उपराष्ट्रपति चुनाव से पहले खरगे का रात्रिभोज, AIMIM ने सुदर्शन रेड्डी को समर्थन दिया
कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे उपराष्ट्रपति चुनाव से एक दिन पहले सोमवार शाम को संसद भवन के एनेक्सी में 'इंडिया' गठबंधन के सांसदों के लिए रात्रिभोज का आयोजन करेंगे।

4पीएम न्यूज नेटवर्क: कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे उपराष्ट्रपति चुनाव से एक दिन पहले सोमवार शाम को संसद भवन के एनेक्सी में ‘इंडिया’ गठबंधन के सांसदों के लिए रात्रिभोज का आयोजन करेंगे।
यह बैठक विपक्ष की एकजुटता को मजबूत करने और उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार सुदर्शन रेड्डी के समर्थन को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से की जा रही है। बीं. सुदर्शन रेड्डी को विपक्षी दलों के साथ-साथ ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन का भी समर्थन मिला है। AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के माध्यम से यह जानकारी साझा की है।
ओवैसी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने आज मुझसे बात की और अनुरोध किया कि हम उपराष्ट्रपति के रूप में न्यायमूर्ति सुदर्शन रेड्डी का समर्थन करें. एआईएमआईएम न्यायमूर्ति रेड्डी, एक हैदराबादी और सम्मानित न्यायविद, को अपना समर्थन देगा. 9 सितंबर को होने वाले इस चुनाव में, भारतीय जनता पार्टी समर्थित न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) बी सुदर्शन रेड्डी और एनडीए के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन के बीच सीधा मुकाबला होगा.
21 जुलाई को संसद के मानसून सत्र के पहले दिन स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए जगदीप धनखड़ के इस्तीफा देने के बाद उपराष्ट्रपति का पद रिक्त हो गया था. जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद एनडीए ने सीपी राधाकृष्णन के उम्मीदवार बनाने का ऐलान किया था. बहुमत के हिसाब से सीपी राधाकृष्णन की जीत हालांकि तय मानी जा रही है, लेकिन इंडिया गठबंधन ने लोकतांत्रिक परंपरा के अनुरूप न्यायमूर्ति सुदर्शन रेड्डी को उम्मीदवार बनाने का ऐलान किया है.
इंडिया गठबंधन की ओर से कहा गया है कि वैचारिक और प्रजातांत्रिक मूल्यों का ध्यान रखते हुए इंडिया गठबंधन उम्मीदवार खड़ा कर रहा है. SIR, ऑपरेशन सिंदूर पर ट्रंप के बयान सहित कई मुद्दों पर विपक्ष एकजुट हुआ है और लगातार विपक्ष अपनी एकता का प्रदर्शन कर रहा है और अब उपराष्ट्रपति चुनाव के अवसर पर इंडिया गठबंधन एकजुट हुआ है.
उपराष्ट्रपति का चुनाव एक निर्वाचक मंडल करता है, इसमें संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा के सांसद होते हैं. उपराष्ट्रपति का चुनाव का आयोजन संविधान के अनुच्छेद 64 और 68 के प्रावधानों के अनुसार होता है. चुनाव आयोग की ओर से राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति चुनाव अधिनियम, 1952 द्वारा उपराष्ट्रपति चुनावों को अधिसूचित किया जाता है.
इस बीच, भाजपा की ओर से सांसदों को एक पत्र जारी किया गया है, जिसमें सभी सांसदों को छह सितंबर तक दिल्ली पहुंचने के लिए कहा गया था. सात सितंबर को पार्टी की ओर से सांसदों की एक कार्यशाला का आयोजन किया गया है. इसमें एनडीए के सांसद शामिल हो रहे हैं.



