खुर्शीद के जलसे ने दिलों को किया शायराना

मशहूर फिल्म हस्ती फौजिया अर्शी ने आयोजित कराया उर्दू कविताओं की एक शाम

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। मशहूर फिल्म अभिनेत्री मीना कुमारी की याद में मुशायरे की एक शाम में तालियों की गडग़ड़ाहट ने माहौल को शायराना कर दिया। उर्दू में कविताओं के जलसा ‘खुर्शीद में कविताओं को सुनकर लोगों के दिल को सुनून मिला। कार्यक्रम में न कोई चमक-धमक थी और न शोर। खालिस सादगी के बीच कविताओं की बयार ने हर किसी को अपनी आगोश में ले लिया।
समारोह का आयोजन प्रसिद्ध फिल्म निर्माता, निर्देशक, लेखिका, संगीतकार और गायक प्रोफेसर फौजिया अर्शी ने किया।फौजिया अर्शी के बारे में लीजेंड एक्टर और विलेन दिवंगत कादर खान और ओम पुरी ने फिल्म जगत की सबसे पढ़ी-लिखी समझदार और कलात्मक खूबियों से भरपूर महिलाओं की शान कहा था। फौजिया अर्शी ने इस समारोह का नाम खुर्शीद रखा। समारोह में फिल्म जगत की तमाम हस्तियां मौजूद रहीं। घरेलू माहौल में सभी सेलिब्रिटी ने मुशायरे का आनंद लिया। समारोह के आयोजन में अभिनेता सचिन पिलगाओंकर का योगदान भी बहुत महत्वपूर्ण रहा।

जया का मुस्कराना पसंद आया

समारोह में मशहूर अभिनेत्री और सांसद जया बच्चन का आना खासा रोचक रहा। वह ठीक समय पर समारोह में आई और देर तक रहीं। असल में जया बच्चन सार्वजनिक समारोह और संसद की बैठकों में मुस्कुराती नहीं देखी गई लेकिन समारोह में उन्हें खुलकर हंसते और तालियां बजाते देखा गया। प्रसिद्ध साहित्यकार और संपादक सुरेश शर्मा ने भी जया बच्चन की इस अंदाज से अचरज में रहे। जया बच्चन के समारोह में आने पर फौजिया अर्शी का कहना था कि वे उन्हें जया भादुरी ही कहेंगी। क्योंकि उनका अपना अलग वजूद है।

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