यूपी में नई सियासी सुगबुगाहट : कांग्रेस का बड़ा दांव, जयंत को राज्यसभा भेजने का ऑफर
- नए ऑफर के जरिए रालोद को कांग्रेस से जोड़ने की मुहिम
- कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और रालोद प्रमुख चौधरी जयंत सिंह की मुलाकात के बाद प्रदेश में सियासी सुगबुगाहट तेज
लखनऊ। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और रालोद प्रमुख चौधरी जयंत सिंह की मुलाकात के बाद प्रदेश में सियासी सुगबुगाहट तेज हो गई हैं। चर्चा है कि जयंत को कांग्रेस की तरफ से पंजाब विधानसभा चुनाव में सीटें देने और राज्यसभा भेजने का ऑफर दिया गया है। उधर रालोद के थिंक टैंक का मानना है बसपा और कांग्रेस का गठबंधन होना मुश्किल है। जबकि बिना बसपा के इस गठबंधन के कोई मायने नहीं होंगे। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने दो दिन पहले ही कहा था कि उनका रालोद के साथ मजबूती से गठबंधन है। बस सीटों का बंटवारा होना है। ठीक यही बात दो दिन पहले रालोद प्रमुख चौधरी जयंत ने भी लखनऊ में प्रेस वार्ता में कही थी, लेकिन शाम को कुछ और ही सियासी सीन नजर आने लगा। दिल्ली लौटते समय जयंत ने वह फ्लाइट छोड़ दी, जिससे अखिलेश भी दिल्ली जा रहे थे। उसके बजाय वह कांग्रेस के निजी विमान में प्रियंका गांधी, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और सांसद दीपेंद्र हुड्डा के साथ दिल्ली रवाना हुए। इससे पहले प्रियंका के साथ लखनऊ हवाई अड्डे पर भी काफी देर जयंत की बातचीत हुई। चर्चा है कि कांग्रेस ने इस मुलाकात में जयंत को नया ऑफर दिया है। यूपी के साथ पंजाब में भी विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में कहा गया है कि रालोद को पंजाब में कांग्रेस कुछ मजबूत सीटें देंगी। किसान आंदोलन के बाद रालोद को भी यह विकल्प अच्छा दिख रहा है। इसके अलावा जयंत को छत्तीसगढ़ या पंजाब के बूते राज्यसभा भेजने का ऑफर देने की बात कही जा रही है। इतना ही नहीं, भविष्य में हरियाणा में मिलकर नए समीकरण बनाने की बात रखी गई है। हालांकि प्रत्यक्ष तौर पर सपा और रालोद नेता दोनों ही इन चर्चाओं के बजाय इसी बात पर जोर दे रहें है कि सपा और रालोद का गठबंधन है और मजबूती से चुनाव लड़ेगा। जल्द ही सीटों का बंटवारा हो जाएगा।
प्रस्ताव पर गंभीरता से हो रहा विचार
जानकारों के मुताबिक इस पर गंभीरता से विचार हो रहा है। पर, कांग्रेस बसपा से भी संपर्क साध रही है। गणित यह तैयार किया जा रहा है कि बसपा, रालोद और कांग्रेस अगर साथ आएं तभी कुछ मजबूती आ सकती है। उधर, बसपा भी इस पूरे सीन पर पैनी नजर रखे है। चूंकि बसपा के मजबूत सिपहसालार भी लगातार पार्टी छोड़ रहे हैं। ऐसे में नए समीकरण बसपा को भी संजीवनी दे सकते हैं।
उत्तराखंड में आम आदमी पार्टी का जेल भरो आंदोलन का ऐलान
हरिद्वार। उत्तराखंड की सियासत में देवस्थानम बोर्ड के मुद्ïदे पर लगातार गतिरोध बना हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के केदारनाथ दौरे से पहले देवस्थानम बोर्ड को लेकर राजनीतिक घमासान जारी है। इसी बीच बोर्ड के विरोध में आम आदमी पार्टी ने जेल भरो आंदोलन शुरू करने की घोषणा कर दी है। हरिद्वार पहुंचे आप नेता पूर्व कर्नल अजय कोठियाल ने आज से आंदोलन शुरू करने का ऐलान किया। इधर, भाजपा के नेताओं का केदानाथ में विरोध होने के बाद पार्टी ने तीर्थ पुरोहितों को साधने की कोशिश की है। पीएम मोदी के दौरे से पहले उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत और यतीश्वरानंद केदारनाथ जाकर तीर्थ पुरोहितों की मान मनौव्वल करेंगे। हरिद्वार में संत समुदाय से मुलाकात के बाद कोठियाल ने तंज कसा कि भाजपा के पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत और मौजूदा मंत्री को तीर्थ पुरोहितों का विरोध इसलिए झेलना पड़ा क्योंकि वह नाराजगी को समझते हुए भी बस अपनी नौकरी बचाने के लिए केदारनाथ गए थे। उन्होंने कहा आप पार्टी तीर्थ पुरोहितों के साथ है और देवस्थानम बोर्ड के विरोध में आज से जेल भरो आंदोलन करेगी। पुरोहितों के आग्रह पर मैं भी केदारनाथ जा रहा हूं। उन्होंने साफ कहा कि बोर्ड भंग होने तक आम आदमी पार्टी का आंदोलन जारी रहेगा।