योगी सरकार गरीबों को न्याय देने और अपराध रोकने में असमर्थ: अखिलेश
- देवरिया हत्याकांड पर राजनीति कर रही है भाजपा
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। समाजावादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने देवरिया कांड में योगी सरकार को घेरा है, उन्होंने कहा कि सरकार गरीबों को न्याय देने और अपराध रोकने में असमर्थ है। उन्होंने मांग की है कि किसी भी पक्ष के साथ अन्याय न हो। उन्होंने लिखा- देवरिया कांड में अगर किसी भी पक्ष के साथ अन्याय हुआ तो ये भी एक अपराध होगा।
शासन-प्रशासन का दायित्व है कि वो वातावरण को तनावमुक्त करे व रखे और ऐसा कोई भी काम न करे जो माहौल बिगाड़े। यूपी के पूर्व सीएम ने लिखा- शांति की कोशिश का अंत किसी की हत्या या हत्या का प्रतिकार नहीं हो सकता और न ही ऐसी वारदातें किसी सत्ता के लिए सियासी फ़ायदा उठाने का मौका होनी चाहिए। इससे पहले अखिलेश यादव ने कहा था कि देवरिया में छह लोगों की हत्या के लिए भाजपा सरकार और उसके अधिकारी जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि उनके अधिकारियों की अन्यायपूर्ण कार्य प्रणाली उजागर हो गई है। यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर घटना में घायल हुए लोगों से मुलाकात कर राजनीति करने का आरोप लगाया। इस सप्ताह की शुरुआत में देवरिया जिले में संपत्ति विवाद को लेकर एक ही परिवार के पांच सदस्यों सहित छह लोगों की हत्या कर दी गई थी। यादव ने कहा कि अगर आदित्यनाथ सरकार के अधिकारी परिवारों का जमीन विवाद हल करा देते तो लोगों की बेरहमी से हत्या नहीं होती। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार को इस विवाद का संज्ञान लेना चाहिए था और सभी जिम्मेदार छोटे और बड़े अधिकारियों को निलंबित कर देना चाहिए था, लेकिन सरकार ने अब तक ऐसा नहीं किया है।
प्रेम यादव की बेटी बोली- सरकार कर रही भेदभाव
देवरिया में हुए हत्याकांड मामले में प्रेमचंद यादव की बेटी ने गंभीर आरोप लगाए हैं। राज्य का सरकार पर भेदभाव का आरोप लगाते हुए प्रेमचंद यादव की बेटी अर्चना ने कहा कि सरकार हमारे साथ भेदभाव कर रही है, वो हमारे घर भी आएं, सत्यप्रकाश का बेटा देवेश नेता के घर पर रह रहा है, उसे नेता सपोर्ट कर रहे हैं, सरकार हमारे साथ भेदभाव कर रही है, उसे नौकरी देने की भी बात कर रहे हैं, उन्हें दोनों पक्षों की बात करनी चाहिए। सत्यप्रकाश का बेटे पर गंभीर आरोप लगाते हुए अर्चना ने कहा कि उनके बेटे देवेश ने मेरे पिता को मारा है, मेरे पापा के पास उस दिन सुबह कॉल आया था, उन्होंने सिर्फ इतना बताया था कि खेत से संबंधित काम को लेकर कॉल था, फिर पापा खेत चले गए. वहां से सत्यप्रकाश दूबे का बड़ा बेटा पापा की बाइक लेकर चला गया, पापा बाइक लेने गए तो पीछे से उनपर वार किया गया, इसके बाद देवेश को वहां से भगा दिया गया था. वही मेरे पापा का कातिल है।