धार्मिक भावनाएं आहत करने वाली फिल्मों का समर्थन नहीं : केशव मौर्य
- रिलीज से पहले संशोधन जरूरी, बिना शोध किए नहीं बनानी चाहिए फिल्म
लखनऊ। अभिनेता प्रभास और कृति सेनन की आगामी पौराणिक फिल्म आदिपुरुष के टीजर रिलीज होने के बाद विवाद का सिलसिला लगातार जारी है। अब यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि रिलीज से पहले फिल्म के विवादित दृश्यों को ठीक कर लिया जाना चाहिए। डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने कहा कि मैंने अभी तक आदिपुरुष का टीजर नहीं देखा है, लेकिन किसी भी मामले में धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाली फिल्मों का समर्थन नहीं किया जाना चाहिए, यह गलत है। इसे ठीक करने और ठीक से प्रस्तुत करने की आवश्यकता है। मौर्य ने कहा कि यदि आप लोगों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाते हैं, तो कोई भी इसे स्वीकार नहीं करेगा। मेरा यह भी मानना है, अगर इस तरह की फिल्म बन रही है तो इसे दर्शकों के सामने पेश करने से पहले इसे ठीक करने की जरूरत है। वहीं भाजपा प्रवक्ता मालविका अविनाश ने कहा कि मुझे इस तथ्य से दुख हुआ है कि निर्देशक ने वाल्मीकि की रामायण, कम्बा रामायण या तुलसीदास की रामायण, या रामायण की कई व्याख्याओं पर शोध किए बिना ही यह फिल्म बना दी। कम से कम वह हमारी अपनी फिल्मों पर शोध कर सकते थे। उन्होंने कहा कि बहुत सारी कन्नड़ फिल्में, तेलुगु फिल्में, तमिल फिल्में हैं, जो दिखाती हैं कि रावण कैसा दिखता था। बता दें कि रामायण महाकाव्य पर आधारित मशहूर डायरेक्टर ओम राउत की फिल्म आदिपुरुष में प्रभास, कृति सेनन, सैफ अली खान और सनी सिंह मुख्य भूमिकाओं में हैं। राउत ने यह फिल्म रामायण की कहानी को सिल्वर स्क्रीन पर लाने के सपने के साथ बनाई थी, लेकिन जब से प्रभास, सैफ अली खान और कृति सैनन-स्टारर आदिपुरुष का पहला टीजर रिलीज हुआ है, तब से नकारात्मक प्रतिक्रिया ही मिली है।
बर्दाश्त नहीं हिंदू देवी-देवताओं का अपमान : पाठक
फिल्म आदिपुरुष को लेकर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा है कि हिंदू सभ्यता और भारत की संस्कृति में भगवान राम जन-जन में बसे हुए हैं। उनका अपमान किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पाठक ने सख्त लहजे में कहा कि फिल्मों के जरिये हिंदू समाज की भावनाओं पर आक्रमण किया जा रहा है। यह बिल्कुल गलत है। इसकी जितनी भी निंदा की जाए कम है। डिप्टी सीएम ने हनुमान जी की वेशभूषा को लेकर भी फिल्म प्रबंधन को कठघरे में खड़ा किया। पाठक ने कहा कि लगातार हमारी संस्कृति को नष्ट करने और बदलने का प्रयास हो रहा है। हमारी संस्कृति और विरासत पर हमें गर्व है। संत समाज के आक्रोश पर ब्रजेश पाठक बोले कि संत समाज हिंदू समाज की रक्षा के लिए है। आदि काल में शंकराचार्य पीठों की स्थापना हुई। जब आक्रांताओं ने हमले किए थे, तब भी इन्हीं अखाड़ों के माध्यम से हमारी संस्कृति की रक्षा की गई थी। संत समाज ने जो कहा है उस पर गंभीरतापूर्वक ध्यान देने की आवश्यकता है।
खान बंधु कर रहे भारतीय संस्कृति का अपमान : साक्षी
भाजपा सांसद साक्षी महाराज ने कहा कि फिल्म इंडस्ट्री में जो खान बंधु हैं और उनमें भी कुछ सेक्युलर लोग हैं। वे फिल्मों में वास्तविकता न दिखाकर तोड़मरोड़ कर दिखाते हैं। इससे भारतीय संस्कृति का अपमान हुआ है। खान बंधुओं ने हिंदू-देवी देवताओं का मजाक उड़ाया है। ऐसे लोगों का जनता को बहिष्कार करना चाहिए। सरकार को भी ऐसे लोगों के खिलाफ एक्शन लेना चाहिए, ताकि वे ऐसी फिल्में न बना सकें। साक्षी महाराज ने कहा कि रावण का किरदार निभाने वाले को खिलजी के रूप में दिखाने का प्रयास किया गया है। यह बहुत ही निंदनीय है। मैं इसकी निंदा करता हूं।