EPSTEIN Files का भारत कनेक्शन! बड़े नेताओं के नामों का दावा, खुलासों से मचा तहलका
EPSTEIN Files के सामने आने के बाद भारत कनेक्शन को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं... अमेरिकी दस्तावेजों में कथित तौर पर...

4पीएम न्यूज नेटवर्कः अमेरिका में एपस्टीन फाइल नाम का एक बम फटा है.. जिसने पूरी दुनिया में हड़कंप मचा दिया है.. बिलगेट्स जैसे नामी गिरामी लोगों की तस्वीरें शोसल मीडिया पर वायरल हो रही है.. 68 तस्वीरों में महिलाओं के बदन पर लिखे संदेश, व्हाट्सएप चैट्स ने बवाल मचा दिया है.. हड़कंप भारत में भी मचा है..
पूरी दुनिया की नजरें जेफरी एपस्टीन की फाइलों पर टिकी हुई हैं.. एपस्टीन एक अमेरिकी अमीर आदमी था.. जो यौन अपराधों के लिए दोषी ठहराया गया था.. उसकी मौत 2019 में जेल में हो गई.. लेकिन उसके दस्तावेज अभी भी सुर्खियां बटोर रहे हैं.. 18 दिसंबर को अमेरिकी डेमोक्रेट सांसदों ने एपस्टीन की संपत्ति से 68 तस्वीरें जारी कीं.. जिनमें बिल गेट्स जैसे बड़े नाम महिलाओं के साथ दिख रहे हैं.. इन तस्वीरों में महिलाओं के शरीर पर लिखे संदेश, व्हाट्सएप चैट्स ने तहलका मचा दिया है.. सोशल मीडिया पर ये वायरल हो रही हैं.. भारत में भी हंगामा है, क्योंकि कुछ भारतीय नेताओं के नाम पहले से जुड़े हैं.. बीजेपी के वरिष्ठ नेता ने बड़ा खुलासा किया है कि ये फाइल्स भारतीय मंत्रियों को फंसा सकती हैं.. क्या मोदी और उनकी टीम पर असर पड़ेगा?
आपको बता दें कि जेफरी एपस्टीन एक अमेरिकी फाइनेंशियर था.. जो 2008 में यौन अपराधों के लिए जेल गया.. उस पर आरोप था कि वह कम उम्र की लड़कियों का शोषण करता था.. और दुनिया के अमीर लोगों को अपने जाल में फंसाता था.. 2019 में उसकी जेल में मौत हो गई.. लेकिन उसके पास हजारों ईमेल, फोटो, कैलेंडर और दस्तावेज थे.. अमेरिकी कांग्रेस ने एपस्टीन फाइल्स ट्रांसपेरेंसी एक्ट पास किया.. जिसके तहत न्याय विभाग को 19 दिसंबर तक ये फाइलें जारी करनी थीं.. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस कानून पर हस्ताक्षर किए..
लेकिन अभी तक डीओजे ने पूरी फाइलें जारी नहीं कीं.. जिसको लेकर एक अधिकारी ने कहा कि कई लाख रिकॉर्ड जारी हो सकते हैं.. लेकिन पीड़ितों की गोपनीयता और जांच के कारण देरी हो सकती है.. वहीं हाउस ओवरसाइट कमिटी के डेमोक्रेट सांसदों ने एपस्टीन की संपत्ति से 68 तस्वीरें जारी की.. ये 95,000 तस्वीरों का हिस्सा हैं.. जो कांग्रेस को मिलीं..
बता दें कि इस तस्वीरों में बिल गेट्स महिलाओं के साथ पोज देते दिख रहे हैं.. नोम चॉम्स्की, वुडी एलन, स्टीव बैन्नन जैसे नाम भी हैं.. महिलाओं के शरीर पर लोलिता किताब के कोट्स लिखे हैं.. जो एक विवादित उपन्यास है.. व्हाट्सएप चैट्स के स्क्रीनशॉट्स में I will send u girls now.. और 1,000 डालर per girl जैसे मैसेज हैं.. एक चैट में रूसी लड़की की डिटेल्स हैं.. स्काउटिंग गर्ल्स का जिक्र है.. जो लड़कियों को ढूंढने से जुड़ा लगता है.. वहीं ये तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हैं.. और लोगों में गुस्सा है.. लेकिन ध्यान दें.. इनमें कोई गलत काम साबित नहीं.. सिर्फ संपर्क दिखते हैं.. गेट्स ने पहले कहा कि एपस्टीन से मिलना उनकी बड़ी गलती थी..
वहीं ये फाइलें महत्वपूर्ण इसलिए भी हैं.. क्योंकि इनमें दुनिया के बड़े लोगों के साथ एपस्टीन के लिंक दिखते हैं.. लेकिन नाम आना मतलब अपराध नहीं.. ज्यादातर ये व्यवसायिक या राजनीतिक मीटिंग्स हैं.. ट्रंप ने कहा कि वो पारदर्शिता चाहते हैं.. लेकिन डेमोक्रेट्स इसे राजनीतिक हथियार बना रहे हैं.. एपस्टीन फाइल्स में भारत का जिक्र नवंबर 2025 में जारी ईमेलों से आया.. मुख्य नाम: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मंत्री हार्दीप सिंह पुरी और कारोबारी अनिल अंबानी का था.. लेकिन ये नए 68 फोटोज में नहीं हैं.. ये नाम यौन अपराध से नहीं जुड़े.. बल्कि राजनीतिक और कारोबारी बातचीत से जुड़ रहे हैं..
आपको बता दें कि 2019 के ईमेल में एपस्टीन ने स्टीव बैन्नन (ट्रंप के सलाहकार) से कहा कि वो मोदी-बैन्नन मीटिंग सेट कर सकता है.. वहीं मेल में मोदी ऑन बोर्ड लिखा था.. जिसका मतलब मोदी सहमत है.. ये चीन के खिलाफ रणनीति से जुड़ा.. लेकिन मीटिंग हुई या नहीं, कोई सबूत नहीं है.. हरदीप सिंह पुरी का नाम 2014-2017 कैलेंडर में आया.. तब पुरी UN राजदूत का नाम VIP लिस्ट में था.. एक ईमेल में गर्ल्स का जिक्र था.. लेकिन पुरी सिर्फ गेस्ट के रूप थे.. 2017 ईमेल में अंबानी ने मोदी दौरे का आर्टिकल शेयर किया.. जिसे एपस्टीन ने इंडिया इजराइल का कहा.. ये रक्षा सौदों से जुड़ा..
भारत कनेक्शन राजनीतिक है.. एपस्टीन भारत-अमेरिका-इजराइल संबंधों में ब्रोकर था.. लेकिन कोई अपराध साबित नहीं.. विपक्ष इसे मोदी सरकार पर हमला मानता है.. इसी को लेकर बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी ने एपस्टीन फाइल्स पर बड़ा बयान दिया.. 27 नवंबर 2025 को X पर ट्वीट किया कि एपस्टीन स्कैंडल में कुछ भारतीय मंत्री, पूर्व मंत्री और मीडिया वाले फंसेंगे.. और उन्होंने कहा कि वो फाइल्स के डॉक्यूमेंट्स लेने की कोशिश कर रहे हैं.. और दो हफ्ते बाद खुलासा कर सकते हैं.. एक इंटरव्यू में स्वामी ने मोदी और पुरी का नाम लिया.. लेकिन बाद में ट्वीट डिलीट कर दिया.. उन्होंने कहा हिंद कि भारतीय हितों को नुकसान हो सकता है..



