दो हजार नहीं जनाब, पांच सौ के नोट बने हैं मुसीबत

नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक और सरकार के लिए 2000 रुपये के नोट से ज्यादा 500 रुपये का नोट मुसीबत बनता जा रहा है। इस बात की तस्दीक आरबीआई ने अपनी रिपोर्ट में की है। वास्तव में आरबीआई ने अपनी एनुअल रिपोर्ट में जानकारी दी है कि वित्त वर्ष 2023 में लगभग 91,110 नकली 500 रुपये के नोटों का पता चला था। रिपोर्ट में कहा गया है कि वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान, बैंकिंग सेक्टर में पकड़े गए कुल फेक इंडियन करेंसी नोट्स में से 4।6 फीसदी रिज़र्व बैंक में और 95।4 फीसदी दूसरे बैंकों में मिले हैं।
सेंट्रल बैंक ने इस बात की भी जानकारी दी कि वित्त वर्ष 2023 में 78,699 नकली 100 रुपये के नोट और 27,258 नकली 200 रुपये के नोट भी पाए गए। आरबीआई को वित्त वर्ष 2022-23 में 9,806 नकली 2000 रुपये के नोट मिले हैं। केंद्र सरकार ने 19 मई को घोषणा की थी कि 2000 रुपए के नोट चलन से वापस ले लिए जाएंगे। 2016 में सर्कूलेशन में लाया गया 2000 रुपये को चलन से वापस लेने का ऐलान हुआ है। लोगों को 30 सितंबर, 2023 तक इन नोटों को बैंकों में जमा कराना होगा।
पिछले साल से तुलना करें तो 20 रुपये के नए डिजाइन के नकली नोटों की संख्या में 8।4 फीसदी इजाफा हुआ है। वहीं नए डिजाइन के 500 रुपये के नकली नोटों की संख्या में 14।4 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली है। 10 रुपये, 100 रुपये और 2000 रुपये के नोटों की फेक करेंसी में गिरावट देखने को मिली है। 10 रुपये के नकली नोटों की संख्या में 11।6 फीसदी गिरावट देखने को मिली है। 100 रुपये के नकली नोटों की संख्या में 14।7 फीसदी और 2000 रुपये के नकली नोटों की संख्या में 27।9 फीसदी की गिरावट आई है।

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