नोएडा: साउथ इंडियन बैंक में जालसाजी, खाते से उड़ाए रुपये
फर्जी हस्ताक्षर के जरिए डॉ. विवेक कुमार गिरि के खाते से निकाले गए दो लाख, पीडि़त ने बैककर्मियों और अधिकारियों पर लगाया मिलीभगत का आरोप, एफआईआर
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नोएडा। नोएडा में साउथ इंडियन बैंक शाखा में जालसाजी का बड़ा मामला सामने आया है। एलोपेसिया हर्बल ट्रीटमेंट सेंटर के डॉ. विवेक कुमार गिरि के खाते से फर्जी हस्ताक्षर के जरिए दो लाख निकाल लिए गए। इस मामले में डॉ. गिरी ने बैंक के अधिकारियों और कर्मियों पर मिलीभगत कर जालसाजी का आरोप लगाते हुए थाना नोएडा सेक्टर 20 गौतमबुद्धनगर में एफआईआर दर्ज करायी है। साथ ही अपना पैसा वापस दिलाने और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
पीडि़त डॉ. विवेक कुमार गिरि ने एफआईआर में लिखा है कि मुझे लोन की जरूर थी लिहाजा मैने कई बैंकिग पोर्टल पर अपनी क्वैरी जेनरेट की थी। इसी दौरान 29 जुलाई को राजीव नाम के व्यक्तिका फोन आया। उसने अपने को एचडीएफसी बैंक कर्मी बताते हुए कहा कि आपके सिबिल स्कोर को देखते हुए बैंक आपको ओडी लिमिट दे रहा। क्या आप इसे बढ़वाना चाहेंगे। मेरे हां कहने पर उसने मुझसे डॉक्यूमेंट मांगे। 23 अगस्त को उसका फोन फिर आया। इसके बाद दो लोग आए। उन्होंने मुझसे बैंकिंग फॉर्म पर साइन करवाया। 6 महीने की करेंट अकाउंट की स्टेटमेंट और तीन फोटो, आधार कार्ड व पैन कार्ड की कापी और तीन कैंसिल चेक लेकर गए। वे सितंबर में फाइल लॉगिन करने को कहते हैं मैंने स्वीकृति दे दी। उसके बाद अचानक 27 सितंबर को एक चेक लगता है और मेरे पास मैसेज आता है कि आपके खाते से दो लाख निकाले गए हैं। मेरा खाता प्रोपराइटर फर्म के नाम पर साउथ इंडियन बैंक ब्रांच सेक्टर 27 नोएडा में मार्च 2022 में खोला गया। मेरे कैंसल चेक द्वारा फर्जीवाड़ा करके विनोद गिरि द्वारा दो लाख रुपए का चेक लगाता है। बैंक अधिकारियों द्वारा मुझे इसकी कोई सूचना दी गई। मेरे पूछताछ पर बैंक कर्मी कहते हैं कि आपके सिग्नेचर सही थे इसलिए रुपये दे दिए जबकि फ्राड रोकने के लिए आरबीआई के नियमों की धज्जियां उड़ाई गई। आशीष झा ब्रांच मैनेजर ,मिसेज लक्ष्मी और प्रज्ञा प्रमाणिक के इस घोर अनुशासनहीनता और आरबीआई के नियमो के उलंघन की वजह से मेरा आर्थिक नुकसान हुआ है। साथ ही उन्होंने कहा कि मैं मानसिक रूप से प्रताडि़त महसूस कर रहा हूं और यदि कुछ होता है तो इसका जिम्मेदार साउथ इंडियन बैंक , इसके ब्रांच मेनेजर आशीष झा , प्रज्ञा प्रमाणिक और लक्ष्मी तथा इस ब्रांच के समस्त कर्मचारी होंगे।