वोट चोरी व एसआईआर को लेकर विपक्ष का जोरदार हल्ला बोल

- कांग्रेस-सपा समेत सभी दलों ने निकाला चुनाव आयोग के खिलाफ मार्च
- पुलिस ने नेताओं को लिया हिरासत में, विपक्ष बोला- भाजपा हारती है तो पुलिस को आगे करती है
- राहुल-अखिलेश ने संभाला मोर्चा, विपक्ष के सभी बड़े नेता उनके साथ कदम से कदम मिलाकर चलें
- संसद मार्ग पर निर्वाचन सदन तक विपक्ष का काफिला निकला
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। एसआईआर और वोट चोरी के खिलाफ विपक्ष ने चुनाव आयोग के खिलाफ जोरदार हल्ला बोला है। एकजुट विपक्ष ने इस मामले को लेकर चुनाव आयोग के दफ्तर तक मार्च निकाला। विपक्ष को रोकने के लिए पुलिस ने बैरिकेडिंग कर दिया था। विरोध स्वरूप सपा प्रमुख अखिलेश यादव बैरिकेडिंग पर चढ़ गए। इस बीच पुलिस ने नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी व वायनाड की कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी को हिरासत में ले लिया। इन सब मामले को लेकर सियासी संग्राम भी मच गया। हालांकि बाद में दोनों को छोड़ दिया गया। कांग्र्रेस कार्यकर्ताओं ने मोदी सरकार के खिलाफ पूरे देश मे हल्ला बोल दिया है। वहीं इसको लेकर भाजपा ने विपक्ष पर पलटवार किया है। बीजेपी ने कहा कि कांग्र्रेस सिर्फ राजनीतिक रोटी सेंक रही है। जब पुलिस ने विपक्षी सांसदों को रोका तो उसके बाद वे वहीं बैठकर धरना देने लगे।
यह राजनीतिक नहीं संविधान बचाने की लड़ाई है : राहुल
दिल्ली पुलिस के द्वारा हिरासत में लिए जाने के बाद राहुल गांधी ने कहा कि वो (सरकार) बात नहीं कर सकते हैं। सच्चाई देश के सामने है। यह राजनीतिक नहीं संविधान की लड़ाई है। हमें साफ वोटर लिस्ट चाहिए।
अखिलेश यादव ने की पुलिस कार्रवाई की आलोचना
समाजवादी पार्टी प्रमुख और सांसद अखिलेश यादव भी बैरिकेड पार कर दूसरी ओर धरने में शामिल हो गए हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस का इस्तेमाल हमें रोकने के लिए किया जा रहा है। यह टिप्पणी उन्होंने तब की जब पुलिस विपक्षी सांसदों को चुनाव आयोग तक मार्च करने से रोक रही थी और वे विरोध प्रदर्शन करने के लिए धरने पर बैठ गए थे।
विरोध प्रदर्शन में 300 सांसद शामिल
इस मार्च में कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, आम आदमी पार्टी, डीएमके सहित कई दलों के लगभग 300 सांसद भाग ले रहे हैं। दोनों सदनों के सांसदों ने तख्तियां उठाई हैं, जिन पर एसआई लोकतंत्र पर हमला है और वोट चोरी के नारे लिखे हैं। राहुल गांधी सबसे आगे चल रहे हैं और विपक्ष के सभी बड़े नेता उनके साथ कदम से कदम मिलाकर चल रहे हैं।
सरकार कायर है : प्रियंका
कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा, डरे हुए हैं, सरकार कायर है। कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने नारे लगाए। इंडिया ब्लॉक के नेता चुनावी बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण और 2024 के लोकसभा चुनावों के दौरान मतदाता धोखाधड़ी के आरोपों के विरोध में संसद से भारत के चुनाव आयोग तक मार्च कर रहे हैं।
राहुल-प्रियंका हिरासत में
संसद से चुनाव आयोग तक मार्च में शामिल नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।दिल्ली पुलिस के अधिकारी दीपक पुरोहित के अनुसार, विपक्ष के जिन भी नेताओं को हिरासत में लिया गया है, उन्हें नजदीकी पुलिस स्टेशन में ले जाया गया है। कितने सांसदों हिरासत में हैं? इसकी गिनती जारी है। यहां पर प्रदर्शन की इजाजत नहीं थी। दिल्ली में रूट मार्च की परमिशन नहीं है। सुप्रीम कोर्ट ने धरने के लिए जंतर-मंतर जाने का सुझाव दिया है।
घबराया हुआ है चुनाव आयोग : प्रियंका चतुर्वेदी
शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, जिस तरह से चुनाव आयोग घबराया हुआ है, वो चुने हुए जन प्रतिनिधियों से नहीं मिल पा रहा है, क्योंकि उनके पास जवाब नहीं है। हमने तथ्यों के साथ बहुत सारे सवाल उठाए हैं. हमने देशहित में बात रखी है और उनकी जवाबदेही बनती है लेकिन वो जवाब देने से बच रहे हैं।
यह शांतिपूर्ण प्रदर्शन है : खरगे
राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा,अगर कोई सरकार चुनाव आयोग कार्यालय तक पहुंचने नहीं देती तो उस सरकार को क्या डर है, यह हमें नहीं पता, यह शांतिपूर्ण प्रदर्शन है। वंही कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी ने विपक्ष के पैदल मार्च कहा, हम केवल यह सवाल पूछ रहे हैं कि इतने कम समय में इतने सारे लोगों के नाम मतदाता सूची में कैसे जुड़ गए हैं। ये लोग इसका जवाब नहीं देते है। हमारे वोटों की चोरी हो रही है।
घुसपैठियों को मतदाता बनाकर वो राजनीतिक रोटी सेंकना चाहते हैं : धर्मेंद्र प्रधान
विपक्ष के चुनाव आयोग मार्च पर भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने पलटवार किया है। धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि इंडिया गठबंधन के लोग, विशेषकर कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी, जो आए दिन संविधान की दुहाई देते हैं। इन दिनों देश देख रहा है कि सबसे ज्यादा संविधान विरोधी काम अगर कोई कर रहा है, तो उसके सरगना भी राहुल गांधी ही हैं। एसआईआर, चुनाव आयोग, चुनाव की प्रक्रिया आज दुनिया में सिद्ध व्यवस्था बन चुकी है। सआईआर पहली बार नहीं हो रहा है। हर राज्य में राष्ट्रीय स्तर परचुनाव आयोग की एक नियमित प्रक्रिया है कि मतदाता सूची को व्यवस्थित करने के लिए वो लगातार काम करता है। कांग्रेस पार्टी पहले ईवीएम पर झूठ बोलती है, कभी महाराष्ट्र की उठाते हैं, कभी हरियाणा की बात उठाते हैं, वो हर रोज झूठ का एक नया पहाड़ बनाते हैं। 2014, 2019 और 2024 में और उनके बीच अनेक राज्यों में निरंतर पराजय के कारण कांग्रेस पार्टी एक दिवालियापन की स्थिति में पहुंच चुकी है। पिछले 2-3 दिनों में जो वाद-विवाद हुआ, उसपर भारतीय मीडिया ने तथ्यों की जांच करके राहुल गांधी के हर एक झूठ का प्रमाण के आधार पर बेनकाब किया है।




