स्वस्थ फेफड़ों के लिए डाइट में शामिल करें ये फूड्स

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
फेफड़े शरीर का अहम हिस्सा है। हेल्दी फेफड़े हमें कई तरह की बीमारियां जैसे अस्थमा, निमोनिया आदि के खतरे से बचाते हैं। इन दिनों बदलती लाइफस्टाइल और अनहेल्दी फूड्स के कारण फेफड़े कमजोर हो रहे हैं, जिससे लोगों को सांस फूलने या सांस लेने में समस्याएं हो रही हैं। फेफड़ों को स्वस्थ रखने के लिए आप अपनी डाइट में कुछ हेल्दी फूड्स शामिल कर सकते हैं।

पालक

पालक में एंटीऑक्सिडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। जो सांस से जुड़ी समस्या को कम करते हैं। इसके अलावा, पालक विटामिन-सी का समृद्ध स्रोत है, जो फेफड़ों को स्वस्थ रखता है। विटामिन ए की उच्च मात्रा काफी हद तक संक्रमण और सूजन को रोकने में मदद करती है। यह श्वसन, मूत्र और आंत्र पथ के श्लेष्म झिल्ली को मजबूत करता है। विटामिन ए भी लिम्फोसाइटों (श्वेत रक्त कोशिकाओं) का एक प्रमुख घटक है जो मानव शरीर में रोगों का मुकाबला करता है।

हल्दी

हल्दी औषधीय गुणों से भरपूर होती है। यह आपको कई बीमारियों से बचाती है। हल्दी युक्त फूड्स खाने से फेफड़ों में सूजन की समस्या कम होती है। हल्दी में मौजूद करक्यूमिन शरीर में कैंसर के विकास को रोकने में बहुत प्रभावी पाया गया है। यह कीमोथेरेपी के प्रभावों को बढ़ाने में भी मदद कर सकता है । इस बात पर ध्यान दिया देना चाइये कि ताजी जमीन काली मिर्च के साथ संयोजन में उपयोग किए जाने पर हल्दी की कैंसर की रोकथाम क्षमता और भी मजबूत हो जाती है । हल्दी में उत्कृष्ट जीवाणुरोधी और एंटीसेप्टिक गुण होते हैं। यह त्वरित और कुशल घाव भरने के उद्देश्य से उपयोग किए जाने पर इसे बेहद उपयोगी बनाता है।

ब्रोकली

फेफड़ों को स्वस्थ रखने के लिए आप अपनी डाइट में ब्रोकली शामिल कर सकते हैं। यह कई पोषक तत्वों से भरपूर होता है, इसमें विटामिन सी, फोलेट और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं, जो फेफड़ों को हेल्दी रखते हैं। इसमें किसी भी सब्जी से ज्यादा न्यूट्रीशन्स होते हैं। जब हम अपनी डाइट में हरी सब्जियों को शामिल करने के बारे में सोचते हैं, तो यकीनन ही ब्रोकली हमारे दिमाग में सबसे पहले आती है।

लहसुन

पोषक तत्वों से भरपूर लहसुन इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में मददगार है। नियमित रूप से लहसुन के सेवन से कई तरह के संक्रमण से बच सकते हैं। लहसुन के फायदे में वजन कम करना भी शामिल है। एनसीबीआई द्वारा पब्लिश एक शोध में दिया है कि लहसुन में एंटी-ओबेसिटी गुण होता है, जो मोटापे को कम करने में कारगर हो सकता है। इसके अलावा, लहसुन से थर्मोजेनेसिस यानी गर्मी उत्पादन करने वाली प्रक्रिया को बढ़ावा मिलता है। इसे फैट बर्न करने के लिए जाना जाता है।

जामुन

जामुन एंटी ऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं, जो फेफड़ों को हानिकारक प्रभावों से बचाने में मदद करते हैं। जिससे आप फेफड़ों से जुड़ी समस्याओं से बच सकते हैं। जामुन खाने से अस्थमा जैसी गंभीर बीमारी को कम करने में मदद मिल सकती है। जामुन के रस का उपयोग करने से मुहांसों को कम किया जा सकता है। इसके लिए जामुन या इसकी पतियों के रस को त्वचा पर लगाने से ये अधिक मात्रा में तेल को त्वचा पर आने से रोकता है जिससे पिंपल्स जैसी समस्या से निजात मिलती हैं। जामुन फल में कषाय गुण होते हैं, जिसके कारण यह त्वचा के विकरो मैं फायदेमंद होती है।

अदरक

अदरक खाने का स्वाद बढ़ाने के साथ सेहत के लिए भी फायदेमंद होता है। इसमें एंटी इंफ्लमेटरी गुण पाए जाते हैं। फेफड़ों को स्वस्थ रखने के लिए आप अपनी डाइट में अदरक शामिल कर सकते हैं। इससे फेफड़ों की सेहत में सुधार होता है। बालों को झडऩे से रोकने में अदरक का मैग्नीशियम बहुत ही कारगर तरीके से काम करता है।

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