वक्फ कानून पर मोहम्मद मोइज़ उद्दीन कासमी का बड़ा बयान, कहा-सभी आएं और जुल्म के खिलाफ आवाज उठाएं
मोहम्मद मोइज़ उद्दीन कासमी ने वक्फ कानून पर कहा, "इस महीने की 25 तारीख (यानी 25 मई) को ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड द्वारा एक कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है.

4पीएम न्यूज नेटवर्कः छत्रपति संभाजीनगर में मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड 25 मई को वक्फ कानून पर एक कार्यक्रम आयोजित कर रहा है. इस कार्यक्रम में बोर्ड के सदस्य और अन्य धर्मनिरपेक्ष संगठन भाग लेंगे.
छत्रपति संभाजीनगर मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य मोहम्मद मोइज़ उद्दीन कासमी ने वक्फ कानून पर कहा, “इस महीने की 25 तारीख (यानी 25 मई) को ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड द्वारा एक कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है. बोर्ड के वरिष्ठ सदस्य और क्षेत्र के स्थानीय प्रतिनिधि इसमें भाग लेंगे. अन्य धर्मनिरपेक्ष विचारधारा वाले संगठनों के प्रतिनिधि भी इस कार्यक्रम का हिस्सा बनेंगे. वे अब कानून बन चुके बिल के बारे में पूरी जानकारी देंगे.”
Maharashtra: Chhatrapati Sambhajinagar Muslim Personal Law Board Member Mohammed Moiz Uddin Qasmi on Waqf Act says, "A program is being organized by the All India Muslim Personal Law Board on the 25th of this month. Senior members of the Board and local representatives from the… pic.twitter.com/JeMZfUJSGr
— IANS (@ians_india) May 21, 2025
मोहम्मद मोइज़ उद्दीन कासमी ने बताया कि यह कार्यक्रम 25 मई की शाम 6.00 बजे से लेकर रात 10.00 बजे तक चलेगा. इसमें पूरे शहर से लोग जुड़ेंगे और माना जा रहा है कि इस कार्यक्रम में करीब 1 लाख लोगों की भीड़ रहेगी. उन्होंने लोगों से अपील की है कि इस कार्यक्रम में केवल मुसलमान नहीं, बल्कि इंसान पसंद जितने नागरिक हैं, सभी आएं और ‘जुल्म’ के खिलाफ आवाज उठाएं.
असदुद्दीन ओवैसी ने उठाए सवाल
इससे पहले एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने वक्फ कानून पर सवाल उठाते हुए बीजेपी पर निशाना साधाते हुए कहा, ‘उत्तराखंड में 170 मदरसों को सील कर दिया गया. उत्तर प्रदेश में 350 मजहबी जगहों को जिसमें मस्जिद, मदरसे, मजार और ईदगाह है, उसकी सीलींग कर दी गई, उस पर बुलडोजर चल जाएगा. गुजरात में बीजेपी 1998 यानी 25 साल से सत्ता में है. अहमदाबाद के चंदोला तलाब पर 30 साल से हिन्दू-मुसलमान साथ रहते हैं. 4-8 हजार झोपड़ी को तोड़ दिया, और कहा गया कि यहां बंग्लादेशी निकले हैं. ये गरीब कहां जाएंगे, इस देश में गरीबों का क्या होगा.”



