भारतीय अर्थव्यवस्था पर काल्पनिक दुनिया में है मोदी सरकार: कांग्रेस
डोनाल्ड ट्रंप व राहुल गांधी के डेड इकॉनमी वाले बयान पर मची रार

सपा व आप ने किया समर्थन भाजपा ने किया पलटवार
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। ट्रंप के भारतीय अर्थव्यवस्था को डेड बताने और उसके बाद नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी का उनके बाद का समर्थन करने के बाद घमासान मचा हुआ है। बहुत से दलों ने ट्रंप व राहुल के हां में हां मिलाई है तो भाजपा ने निशाना साधा है। कांग्रेस ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि नरेन्द्र मोदी सरकार ने भारतीय अर्थव्यवस्था को पूरी तरह तबाह कर दिया है लेकिन वह अर्थव्यवस्था की स्थिति को लेकर काल्पनिक दुनिया में जी रही है।
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह आरोप उस वक्त लगाया जब एक दिन पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने दावा किया था कि अर्थव्यवस्था बर्बाद हो चुकी है। रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘ पिछले एक दशक में, मोदी सरकार द्वारा दिए गए गए पांच झटकों ने भारतीय अर्थव्यवस्था को पूरी तरह से तबाह कर दिया है। इसके लिए किसी और को ज़िम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता।’उन्होंने कहा, नोटबंदी ने हमारी विकास गति को पूरी तरह से बाधित कर दिया और करोड़ों भारतीय नागरिकों की आजीविका को तबाह कर दिया। रमेश ने यह दावा भी किया, एक बुनियादी रूप से दोषपूर्ण जीएसटी ने देश भर के हज़ारों व्यावसायिक उद्यमों पर कहर बरपाया है, सिवाय उन बड़ी कंपनियों के जो जीएसटी अनुपालन से जुड़ी लागत वहन कर सकती हैं।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के भारत को डेड इकोनॉमी बताने वाले बयान पर समाजवादी पार्टी के सांसद राम गोपाल यादव की प्रतिक्रिया सामने आई हैं। उन्होंने भी लोकसभा प्रतिपक्ष के बयान का समर्थन किया और कहा कि देश की अर्थव्यवस्था की हालत बहुत खराब है ये बात कौन नहीं जानता है।
सपा सांसद ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था की हालत बहुत खराब है। ये कौन नहीं जानता है। यहां दिल्ली में तो चमक दिखती है लेकिन, आप यहां से देहात में जाइए, 90 फीसदी लोग तो देहात में ही रहते हैं वहां क्या हालत है। वहां की अर्थव्यवस्था की हालत देखिए।

चीन से रिकॉर्ड आयात से देश भर में लाखों एमएसएमई बंद
जयराम रमेश के मुताबिक, चीन से रिकॉर्ड आयात के कारण देश भर में लाखों एमएसएमई बंद हो गए हैं, अकेले गुजरात में स्टेनलेस स्टील उद्योग के लगभग एक तिहाई एमएसएमई ने अपना परिचालन बंद कर दिया है। उन्होंने कहा, निजी निवेश ने 2004-14 के दौरान दिखाई गई तेज़ी खो दी है।
दूसरे देशों की नागरिकता ले रहें हैं उद्योगपति
भारतीय उद्योगपति लगातार बढ़ रहे अनुपात में दूसरे देशों की नागरिकता ले रहे हैं। राजनीति से प्रेरित और जबरन वसूली करने वाले छापामार राज और मोदानी के बढ़ते प्रभाव ने भारतीय अर्थव्यवस्था में विश्वास को कम किया है। कांग्रेस नेता का कहना है, पिछले दशक में सभी क्षेत्रों और वर्गों में अधिकतर भारतीय नागरिकों की मज़दूरी स्थिर रही है। ग्रामीण भारत में यह विशेष रूप से सच है। घरेलू बचत में तेज़ी से गिरावट आई है, ठीक उसी तरह जैसे घरेलू कर्ज़ में भारी वृद्धि हुई है।
आर्थिक असमानता बढ़ रही है
रमेश ने दावा किया कि निजी उपभोग कमज़ोर पड़ रहा है, जबकि विलासिता की वस्तुओं की खपत में कोई कमी नहीं आई है, जो स्पष्ट रूप से बढ़ती आर्थिक असमानताओं की ओर इशारा करता है। उन्होंने कहा, मोदी सरकार और उसकी जयकारा मंडली एक काल्पनिक दुनिया में जी रहे हैं। वे अर्थव्यवस्था की वास्तविक स्थिति को स्वीकारने में कंजूसी बरत रहे हैं।
मोदी की गलत नीतियों की वजह से लाखों करोड़ रुपए डूब रहे हैं : संजय
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने अमेरिका द्वारा भारत पर 25 फीसद टैरिफ लगाने और शेयर मार्केट के गिरने से भारतीय निवेशकों के लाखों करो? रुपए डूबने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि मोदी जी का ट्रंप के प्रति प्यार खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है, जबकि ट्रंप बेवफा निकल गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गलत नीतियों की वजह से लाखों करोड़ रुपए डूब रहे हैं। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी का ट्रंप के प्रति प्यार खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। उधर ट्रंप बेवफा निकल गए। अब ट्रम्प कह रहे हैं कि वे पाकिस्तान से प्यार करते हैं। ट्रम्प दबाव बना रहे हैं कि भारत रूस से सस्ता तेल न खरीदे, जबकि रूस भारत का परंपरागत मित्र है। रूस ने यूएन में छह बार वीटो पावर का इस्तेमाल कर भारत का साथ दिया, युद्ध में सहायता की और सस्ता तेल उपलब्ध कराता है। अमेरिका ऐसे मित्र देश रूस से भारत को सस्ता तेल खरीदने के रोक रहा है।
वहीं ट्रम्प भारत पर रूस से सस्ता तेल नहीं खरीदने का दबाव बना रहे हैं। ट्रम्प ने कहा है कि भारत की अर्थव्यवस्था मरी हुई है। पाकिस्तान में अमेरिका तेल खोज रहा है, जिसे भारत को बेचेगा। पीएम मोदी अपने दोस्त अडानी को बचाने के लिए देश की अर्थव्यवस्था को बर्बाद करने पर तुले हैं। मोदी सरकार देशवासियों को बताए कि भारत की अर्थव्यवस्था को बचाने के लिए उसकी क्या रणनीति है? संजय सिंह ने कहा कि यह निवेशकों के साथ विश्वासघात है, जो अपनी गाढ़ी कमाई शेयर मार्केट में लगाते हैं। सेंसेक्स 800 अंक गिर चुका है।
भारतीय जनता पार्टी की तीखी प्रतिक्रिया
बीजेपी आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने उनके बयान की निंदा की और कहा कि राहुल गांधी ने ट्रंप की टिप्पणी को दोहराकर नीचता की नई हदें तक पहुंच चुके हैं। उनका बयान भारत की जनता की आकांक्षाओं और उपलब्धियों का बेहद शर्मनाक अपमान है।
अनिल अंबानी को ईडी ने दिये समन
पांच अगस्त को पूछताछ के लिए तलब किया
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
मुंबई। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने रिलायंस ग्रुप के चेयरमैन अनिल अंबानी समूह की कंपनियों के खिलाफ दर्ज धनशोधन मामले में उन्हें पांच अगस्त को पूछताछ के लिए बुलाया है। आधिकारिक सूत्रों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। सूत्रों ने कहा कि मामला दिल्ली में दर्ज होने की वजह से अंबानी (66) को दिल्ली स्थित ईडी मुख्यालय बुलाया गया है।
उन्होंने कहा कि एजेंसी अंबानी के पेश होने पर धनशोधन निवारण अधिनियम के तहत उनका बयान दर्ज करेगी।पिछले सप्ताह संघीय एजेंसी ने उनके व्यावसायिक समूह की कई कंपनियों और अधिकारियों के परिसरों पर छापे मारे थे। 24 जुलाई को शुरू हुई यह छापेमारी तीन दिन तक जारी रही थी। यह कार्रवाई अंबानी की कंपनियों द्वारा कथित वित्तीय अनियमितताओं और 10,000 करोड़ रुपये से ज्यादा के सामूहिक ऋ ण को किसी और काम में इस्तेमाल करने के मामले में की गई थी।
मुंबई में 35 से अधिक स्थान पर तलाशी ली गई, तथा ये परिसर 50 कंपनियों और 25 लोगों के थे, जिनमें अनिल अंबानी समूह की कंपनियों के कई अधिकारी भी शामिल थे। ईडी के सूत्रों ने कहा था कि जांच मुख्य रूप से 2017-2019 के बीच अंबानी की कंपनियों को यस बैंक से मिले लगभग 3,000 करोड़ रुपये के ऋ ण को किसी और काम में इस्तेमाल करने के आरोपों से संबंधित है।
संसद में फिर हंगामा, विपक्ष का प्रहार
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। मानसून सत्र का दसवां दिन भी हंगामें की भेंट चढ़ गया। शुक्रवार को भी कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सांसद एसआईआर के मुद्दे पर नारेबाजी करने लगे। वे सदन में इस विषय पर चर्चा की मांग कर रहे हैं। उनके हंगामे के कारण बैठक कुछ ही मिनट में दोपहर दो बजे तक स्थगित कर दी गई और प्रश्नकाल नहीं चल सका।
बैठक स्थगित करने की घोषणा से पहले अध्यक्ष बिरला ने नारेबाजी कर रहे सदस्यों से आग्रह किया, ‘‘सदन की गरिमा को बनाकर रखिए। प्रश्नकाल बहुत महत्वपूर्ण समय होता है। आप नारेबाजी और तख्तियों से अन्य सदस्यों का अधिकार नहीं छीन सकते। यह गलत तरीका, गलत आचरण और गलत व्यवहार है।मानसून सत्र की शुरुआत 21 जुलाई को हुई थी और आज सदन की कार्यवाही का 10वां दिन है। सदन में इस दौरान केवल दो दिन, मंगलवार और बुधवार को प्रश्नकाल निर्बाध तरीके से पूरा चला। सदन में ऑपरेशन सिंदूर पर विशेष चर्चा और मणिपुर में राष्ट्रपति शासन बढ़ाने संबंधी सांविधिक संकल्प को मंजूरी के अलावा अन्य कोई महत्वपूर्ण विधायी कामकाज नहीं हो सका।
कांग्रेस, डीएमके, सपा, टीएमसी, एनसीपी, शिवसेना (यूबीटी), आरजेडी, आरएसपी ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखकर बिहार में मतदाता सूची के पुनरीक्षण पर चर्चा की मांग की। शुक्रवार को लोकसभा की कार्यवाही हंगामे के साथ शुरू हुई क्योंकि विपक्ष ने बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले मतदाता सूचियों के चल रहे विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी।
इंडिया गठबंधन के सांसदों का प्रदर्शन जारी
इससे पहले, इंडिया गठबंधन के सांसदों ने संसद में मक्कर द्वार के सामने विरोध प्रदर्शन किया और मतदाता सूचियों के एसआईआर पर दोनों सदनों में चर्चा की मांग की। गुरुवार को, इंडिया ब्लॉक के दलों ने अपनी बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि वे संसद के अंदर और बाहर चल रहे एसआईआर के खिलाफ अपने विरोध को तेज करेंगे।
जनता ने इतना बड़ा अवसर दिया है, नारेबाजी और तख्तियों से मत गंवाओ : ओम बिरला
विपक्षी दलों के सदस्यों को नसीहत देते हुए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शुक्रवार को कहा कि जनता ने आपको इतना बड़ा अवसर दिया है, इसे नारेबाजी करके और तख्तियां दिखाकर मत गंवाइए। उन्होंने कहा, ‘‘आप नारेबाजी करके, तख्तियां लहरा कर जनता की अभिव्यक्ति नहीं कर रहे। जनता ने आपको जो इतना बड़ा अवसर दिया है, उसे नारेबाजी और तख्तियों से मत गंवाओ।’’बिरला ने कुछ नेताओं की ओर इशारा करते हुए कहा कि इतने वरिष्ठ सदस्य होने के नाते यह तरीका उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर लोकतंत्र को मजबूत करना है तो सदस्यों को प्रश्न उठाने देने होंगे जिस पर सरकार की जवाबदेही तय होगी।बिरला ने प्रदर्शन कर रहे सांसदों से कहा, ‘‘मेरा रोज आपसे आग्रह रहता है कि सदन की कार्यवाही को चलने दें। सासदों को प्रश्न उठाने दें। लोगों की अपेक्षाएं और आकांक्षाएं पूरी होने दें और देश को आगे बढ़ाने में सहयोग दें। देश में हो रहे परिवर्तन के बारे में यहां अपनी बात रखें
असंवेदनशील है सरकार गरीबों से दस्तावेज मांग रही है : गोगोई
बिहार में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) प्रक्रिया पर कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा कि यह असंवेदनशील है कि वे गरीबों से दस्तावेज मांग रहे हैं ताकि उनके नाम मतदाता सूची में आ सकें। विशेष रूप से बुजुर्गों को अपने पुराने दस्तावेज खोजने में समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। कुछ लोग इस प्रक्रिया में रिश्वत भी ले रहे हैं। जब हम इस मुद्दे को उठाने की कोशिश करते हैं, तो हमें अस्पष्ट कारण बताए जाते हैं कि सरकार इस पर चर्चा की अनुमति क्यों नहीं दे सकती। इंडिया ब्लॉक पार्टियों ने एसआईआर में समस्याओं का सामना करने वाले सभी लोगों की ओर से अध्यक्ष को एक संयुक्त पत्र सौंपा है।
मतदाता जागरूकता अभियान से हटाए गए क्रिकेटर रिंकू सिंह
सांसद प्रिया सरोज से सगाई के बाद आयोग ने लिया फैसला
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। भारतीय क्रिकेटर रिंकू सिंह को चुनाव आयोग ने मतदाता जागरूकता अभियान से हटा दिया है। हाल ही में सपा सांसद प्रिया सरोज से सगाई के बाद यह फैसला लिया गया। आयोग की तरफ से सभी प्रचार सामग्री से क्रिकेटर की फोटो हटाने के आदेश दिए गए हैं। इससे उनके फैंस को निराशा हाथ लगी है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय के मुताबिक, रिंकू सिंह हमारे प्रदेश के आइकन हैं। इसलिए उन्हें मतदाता जागरूकता अभियान से जोड़ा गया था। लेकिन, जब कोई भी व्यक्ति किसी भी तरह से किसी राजनीतिक पार्टी से जुड़ जाता है, या फिर शंका होती है कि वह किसी तरह चुनाव से जुड़ सकता है, तो ऐसे में उसे जागरूकता अभियान से नहीं जोड़ा जा सकता है। इससे उनके निजी हित टकरा सकते हैं।
पूर्व सांसद प्रज्वल रेवन्ना घरेलू कामगार से बलात्कार के मामले में दोषी करार
बेंगलुरु। जेडीएस के के निष्कासित नेता और पूर्व लोकसभा सांसद प्रज्वल रेवन्ना को हसन जिले के होलेनरसीपुरा स्थित एक फार्महाउस में घरेलू कामगार से बलात्कार के मामले में बेंगलुरु स्थित जनप्रतिनिधियों की विशेष अदालत ने दोषी ठहराया है। बता दें कि कोर्ट ने जैस ही पूर्व हासन सांसद प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ फैसला सुनाया तो वह कोर्ट में ही भावुक हो गया। उसके आंखों से आंसू निकलने लगा और फूट-फूटकर रोने लगा। यह फैसला एफआईआर दर्ज होने के महज 14 महीने बाद सुनाया गया है।
भारत समेत सभी देशों पर टला ट्रंप का टैरिफ वार
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल में भारत पर 25 प्रतिशत रेसिप्रोकल टैरिफ लगाने का एलान किया है। वहीं, राष्ट्रपति ट्रंप ने दर्जनों देशों पर 10 प्रतिशत से लेकर 41 प्रतिशत तक के नए रेसिप्रोकल टैरिफ लगाने के आदेश पर हस्ताक्षर कर दिया है। हालांकि, उन्होंने पाकिस्तान पर खास प्रेम दिखाया है। टैरिफ लगाने की अंतिम तिथि 1 अगस्त थी, लेकिन नए शुल्क 7 अगस्त से लागू होंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति के इस एलान के बाद भारत पर भी इसका गहरा असर देखने को मिल सकता है।
हालांकि, भारत ने साफ कहा है कि राष्ट्रहित से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। अमेरिकी राष्टï्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत से आयात पर 25 प्रतिशत का टैरिफ लगाया है। वहीं, 70 के करीब देशों पर भी ट्रंप ने भारी टैरिफ थोपा है। ताइवान पर 20 प्रतिशत, दक्षिण अफ्रीका पर 30 प्रतिशत टैरिफ लगाया है। हालांकि, पाकिस्तान को थोड़ी रहम दिखाते हुए केवल 19 प्रतिशत टैरिफ लगाया है। माना जा रहा है कि राष्ट्रपति ट्रंप का ये फैसला वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए बड़ी चुनौती साबित हो सकता है। जानकारी दें कि जिस आदेश पर अमेरिकी राष्ट्रपति ने हस्ताक्षर किए हैं, उसमें कहा गया है कि इस आदेश के बाद 7 दिनों के भीतर नई टैरिफ की दरें लागू हो जाएंगी। इसके अलावा बताया गया कि इस टैरिफ वाले आदेश में जिन देशों के नाम शामिल नहीं है, उन सभी पर 10 प्रतिशत टैरिफ लगाने का फैसला लिया गया है।



