सपा से निष्कासित विधायक पूजा पाल पर अभद्र टिप्पणी, लखनऊ पुलिस ने दर्ज की FIR

समाजवादी पार्टी से हाल ही में निष्कासित हुईं विधायक पूजा पाल के बारे में सोशल मीडिया पर अपमानजनक टिप्पणी करने के आरोप में लखनऊ पुलिस ने एक शख्स के खिलाफ FIR दर्ज की है।
क्या है मामला?
लखनऊ के सैरपुर पुलिस स्टेशन में उमेश यादव नाम के एक शख्स के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। आरोप है कि यादव ने अपने फेसबुक और ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट पर पूजा पाल को लेकर आपत्तिजनक पोस्ट किए थे। यह कार्रवाई बख्शी का तालाब इलाके के एक पंचायत सदस्य की शिकायत पर की गई है। एक पुलिस अधिकारी के अनुसार, भारतीय न्याय संहिता (BNS) और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के तहत FIR दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।
आपको बता दें कि उमेश यादव के खिलाफ यह दूसरी FIR है। 17 अगस्त को कौशांबी जिले की पुलिस ने भी उनके खिलाफ ‘एक्स’ पर पूजा पाल के बारे में अश्लील टिप्पणी पोस्ट करने का मामला दर्ज किया था। यह शिकायत चायल विधानसभा क्षेत्र के संतोष कुमार पाल ने दर्ज कराई थी, जिन्होंने आरोप लगाया था कि इन टिप्पणियों से विधायक की राजनीतिक और सामाजिक छवि को नुकसान पहुंचा है और उनके समर्थकों के साथ-साथ पाल समुदाय के लोग भी नाराज़ हैं।
क्यों हुई थी पूजा पाल को पार्टी से निष्कासित?
पूजा पाल को पिछले हफ्ते समाजवादी पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था। उन्होंने विधानसभा में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ करते हुए कहा था कि उन्होंने गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद को “मिट्टी में मिला दिया है”।
गौरतलब है कि अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ पूजा पाल के पति राजू पाल की 2005 में हुई हत्या के आरोपी थे। राजू पाल प्रयागराज पश्चिम से बसपा के पूर्व विधायक थे, जिनकी शादी के नौ दिन बाद ही गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।



