार करनी होगी……
दूसरी चुनौती पार्टी के भीतर नेतृत्व और संगठन की कमी है…… गुजरात में आप के पास अभी तक ऐसा कोई बड़ा स्थानीय चेहरा नहीं है…… जो केजरीवाल की तरह जनता को प्रभावित कर सके…… गोपाल राय और दुर्गेश पाठक जैसे नेताओं को यह जिम्मेदारी दी गई है…… लेकिन उनकी सफलता इस बात पर निर्भर करेगी कि वे स्थानीय कार्यकर्ताओं….. और जनता के साथ कितना जुड़ पाते हैं…… इसके अलावा, दिल्ली में हार के बाद आप के कार्यकर्ताओं का मनोबल कमजोर हुआ है…… जिसे फिर से मजबूत करना एक बड़ी चुनौती है…..
तीसरी चुनौती कानूनी और राजनीतिक दबाव है…… केजरीवाल और आप के कई नेता पिछले कुछ समय से विभिन्न कानूनी मामलों में उलझे हुए हैं…….. जैसे दिल्ली शराब नीति घोटाला और सार्वजनिक धन के दुरुपयोग के आरोप….. मार्च 2025 में ही दिल्ली की एक अदालत ने केजरीवाल के खिलाफ सार्वजनिक धन के दुरुपयोग से जुड़े एक मामले में FIR दर्ज करने का आदेश दिया…… ऐसे में, इन कानूनी चुनौतियों का असर गुजरात में पार्टी की रणनीति पर भी पड़ सकता है…..
आपको बता दें कि अरविंद केजरीवाल और आप के लिए गुजरात अब एक महत्वपूर्ण मोड़ पर है…… दिल्ली में हार के बाद पार्टी का ध्यान पंजाब और गुजरात…. जैसे राज्यों पर केंद्रित हो गया है…… जहां उसकी सरकार या मजबूत मौजूदगी है…… गुजरात में आप को मजबूत करने के लिए आयोजित यह अहम बैठक न केवल संगठनात्मक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है…… बल्कि यह पार्टी के भविष्य की दिशा भी तय करेगी……. अगर आप अपनी रणनीति को प्रभावी ढंग से लागू कर पाती है……. और स्थानीय मुद्दों को उठाकर जनता का भरोसा जीत लेती है…… तो गुजरात में उसका भविष्य उज्ज्वल हो सकता है…….