MBS का सपना हुआ सच, रिकॉर्ड तोड़ने वाली बिल्डिंग जल्द होगी तैयार
दुबई की मशहूर बुर्ज खलीफा इमारत दुनिया की सबसे ऊंची बिल्डिंग है, जो 828 मीटर ऊंची है और इसमें 163 मंजिलें हैं। यह दुबई की शान है और लाखों पर्यटक हर साल इसे देखने आते हैं।

4पीएम न्यूज नेटवर्क: दुबई की मशहूर बुर्ज खलीफा इमारत दुनिया की सबसे ऊंची बिल्डिंग है, जो 828 मीटर ऊंची है और इसमें 163 मंजिलें हैं। यह दुबई की शान है और लाखों पर्यटक हर साल इसे देखने आते हैं। लेकिन अब सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान, जिन्हें MBS कहा जाता है, ने एक बड़ा चैलेंज दिया है।
वे जेद्दा शहर में एक नई इमारत बना रहे हैं, जिसका नाम जेद्दा टावर है। यह इमारत 1 किलोमीटर से ज्यादा ऊंची होगी, यानी करीब 1008 मीटर या उससे अधिक। इससे बुर्ज खलीफा का रिकॉर्ड टूट जाएगा और जेद्दा टावर दुनिया की सबसे ऊंची बिल्डिंग बन जाएगी। यह खबर सोशल मीडिया और न्यूज में बहुत वायरल हो रही है, जहां लोग कह रहे हैं कि MBS ने दुबई को चैलेंज कर दिया है। लेकिन असल में यह इमारत अभी पूरी नहीं हुई है, बल्कि दिसंबर 2025 तक इसके करीब 80 फ्लोर बन चुके हैं। चलिए इसके बारे में डिटेल में जानते हैं।
सऊदी अरब और दुबई के बीच हमेशा से एक तरह की प्रतियोगिता चलती रही है कि कौन ज्यादा बड़ा और शानदार प्रोजेक्ट बनाएगा। दुबई ने बुर्ज खलीफा बनाकर दुनिया को चौंका दिया था, जो 2010 में पूरी हुई थी। अब सऊदी अरब MBS के विजन 2030 प्लान के तहत देश को मॉडर्न बनाना चाहता है। विजन 2030 का मतलब है कि सऊदी तेल पर कम निर्भर हो और टूरिज्म, बिजनेस और टेक्नोलॉजी से पैसा कमाए।
इसी प्लान का हिस्सा है जेद्दा टावर। यह इमारत जेद्दा इकॉनॉमिक सिटी में बन रही है, जो लाल सागर के किनारे एक नया बड़ा शहर है। इस टावर को पहले किंगडम टावर कहा जाता था, लेकिन अब जेद्दा टावर है। इसका डिजाइन अमेरिकी आर्किटेक्ट एड्रियन स्मिथ ने बनाया है, जो बुर्ज खलीफा के भी डिजाइनर हैं। टावर की शक्ल तीन पंखुड़ियों वाली है, जैसे रेगिस्तान की फूल, और यह हवा से लड़ने के लिए मजबूत बनाई गई है।
इस इमारत की योजना 2011 में बनी थी। शुरुआत में काम तेजी से हुआ, लेकिन 2018 में रुक गया। वजह थी सऊदी में एक बड़ा एंटी-करप्शन कैंपेन, जिसमें कई बड़े लोग पकड़े गए और प्रोजेक्ट के इन्वेस्टर भी प्रभावित हुए। फिर कोविड महामारी ने और देरी कर दी। करीब 7 साल तक काम बंद रहा, सिर्फ 63 फ्लोर तक पहुंचा था। लेकिन जनवरी 2025 में फिर से काम शुरू हो गया। अब बहुत तेजी से प्रोग्रेस हो रही है। हर 3-4 दिन में एक नई मंजिल बन रही है। दिसंबर 2025 तक 80 फ्लोर तैयार हो चुके हैं, और उम्मीद है कि 2028 तक पूरी इमारत खड़ी हो जाएगी। कुल मिलाकर 167 से ज्यादा फ्लोर होंगे। इसमें फोर सीजंस होटल, लग्जरी अपार्टमेंट, ऑफिस, शॉपिंग मॉल और दुनिया का सबसे ऊंचा ऑब्जर्वेशन डेक होगा। ऊपर से पूरा जेद्दा और लाल सागर दिखेगा।
वहीं अब बात करते हैं कि यह इमारत इतनी खास क्यों है। सबसे पहले तो ऊंचाई – 1 किलोमीटर से ज्यादा। बुर्ज खलीफा से 180 मीटर ज्यादा ऊंची। इंजीनियरिंग के लिहाज से बहुत मुश्किल है क्योंकि इतनी ऊंचाई पर हवा बहुत तेज चलती है, भूकंप का खतरा होता है और सामान ऊपर पहुंचाना चुनौती है। लेकिन सऊदी के इंजीनियर इसे हैंडल कर रहे हैं। टावर में स्पेशल एलिवेटर होंगे जो बहुत तेज चलेंगे। साथ ही यह ग्रीन बिल्डिंग होगी, यानी एनर्जी बचाने वाली। दीवारें ऐसी होंगी जो गर्मी कम आने देंगी। MBS का कहना है कि यह इमारत सऊदी की तरक्की का सिंबल बनेगी। इससे हजारों जॉब्स मिलेंगी, विदेशी इन्वेस्टमेंट आएगा और टूरिस्ट बढ़ेंगे। जेद्दा पहले से ही हज के लिए फेमस है, अब यह भी एक वजह बनेगा।
लेकिन कुछ लोग इस प्रोजेक्ट की आलोचना भी करते हैं। कहते हैं कि इतना पैसा खर्च करने की बजाय गरीबी या एजुकेशन पर लगाना चाहिए। साथ ही पर्यावरण पर असर होगा क्योंकि इतना बड़ा कंस्ट्रक्शन पानी और एनर्जी ज्यादा लेगा। रेगिस्तान में इतनी ऊंची बिल्डिंग बनाना आसान नहीं। पहले भी कई प्रोजेक्ट रुके हैं। जैसे कुवैत में एक 1001 मीटर की प्लान्ड टावर है, बुर्ज मुबारक अल कबीर, लेकिन वह अभी सिर्फ प्लानिंग में है, काम शुरू नहीं हुआ। सऊदी में भी एक और प्लान है रियाद में 2 किलोमीटर ऊंची टावर का, लेकिन वह अभी शुरुआती स्टेज में है। जेद्दा टावर ही सबसे आगे है।
दुबई भी पीछे नहीं रहना चाहता। वहां भी नए टावर प्लान हो रहे हैं, जैसे बुर्ज अजीजी जो 725 मीटर या ज्यादा ऊंचा हो सकता है। लेकिन अभी जेद्दा टावर सबसे आगे है। सोशल मीडिया पर वायरल क्लेम कि “80 तल्ला बनकर तैयार” थोड़ा गलत है क्योंकि 80 फ्लोर बने हैं, लेकिन पूरी बिल्डिंग नहीं। और “1 KM उचा बिल्डिंग कर दिया खड़ा” भी जल्दबाजी है क्योंकि अभी आधी से कम बनी है। लेकिन प्रोग्रेस बहुत तेज है।
यह प्रतियोगिता अच्छी है क्योंकि इससे नई टेक्नोलॉजी आती है। ऊंची बिल्डिंग्स बनाना इंसान की ताकत दिखाता है। पहले न्यूयॉर्क में एम्पायर स्टेट बिल्डिंग थी, फिर ताइपे 101, अब बुर्ज खलीफा। जल्द ही जेद्दा टावर। MBS ने सच में दुबई को चैलेंज दिया है, और दुनिया देख रही है कि कौन जीतेगा। सऊदी कहता है कि हम सिर्फ ऊंचाई नहीं, बल्कि बेहतर लाइफस्टाइल देंगे। इमारत में लोग रहेंगे, काम करेंगे, घूमेंगे। यह सिर्फ एक टावर नहीं, पूरा शहर का हिस्सा है। अगर आप दुबई या सऊदी घूमने जाते हैं तो बुर्ज खलीफा जरूर देखें, लेकिन कुछ साल बाद जेद्दा टावर भी लिस्ट में आएगा। यह मिडिल ईस्ट की राइवलरी है जो दुनिया को नए वंडर दे रही है।
जैसा की पहले ही बता चुके हैं कि ये सब विज़न 2030 के अंतर्गत हो रहा है ,ऐसे में आपके जहन में भी ये सवाल आ रहा होगा कि ये विज़न है क्या। सऊदी अरब का विजन 2030 एक बहुत बड़ा और महत्वाकांक्षी प्लान है, जिसे अप्रैल 2016 में क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने लॉन्च किया था। इसका मुख्य मकसद है देश को तेल पर निर्भरता से बाहर निकालना, अर्थव्यवस्था को विविध बनाना, समाज को मॉडर्न बनाना और सऊदी को दुनिया का एक बड़ा निवेश और टूरिज्म हब बनाना। आसान शब्दों में कहें तो यह सऊदी अरब को 2030 तक एक मजबूत, खुशहाल और आगे बढ़ते हुए देश बनाने का रोडमैप है।
इसका उद्देश्य है लोगों की जिंदगी बेहतर बनाना। इसमें स्वास्थ्य, शिक्षा, मनोरंजन, संस्कृति और धार्मिक महत्व को बढ़ावा देना शामिल है। जैसे महिलाओं को ड्राइविंग की इजाजत, सिनेमा हॉल खोलना, कॉन्सर्ट और फेस्टिवल शुरू करना, खेल को बढ़ावा देना। महिलाओं की नौकरी में हिस्सेदारी 2018 के 19% से बढ़कर 2025 में 36% हो गई है। तेल के अलावा दूसरे सेक्टरों से पैसा कमाना। नॉन-ऑयल सेक्टर का GDP में हिस्सा 40% से बढ़कर 56% हो गया है। टूरिज्म बहुत बढ़ा – 2023 में 100 मिलियन विजिटर्स आए, और 2025 में टूरिज्म GDP का 10% से ज्यादा योगदान दे रहा है। विदेशी निवेश बढ़ाना, नई नौकरियां पैदा करना और प्राइवेट सेक्टर को मजबूत करना।
2025 के अंत तक विजन 2030 की 85% इनिशिएटिव्स पूरी हो चुकी हैं या ट्रैक पर हैं। कई टारगेट समय से पहले पूरे हो गए। अर्थव्यवस्था में नॉन-ऑयल ग्रोथ तेज है, टूरिज्म में दुनिया में टॉप ग्रोथ। डिजिटल और AI में 100 बिलियन डॉलर से ज्यादा निवेश। जेद्दा टावर जो की दुनिया की सबसे ऊंची बिल्डिंग है वो भी विजन 2030 का हिस्सा है। यह सऊदी की तरक्की का बड़ा सिंबल है। दुबई भी नए टावर प्लान कर रहा है, लेकिन फिलहाल जेद्दा टावर सबसे आगे है। यह मिडिल ईस्ट की हेल्दी राइवलरी है, जो दुनिया को नई ऊंची इमारतें दे रही है। कुछ साल बाद जेद्दा टावर देखने लायक होगा!



