सीमा से पीएम मोदी का देश के दुश्मनों को संदेश, कहा : कारगिल में कुचला था आतंक का फन, बिना सामथ्र्य शांति असंभव

दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब देना जानती है भारतीय सेना

  • पीएम ने सैनिकों संग मनाई दिवाली, देशवासियों को दी शुभकामनाएं

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। दिवाली के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज कारगिल पहुंचे और सेना के जवानों के साथ दिवाली मनायी। जवानों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के साथ एक भी लड़ाई ऐसी नहीं हुई है जहां कारगिल ने विजय ध्वज न फहराया हो। इससे बेहतर दिवाली कहां नसीब होगी। दिवाली का अर्थ है आतंक के अंत का उत्सव। यही कारगिल में भी किया था। कारगिल में भारतीय सेना ने आतंक के फन को कुचला था, ऐसी दिवाली मनी थी कि लोग आज भी याद करते हैं।
उन्होंने कहा कि मैंने उस युद्ध को करीब से देखा था। अधिकारियों ने मुझे मेरी 23 साल पुरानी तस्वीर दिखाई। मैं आपका आभारी हूं, मुझे आपने मेरे वो पल याद दिलाए। मेरे कर्तव्य पथ मुझे रणभूमि पर ले आए थे। देश ने जो राहत सामग्री भेजी थी हम उसे लेकर यहां पहुंचे थे। उस समय की बहुत यादें हैं जो मैं कभी भूल नहीं सकता। उन्होंने कहा कि आज भारत मिसाइल डिफेंस सिस्टम को सशक्त कर रहा है। ड्रोन पर भी तेजी से काम कर रहा है। हम उस परंपरा को मानने वाले हैं जहां युद्ध को पहला विकल्प नहीं माना जाता। हमने युद्ध को हमेशा अंतिम विकल्प माना है। युद्ध लंका में हुआ हो या कुरुक्षेत्र में, हमने युद्ध को टालने की कोशिश की। हम विश्व शांति के समर्थक हैं लेकिन शांति भी बिना सामथ्र्य के संभव नहीं होती। पीएम ने पाकिस्तान और चीन का नाम लिए बिना कहा कि अगर कोई हमारी तरफ नजर उठाकर देखेगा तो हमारी तीनों सेनाएं दुश्मन को उसी की भाषा में मुंहतोड़ जवाब देना जानती हैं। जब यूक्रेन में लड़ाई छिड़ी तो हमारा प्यारा तिरंगा भारतीयों के लिए सुरक्षा कवच बना। भारत का विश्व में मान बढ़ा है।

चाहता हूं देश की धरती तुझे कुछ और भी दूं

पीएम मोदी ने कहा, चाहता हूं देश की धरती, तुझे कुछ और भी दूं… हमारा भारत एक जीवंत विभूति है, एक अमर अस्तित्व है। जब हम भारत की बात करते हैं तो वीरता की विरासत उठ खड़ी होती है। अतीत में असीम लपटें उठीं लेकिन भारत के अस्तित्व की सांस्कृतिक धारा आज भी अमर है। मेरे जवानों राष्टï्र कब अमर होता? राष्ट्र तब अमर होता जब उसकी संतानों को, बेटे-बेटियों को अपने सामथ्र्य पर परम विश्वास होता है।

गिनाईं उपलब्धियां

पीएम मोदी ने कहा कि जब देश के लोग स्वच्छता के मिशन से जुड़ते हैं, गरीब को पक्का घर, पीने का पानी, बिजली और गैस जैसी सुविधाएं रिकॉर्ड समय पर मिलती हैं तो हर जवान को गर्व महसूस होता है। आज देश की अर्थव्यवस्था 10वें से 5वें स्थान पर आई है। दो दिन पहले इसरो ने 36 सैटेलाइट लॉन्च कर एक नया रिकॉर्ड बनाया है। अंतरिक्ष में भारत अपना सिक्का जमाता है तो कौन जवान है जिसकी छाती चौड़ी नहीं होती। देश भ्रष्टाचार के खिलाफ भी निर्णायक युद्ध लड़ रहा है। भ्रष्टाचारी बच नहीं सकता। आज देश गुलामी की मानसिकता से छुटकारा पा रहा है।

सीएम योगी ने दीपावली की दी शुभकामनाएं

रामनगरी अयोध्या में रविवार को भव्य तथा दीपोत्सव के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में ही रात्रि विश्राम किया। आज सुबह उन्होंने श्रीरामलला विराजमान और हनुमान गढ़ी का दर्शन-पूजन किया और प्रदेश के सभी लोगों को दीपावली की शुभकामनाएं दीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्साह व हर्ष के आलोक से हर घर आलोकित हो, यही दीपावली का उद्देश्य है। मेरी सभी जनप्रतिनिधि, अधिकारी व कर्मचारी गण से अपील है कि यह दीपावली किसी वंचित या जरूरतमंद परिवार के साथ भी मनाएं।

कुलपतियों का इस्तीफा मांगने पर भडक़े येचुरी, कहा: आरएसएस के नेताओं को कुलपति बनाना चाहते हैं राज्यपाल आरिफ

  • नौ कुलपतियों ने किया हाईकोर्ट का रुख

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान का केरल सरकार से विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। राज्यपाल आरिफ ने राज्य के सभी कुलपतियों से इस्तीफा मांगा है जिसके विरोध में नौ कुलपतियों ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। वहीं सीपीआई नेता सीताराम येचुरी ने आरोप लगाया कि वे कुलपतियों के पद पर आरएसएस नेताओं को बैठाना चाहते हैं।
राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान के फैसले पर हैरानी जताते हुए सीपीआई नेता सीताराम येचुरी ने कहा कि ऐसा निर्देश देने का उनके पास कोई अधिकार नहीं है। यह मनमाना, अवैध और राजनीति से प्रेरित है। वे केरल की उच्च शिक्षा प्रणाली को नियंत्रित और नष्ट करना चाहते हैं। वे वहां आरएसएस कार्यकर्ताओं को नियुक्त करना और उच्च शिक्षा प्रणाली को नियंत्रित करना चाहते हैं ताकि हिंदुत्व का प्रचार कर सकें।

खडग़े की ताजपोशी से एकजुटता का संदेश देगी कांग्रेस

  • असंतुष्टï नेता भी समारोह में कर सकते हैं शिरकत, भेजा गया निमंत्रण

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। मल्लिकार्जुन खडग़े 26 अक्टूबर को कांग्रेस के नए अध्यक्ष की कमान संभालेंगे। इस मौके पर एकजुटता का संदेश देने के लिए पार्टी ने तमाम बड़े नेताओं को कांग्रेस मुख्यालय में होने वाले कार्यक्रम में भाग लेने के निर्देश दिए हैं। अंसतुष्ट नेता भी समारोह में शामिल हो सकते हैं। इस दौरान खडग़े को अध्यक्ष चुने जाने का प्रमाणपत्र सौंपा जाएगा। कार्यभार संभालने के बाद खडग़े कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक बुला सकते हैं।
कांग्रेस की निर्वतमान अध्यक्ष सोनिया गांधी उन्हें अपने साथ ले जाकर अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठाएंगी। इस दौरान पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और राजस्थान और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भी मौजूद रहेंगे। संगठन प्रभारी केसी वेणुगोपाल ने कांग्रेस कार्यसमिति के सभी सदस्यों, प्रदेश अध्यक्षों, विधायक दल और विधानमंडल के नेताओं, एआईसीसी के तमाम पदाधिकारियों, सांसदों, पूर्व मुख्यमंत्रियों, राज्य सरकार में मंत्रियों और कार्यकारी अध्यक्ष को आमंत्रित किया है। कांग्रेस के लिए यह समारोह बेहद अहम है। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि चुनाव के जरिए नया अध्यक्ष चुने जाने के बाद असंतुष्ट गुट खत्म हो गया है। लगभग सभी असंतुष्ट नेताओं ने चुनाव में खडग़े का समर्थन किया है। खडग़े पार्टी अध्यक्ष पद ऐसे वक्त संभाल रहे हैं, जब कांग्रेस अपने सबसे मुश्किल दौर से गुजर रही है। पार्टी की सिर्फ दो राज्यों राजस्थान और छत्तीसगढ़ में सरकार बची है। दोनों में अगले साल विधान सभा चुनाव हैं। इन दोनों प्रदेशों में पार्टी अंदरुनी कलह से जूझ रही है। वर्ष 2023 में देश के कुल नौ राज्यों में विधान सभा चुनाव होने हैं।

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