बुजुर्गों के लिए बनाएं ये डाइट प्लान

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
उम्र बढऩे के साथ ही शरीर की पोषण संबंधी जरूरतें बदलने लगती हैं। बढ़ती उम्र के लोगों को अधिक पोषण की आवश्यकता होती है क्योंकि जैसे-जैसे आयु बढ़ती है, शरीर का मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है, हड्डियां कमजोर होने लगती हैं और हृदय रोग, मधुमेह व ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। अधिकतर मामलों में ये समस्या 50 की आयु के बाद देखने को मिलती है। इन सभी समस्याओं से बचाव के लिए सही खानपान बहुत जरूरी हो जाता है। पोष्टिक खान-पान अपनाकर न केवल बीमारियों से बच सकते हैं, बल्कि ऊर्जावान, फिट और खुशहाल जीवन जी सकते हैं। संतुलित आहार, नियमित व्यायाम और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने से शरीर को मजबूत और सक्रिय रखा जा सकता है। ऐसे में एगर आप 50 साल की आयु या उससे अधिक उम्र के हैं तो स्वस्थ और ऊर्जावान रहने के लिए डाइट में कुछ जरूरी बदलाव लाएं।

फल और सूखे मेवे

शरीर को बेहतर ढंग से काम करने में मदद करने के लिए फल से कई तरह के पोषक तत्व मिलते हैं। फल की वजह से ही शरीर की इम्यूनिटी बढ़ती है और हमारी कोशिकाओं को मरम्मत करने का मौका मिलता है। हालांकि बहुत कम ही लोग ऐसे होंगे, जिन्होंने रोजाना एक फल खाने के बारे में सोचा होगा। जैसे सेब, केला, संतरा, पपीता, अनार, और ब्लूबेरी व स्ट्रॉबेरी) शरीर को जरूरी विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट देते हैं। सूखे मेवे, जिन्हें सूखे फल भी कहा जाता है, पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं? वे लगभग ताजे फलों जितने ही पौष्टिक हैं! ऐसा इसलिए है क्योंकि पके फल को सुखाने से उसकी सुगंध और स्वाद तेज हो जाता है, जिससे वह अधिक स्वादिष्ट हो जाता है। क्योंकि बादाम, अखरोट, अंजीर और किशमिश दिमाग और हृदय के लिए फायदेमंद होते हैं।

प्रोटीन, कैल्शियम और विटामिन डी

इस उम्र में मांसपेशियों की मजबूती बनाए रखने के लिए प्रोटीन का सेवन जरूरी है। दालें, सोया, पनीर, अंडे, मछली, चिकन और ड्राई फ्रूट्स प्रोटीन के अच्छे स्रोत हैं। इस उम्र में हड्डियां कमजोर होने लगती हैं, जिसे मजबूत बनाए रखने के लिए दूध, दही, पनीर, तिल, और बादाम का सेवन करें। धूप में बैठना और विटामिन डी से भरपूर चीजें खाना चाहिए।

हरी पत्तेदार सब्जियां

खाने में हरी पत्तेदार सब्जियां शामिल करनी चाहिए। हरी पत्तेदार सब्जियां स्वस्थ आहार के लिए महत्वपूर्ण हैं। इनमें विटामिन, खनिज और फाइबर अधिक होते हैं जबकि कैलोरी भी कम होती है। पत्तेदार साग से भरपूर आहार मोटापे , हृदय रोग, उच्च रक्तचाप और संज्ञानात्मक कठिनाइयों के जोखिम को कम करने में मदद करता है। गहरे हरे पत्तेदार सब्जियों में पोषक तत्व प्रचुर मात्रा में होते हैं। अपने सलाद में केल और पालक जैसी हरी सब्जियां खाना एक अच्छा विचार है क्योंकि ये आपके लिए अच्छी होती हैं। कैरोटीनॉयड, जो एंटीऑक्सिडेंट हैं जो कोशिकाओं की रक्षा करते हैं और प्रारंभिक अवस्था में कैंसर को रोकने में मदद करते हैं, इन हरी पत्तेदार सब्जियों में प्रचुर मात्रा में होते हैं। इन यौगिकों में एंटीऑक्सिडेंट और सूजन-रोधी गुण होते हैं, जिससे हड्डियां मजबूत रहती हैं और पाचन तंत्र सही रहता है।

फाइबर युक्त आहार

पाचन तंत्र को मजबूत करने के लिए दलिया, ओट्स, ब्राउन राइस, साबुत अनाज और फलियों का सेवन करें। फाइबर शरीर में कोलेस्ट्रॉल को कम करने और ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद करता है।

क्या न खाएं?

अधिक आयु के लोगों को ज्यादा नमक का सेवन नहीं करना चाहिए, इससे ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है। वहीं अधिक चीनी का सेवन डायबिटीज और मोटापे का कारण बन सकता है। इस उम्र के लोग प्रोसेस्ड और जंक फूड से परहेज करें। पैकेज्ड फूड, फ्राइड फूड और फास्ट फूड से बचें क्योंकि इनमें अधिक नमक, चीनी और अनहेल्दी फैट होता है। उम्र बढऩे के साथ कैफीन और एल्कोहॉल से दूरी बना लेनी चाहिए क्योंकि चाय, कॉफी और कोल्ड ड्रिंक्स का अधिक सेवन डिहाइड्रेशन और अनिद्रा का कारण बन सकता है। एल्कोहॉल हृदय और लीवर के लिए हानिकारक होता है। अत्यधिक तेल और मसालेदार भोजन बुजुर्गों के लिए नुकसानदायक हो सकता है। ज्यादा तला-भुना और मसालेदार भोजन पाचन संबंधी समस्याएं और एसिडिटी पैदा कर सकता है। आटा और सफेद चावल जल्दी ब्लड शुगर बढ़ाते हैं, इसलिए इनकी जगह साबुत अनाज और ब्राउन राइस का सेवन करें।

 

 

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