पहला खिताब जीतने के इरादे से उतरेगा भारत

- विश्वकप के फाइनल में कभी नहीं भिड़े भारत और द.अफ्रीका
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। महिला वनडे विश्वकप के खिताब के लिए रविवार को नवी मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में भारत और दक्षिण अफ्रीका की टीमों के बीच टूर्नामेंट का फाइनल मुकाबला खेला जाएगा। इन दोनों ही टीमों ने कभी विश्व कप का खिताब नहीं जीता है, इसलिए ये तय है कि इस बार महिला क्रिकेट को नया चैंपियन मिलेगा। वहीं भारत पहला खिताब जीतने के इरादे से उतरेगा।
दक्षिण अफ्रीका का सामना जहां सेमीफाइनल में इंग्लैंड से था तो वहीं भारत के सामने सात बार की चैंपियन ऑस्ट्रेलियाई टीम थी। इसके बावजूद भारत और दक्षिण अफ्रीका के इरादे नहीं डगमाए और इन दोनों ने सेमीफाइनल की बाधा को पार किया और खिताबी मुकाबले में प्रवेश करने में सफल रहीं। अब दोनों ही टीमें अपने पहले विश्व कप खिताब से एक कदम की दूरी पर हैं। भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच महिला विश्व कप के फाइनल में कभी आमना-सामना नहीं हुआ है। लेकिन दोनों ही टीमें छह बार महिला विश्व कप में एक दूसरे के खिलाफ खेली हैं। भारत और दक्षिण अफ्रीका इस टूर्नामेंट में बराबरी पर हैं क्योंकि दोनों ही टीमों ने तीन-तीन बार एक दूसरे के खिलाफ जीत दर्ज की है।
कंगारुओं ने टी20 सीरीज में 1-0 की बनाई बढ़त
मेलबर्न। ऑस्ट्रेलिया ने दूसरे टी20 में भारत को चार विकेट से हरा दिया है। जीत के लिए मिले 126 रन के लक्ष्य को ऑस्ट्रेलिया ने 13.2 ओवर में छह विकेट गंवाकर हासिल कर लिया। इस जीत के साथ कंगारुओं ने पांच मैचों की टी20 सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली है। पहला टी20 बारिश के कारण रद्द हो गया था। अब तीसरा टी20 दो नवंबर को खेला जाएगा। यह गेंद शेष रहने के मामले में टी20 में भारत की दूसरी सबसे बड़ी हार है। ऑस्ट्रेलिया ने 40 गेंद शेष रहते भारत को हराया। पहले नंबर पर भी ऑस्ट्रेलिया ही है। उसने 2008 में भारत को 52 गेंद शेष रहते हराया था। भारत की ओर से अभिषेक शर्मा ने 37 गेंद में आठ चौके और दो छक्कों की मदद से 68 रन की पारी खेली। वहीं, हर्षित राणा ने 33 गेंद में 35 रन बनाए। इसके अलावा कोई बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा नहीं छू सका। बाकी के नौ खिलाडिय़ों में से चार खिलाड़ी तो खाता भी नहीं खोल सके। इनमें तिलक वर्मा, कुलदीप यादव, वरुण चक्रवर्ती और जसप्रीत बुमराह शामिल हैं। शुभमन गिल पांच रन, संजू सैमसन दो रन और कप्तान सूर्यकुमार एक रन बना सके।



