जानिए मकर संक्रांति का तिथि और शुभ पूजा का मुहूर्त

Know the date of Makar Sankranti and the auspicious time of worship

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क

लखनऊ। सनातन धर्म में मकर संक्रांति और कर्क संक्रांति का विशेष महत्व है। इस साल कुछ जगहों पर मकर संक्रांति 14 जनवरी तो कुछ जगहों पर 15 जनवरी को मनाया जाएगा। सूर्य जब एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करता है तो संक्रांति कहते हैं। 14 जनवरी को सूर्य धनु से मकर राशि में प्रवेश करेगा। सूर्य के मकर राशि में प्रवेश को मकर संक्रांति कहते हैं। मकर राशि में सूर्य के आने से खरमास खत्म हो जाएगा और सभी तरह के मांगलिक कर्म फिर से शुरू हो जाएंगे।

मकर संक्रांति के दिन सूर्य देव के मकर राशि में गोचर करने से खरमास की समाप्ति होती है और सभी मांगलिक कार्यों की शुरूआत हो जाती है। इस दिन से एक बार फिर शादी विवाह, मुंडन संस्कार जैसे मांगलिक कार्य प्रारंभ हो जाते हैं। मकर राशि का स्वामी शनि ग्रह है। शनि को सूर्य का पुत्र माना जाता है।

जब सूर्य मकर राशि में आता है तो ऐसा माना जाता है कि सूर्य अपने पुत्र के घर आए हैं। मकर संक्रांति के समय ही सूर्य दक्षिणायन से उत्तरायण होता है। इस साल 15 जनवरी को सूर्य उत्तरायण हो रहा है। इसके बाद से ठंड कम होने लगेगी और गर्मी बढ़ने लगेगी।

मकर संक्रांति का शुभ मुहूर्त

इस बार मकर संक्रांति पर शुभ मुहूर्त दोपहर में आरंभ हो रहा है। इस बार मकर संक्राति पर सुबह 8 बजकर 5 मिनट के बाद से स्‍नान दान का मुहूर्त है, क्योंकि सूर्य दोपहर 2 बजकर 9 मिनट पर मकर राशि में आ रहे हैं।

मकर संक्रांति पुण्यकाल- 2 बजकर 12 मिनट से शाम 5 बजकर 45 मिनट तक

महापुण्य काल मुहूर्त- 2 बजकर 12 मिनट से 2 बजकर 36 मिनट तक

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