विजय-अरबाज का एनकाउंटर करने वाले पुलिसकर्मियों को न्यायिक आयोग का नोटिस
प्रयागराज। उमेश पाल हत्याकांड में उत्तर प्रदेश की पुलिस ने असद सहित चार बदमाशों को एनकाउंटर में ढेर किया है। बदमाश अरबाज और विजय चौधरी के एनकाउंटर के दौरान जो भी पुलिसकर्मी शामिल थे, उन्हें न्यायिक आयोग ने अब नोटिस भेजा है। इन पुलिसकर्मियों का लखनऊ स्थित न्यायिक आयोग के दफ्तर में बयान दर्ज किया जाएगा।
पुलिस ने अबतक जिन बदमाशों को एनकाउंटर में मार गिराया है, उनके नाम असद, गुलाम, अरबाज और विजय चौधरी हैं। असद तो माफिया अतीक अहमद का बेटा है। पुलिस का कहना था कि जब इन बदमाशों को पकडऩे के लिए टीम गई तो ये उनपर हमला करने लगे। ऐसे में पुलिस को भी जवाबी कार्रवाई करनी पड़ी और ये सभी मारे गए।
हालांकि, बदमाशों के एनकाउंटर पर सपा, बसपा सहित कई दलों के नेताओं ने सवाल उठाए थे। आरोप लगाया था कि पुलिस ने फर्जी तरीके से इनका एनकाउंटर किया। ये सभी बदमाश सरेंडर करना चाहते थे। हालांकि, पुलिस ने इन आरोपों को सिरे से नकार दिया था। वहीं, इस हत्याकांड के मुख्य आरोपी रहे माफिया अतीक अहमद और अशरफ की भी हत्या हो चुकी है।
इसी साल की 24 फरवरी की तारिख को उत्तर प्रदेश के लोग भूल नहीं सकते। प्रयागराज में इसी दिन उमेश की गोली मारकर बदमाशों ने दर्दनाक मौत दी थी। उमेश कोर्ट से अपने ही अपहरण केस की पैरवी करके अपनी गाड़ी से लौट रहा था। उसके साथ दो सिक्योरिटी गार्ड भी उसकी सुरक्षा में मौजूद थे। तभी बदमाश आए और गोली और बम से हमला बोल दिया। इस हमले में उमेश गंभीर रूप से जख्मी हो गया था और उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
हत्या की वारदात को अंजाम देने के बाद बदमाशों ने शहर छोड़ दिया। आरोप है कि बदमाशों के शहर छोडऩे में अतीक की पत्नी शाइस्ता ने खूब मदद की। उसने बदमाशों को पैसे दिए, ताकि वह आराम से भाग सकें। इस हत्याकांड से जुड़े अन्य दो बदमाश अब भी फरार हैं। पुलिस अतीक की फरार पत्नी शाइस्ता की भी राज्य के अलग-अलग जिलों में तलाश कर रही है।