मोदी का समर्थन पड़ा महंगा, मनसे को लग रहा झटके पर झटका
महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर से नया मोड़ सामने आया है....जहां मनसे के पदाधिकारियों ने पार्टी में विद्रोह कर दिया है...देखिए खास रिपोर्ट....
4पीएम न्यूज नेटवर्कः देश में लोकसभा चुनाव का बिगुल बच चुका है…. जिसको लेकर सभी पार्टियां जोर-शोर से चुनाव की तैयारियों में जुटी हुई है… और अपने-अपने कार्यों को जनता के बीच पहुंचकर गिना रहीं है… और जनता से समर्थन मांग रही है…. इसी कड़ी में महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर से नया मोड़ सामने आया है….जहां मनसे के पदाधिकारियों ने पार्टी में विद्रोह कर दिया है… और एक के बाद एक पदाधिकारी मनसे पार्टी से अपना इस्तीफा दे रहें है…. इसका मुख्य कारण राज ठाकरे द्वारा मोदी को समर्थन देना है…. बता दें पिछले दिनों राज ठाकरे ने मुंबई के शिवाजी पार्क में रैली के दौरान जनसभा को संबोधित करते हुए… जनता को स्पष्ठ करते हुए कहा था कि हम बिना किसी समझौते के मोदी को अपना समर्थन दे रहें है…. जिसके तुरंत बाद से मनसे में विद्रोह शुरू हो गया था… और मनसे के पार्टी सचिव ने फेसबुक पर पोस्ट करते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया था…. वहीं पार्टी से इस्तीफा देने का सिलसिला यहीं नहीं थमा…. पार्ची सचिव के बाद एक के बाद एक कई पदाधिकारियों ने विरोध व्यक्त करते हुए पार्टी से अपना इस्तीफा दे रहे है…. और राज ठाकरे का जमकर विरोध कर रहें है…
राज ठाकरे का वर्चस्व हो रहा कम!
वहीं पार्टी पदाधिकारियों के विरोध के चलते राज ठाकरे का वर्चस्व अब महाराष्ट्र में धीरे-धीरे कम हो रहा है…. बता दें पार्टी में होता विरोध देखकर राज ठाकरे चिंतित नजर आ रहे है…. आपतो बता दें कि इलेक्टोरल बॉन्ड का डाटा सार्वजनिक होने के बाद से पूरे देश में पीएम मोदी समेत बीजेपी का बड़े स्तर पर विरोध हो रहा है… जिसको देखते हुए जनता के साथ-साथ उनसे हाथ मिलाने वाले के साथ भी बारी विरोध देखने को मिल रहा है… पार्टी पदाधिकारियों समेत आम जनता भी बीजेपी का विरोध कर रही है… वहीं इस विरोध से डरी भाजपा अपने साथ ईडी,सीबीआई समेत तमाम सरकारी तंत्रो के द्वारा डरा धमकाकर विपक्ष के बड़े चेहरों को अपने पाले में शामिल कर रही है…. वहीं चुनावी चंदे का डाटा सार्वजनिक होने के बाद से पीएम मोदी का चेहरा बेनकाब हो चुका है… जिसका डर बीजेपी सहित पीएम मोदी में व्याप्त है…. जिसको देखते हुए पीएम मोदी प्रधानमंत्री पद की गरिमा को भूल बैठे है… और एक के बाद एक रैली कर रहें है..,.. और डरा धमकाकर पुलिस प्रशासन की मदद से भीड़ इक्ट्ठा कर रहे है… ताकि जनता के बीचे यह संदेश जाए की पीएम मोदी की लोकप्रियता में कोई कमी नहीं आई है….
पढ़ी लिखी युवा सड़कों पर धूल फांक रही है
आपको बता दें कि किसी की भी तानाशाही अधिक दिन तक नहीं चलती है…. पीएम मोदी कितना झूठ बोले वाला और इतना झूठ बोलने वाला व्यक्ति कभी भी राजनीति में नहीं आया है… और भविष्य में भी शायद आए…. वहीं पढ़ी लिखी युवा पीढ़ी सड़कों पर धूल फांक रही है…. युवा बेरोजगारों को लेकर पीएम मोदी के पास कोई रोजगाक नहीं है… कोई भी वैकेंसी नहीं निकल रही है…. और चुनाव के ठीक पहले अपनी जेब भरने के लिए कई सारी वैकेंसियां निकाली गई थी… जिससे सरकाक को राजस्व मिल गया… जिसके माध्यम से चुनाव के समय विधायकों और नेताओं को खीदने काम हो रहा है… वहीं बीजेपी जेब भर गया और निकली वैकेंसियों का पेपर भी करा दिया गया… लेकिन पेपर लीक हो गया… और भर्ती परीक्षा को निरस्त कर दिया गया है… और दोबारा जून में कराने का नोटिफिकेशन जारी किया गया है…. वहीं ऐसा पहली बार नहीं हुआ है… जब ऐसा हुआ है…. आपको बता दें कि बीजेपी देश की ही नहीं बल्कि दुनिया की सबसे भ्रष्ट पार्टी है…. जो अब बेनकाब हो चुकी है… वहीं इसके भ्रष्टाचार का मुहंतोड़ जवाब जनता आगामी 4 जून को देने का काम करेगी…. और पीएम मोदी की आंख खुल जाएगी… जिसके बाद पीएम मोदी का क्या होगा यह तो आने वाला वक्त तय करेगा….
नाराज पदाधिकारियों ने मनसे के खिलाफ खोला मोर्चा
आपको बता दें कि राज ठाकरे द्वारा बीजेपी को समर्थन देने के बाद महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर नया मोड़ सामने आ गया है…. जिसके बाद महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के कई कार्यकर्ता और पदाधिकारियों ने पार्टी प्रमुख राज ठाकरे के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है…. और राज ठाकरे के फैसले के विरोध में कई पदाधिकारियों ने अपना इस्तीफा दे दिया है….. बता दें कि महाराष्ट्र में राज ठाकरे की पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना को भाजपा नीत एनडीए का समर्थन करना भारी पड़ता दिख रहा है…. पार्टी के अंदर ही विरोध की आवाजें उठने लगी हैं…. पार्टी के कई पदाधिकारियों ने पार्टी प्रमुख राज ठाकरे द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी… और राज्य में भाजपा नीत गठबंधन को समर्थन देने की घोषणा के बाद विरोध स्वरूप इस्तीफा दे दिया है….
महासचिव कीर्तिकुमार शिंदे ने भी पार्टी से दे दिया इस्तीफा
सबसे पहले मनसे के महासचिव कीर्तिकुमार शिंदे ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है… और मिहिर दावते और मुंबई के बाहरी इलाके डोंबिवली में मनसे की छात्र शाखा के पदाधिकारियों ने भी पार्टी छोड़ दी…. जिसके बाद कीर्तिकुमार ने अपने फेसबुक पर फैसले का विरोध करते हुए कहा कि एमएनएस प्रमुख ठाकरे ने 2019 में पीएम मोदी और बीजेपी के खिलाफ स्टैंड लिया था…. लेकिन, आज पांच साल बाद, राज साहब ने देश के इतिहास के सबसे महत्वपूर्ण क्षण में अपनी राजनीतिक भूमिका बदल दी है… जो गलत है…
गुड़ी पड़वा राज ठाकरे ने बीजेपी को दिया था समर्थन
बता दें कि मंगलवार को अपनी वार्षिक गुड़ी पड़वा रैली में, राज ठाकरे ने पीएम मोदी और उनके गठबंधन को बिना शर्त समर्थन देने की घोषणा की…. जिसमें भाजपा, एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और अजीत पवार के नेतृत्व वाली राकांपा शामिल थी….. वहीं 2006 में गठित एमएनएस ने 2014 में पीएम पद के लिए मोदी की उम्मीदवारी का समर्थन किया था…. हालांकि, अपनी वक्तृत्व कला के लिए जाने जाने वाले फायरब्रांड नेता ठाकरे 2019 में कटु आलोचक बन गए…. और उन्होंने मोदी की नीतियों पर हमला किया…. अब उन्होंने 2024 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले मोदी का समर्थन किया है….
मनसे के कई पदाधिकारियों ने दिया इस्तीफा
वहीं राज ठाकरे के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समर्थन के बाद से महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के पदाधिकारी विरोध में उतर आए हैं…. एक-एक कई पदाधिकारियों ने अपना इस्तीफा दे दिया है…. यही नहीं उनमें से कई ने सोशल मीडिया पर अपने राज ठाकरे के इस फैसले के विरोध में पोस्ट भी की है…. मंगलवार को गुडी परवा रैली में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना प्रमुख राज ठाकरे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राज्य में भाजपा की महायुति गठबंध को समर्थन देने का बड़ा फैसला लिया था…. वहीं महायुति गठबंधन में पहले से ही भाजपा, एकनाथ शिंदे वाली शिवसेना और अजीत पवार की राकांपा भी शामिल है… राज ठाकरे की पार्टी के कई पदाधिकारी उसके इस फैसले के विरोध में खड़े हो गए, साथ ही अपने पद से इस्तीफा भी दे दिया….. आपको बता दें कि पिछले महीने पूर्व शिव सेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के भाई राज ठाकरे ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी…. इसके बाद ही राज ठाकरे ने पार्टी का बिना शर्त समर्थन करने का फैसला किया था….
मिहिर दावते समेत छात्र शाखा के पदाधिकारियों ने भी छोड़ी पार्टी
महायुति गठबंधन में भाजपा, एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) शामिल है… वहीं ठाकरे के रुख का उल्लेख करते हुए मिहिर दावते और मुंबई के बाहरी इलाके डोंबिवली में मनसे की छात्र शाखा के पदाधिकारियों ने भी पार्टी छोड़ दी…. दावते ने कहा कि ठाकरे द्वारा प्रधानमंत्री मोदी को समर्थन देने की घोषणा के बाद उन्होंने विरोध स्वरूप पार्टी छोड़ी है….
‘राज ठाकरे के बदलते रूख का सामना करना मुश्किल’
वहीं उन्होंने कहा हमने देखा कि राज साहेब के बदलते रुख का सामना करना मुश्किल है….इसलिए अलग होना ही बेहतर है…. उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं का एक वर्ग चुप है लेकिन ठाकरे के फैसले से खुश नहीं है… राज ठाकरे का यह फैसला पिछले महीने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ उनकी मुलाकात के बाद सामने आया है… महाराष्ट्र की 48 लोकसभा सीटों पर 19 अप्रैल से 20 मई के बीच पांच चरणों में मतदान होगा… और मतगणना चार जून को होगी….
राज ठाकरे ने अचानक बदला पैतरा
वहीं पहले चरण के मतदान में महज कुछ ही दिन शेष बचे हैं… जिसको देखते मनसे के पदाधिकारियों का विरोध बीजेपी समेत मनसे पर भी भारी पड़ता नजर आ रहा है…. वहीं अब मनसे में उठे विद्रोह को शांत करने के लिए राज ठाकरे कौन सा कदम उठाते है… यह तो आने वाला वक्त तय करेगा…. आपको बता दें कि बीजेपी और पीएम मोदी का खुलकर विरोध करने वाले राज ठाकरे ने अचानक पैतरा बदल लिया जिसको देकते हुए पार्टी में ही बगावत शुरू हो गई है…. महाराष्ट्र की जनता समेत सभी विपक्षी नेता कार्यकर्ता बीजेपी और पीएम मोदी से नाराज है… इसका मुख्य कारण है कि पीएम मोदी का झूठ पिछले 10 सालों से सिर्फ पीएम मोदी झूठ बोलते और नाटक करते हुए अक्सर मंचों पर दिख जाते है… जो अब बेनकाब हो चुका है…. वहीं परिवारवाद की बात करने वाले पीएम मोदी के ही कुनबे में सबसे अधिक परिवारवाद भरा पड़ा है… जो पीएम मोदी को दिखता ही नहीं है…. और विपक्ष से परिवारवाद की बात करते हैं…. बता दें देश के सभी बड़े पदों पर अध्यक्ष के पद पर ऐसे परिवार के लोग भरे पड़े है… जिनको उस विभाग के बारें में कुछ भी पता ही नहीं है…. उसके बाद भी बीजेपी में परिवारवाद है ही नहीं…. आपको बता दें की पीएम मोदी के जुमलेबाजी का जनता मुंहतोड जबाव देने के लिए तैयार हैं…. जो आगामी 4 जून को देखने को मिलेगा…