मतदान से आठ दिन पहले मैदान में उतरेगी माया, आगरा में रैली
- विधानसभा चुनाव को लेकर बसपा मुखिया की पहली जनसभा दो को
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में सभी 403 सीट पर प्रत्याशी उतारने की घोषणा करने के साथ ही बहुजन समाज पार्टी की राष्टï्रीय अध्यक्ष मायावती अब उनके पक्ष में जनसभा भी करेंगी। दस फरवरी को पहले चरण के मतदान से पहले उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती दो फरवरी को ताजनगरी आगरा में पार्टी के प्रत्याशियों के पक्ष में जनसभा करेंगी। बसपा मुखिया मायावती को पार्टी ने स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल किया है। वह प्रचार अभियान की शुरुआत ताजनगरी आगरा से दो फरवरी को करेंगी। मायावती आगरा से मथुरा के साथ अलीगढ़, गौतमबुद्धनगर तथा एटा के पार्टी के प्रत्याशियों के पक्ष में जनसभा कर अपनी पार्टी की वरीयताओं को गिनाएंगी। साथ ही वह अपनी पार्टी के प्रत्याशियों के पक्ष में मतदान की अपील करेंगी। विधानसभा चुनाव 2022 की तारीख घोषित होने के बाद मायावती की आगरा में पहली सभा होगी। यह भी कह सकते हैं कि इस वर्ष वह पहली बार सार्वजनिक सभा में शामिल होंगी। ताजनगरी आगरा में बसपा मुखिया मायावती की कोविड नियमों के तहत यह रैली होगी।
आगरा में जनसभा स्थल को भी पहले से निर्धारित कर लिया गया है। इसकी जानकारी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव तथा राज्यसभा सदस्य सतीश चंद्र मिश्रा ने दी। इससे पहले बसपा की अध्यक्ष मायावती ने सोमवार को एक ट्वीट कर समाजवादी पार्टी की सूची को लेकर कटाक्ष किया था। मायावती ने लिखा था कि बीएसपी को छोड़ सभी पार्टियों की सरकारें राजनीति के अपराधीकरण व अपराध के राजनीतिकरण, कानून के साथ खिलवाड़ कर रही है। इतना ही नहीं यह सभी अपनी पार्टी के गुण्डों व माफियाओं को संरक्षण आदि से यूपी को जंगलराज में ढकेल इसे गरीब व पिछड़ा बनाए रखकर जनता को त्रस्त करने की दोषी हैं। इसके बाद भी इन सभी की जुमलेबाजीे जारी है।
कानून-व्यवस्था पर मायावती ने उठाए सवाल
लखनऊ। चुनावी सरगर्मी के बीच बसपा सुप्रीमो मायावती ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि भय, भ्रष्टाचार और पलायन यूपी की बड़ी समस्याएं हैं। उन्होंने ट्वीट किया- भय, भ्रष्टाचार, भेदभाव, जानमाल, मजहब की असुरक्षा अर्थात यूपी की बदतर कानून व्यवस्था, बेरोजगारी एवं लाखों का पलायन इस विशाल आबादी वाले राज्य की सबसे बड़ी समस्याएं हैं, जो लगातार बढ़ती ही जा रही है और लोगों में कुंठा पैदा कर रही हैं। समाज व प्रदेश इससे पिछड़ रहा है। यह अति दुखद है। मायावती ने अपनी सरकार की भी याद दिलाई। कहा कि बसपा सरकार में ढाई लाख गरीब परिवारों को बुनियादी सुविधाओं से युक्त आवास उपलब्ध कराए गए थे। इसके अलावा 15 से 20 लाख और मकान बनाने की तैयारी चल रही थी। सरकार बदलने के कारण यह काम अधूरा रह गया। भाजपा इसे ही भुनाने का प्रयास कर रही है। इन्होंने अपना क्या किया है?