शरीर को डिटॉक्स रखेगा संतरा

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
संतरा न केवल स्वादिष्ट और ताजगी देने वाला फल है, बल्कि यह शरीर को शुद्ध करने (डिटॉक्स) के लिए भी एक बेहतरीन प्राकृतिक उपाय है। संतरे में ऐसे पोषक तत्व होते हैं, जो शरीर से हानिकारक विषाक्त तत्वों को बाहर निकालने में मदद करते हैं। जाड़े में विशेष रूप से जब शरीर की रोग प्रतिकारक क्षमता कमजोर होती है और वातावरण में विभिन्न प्रकार के वायरस और बैक्टीरिया होते हैं, संतरा शरीर को शुद्ध करने का एक उत्तम साधन बन जाता है। इसके अलावा, संतरा शरीर के पाचन तंत्र को भी दुरुस्त रखता है और अन्य कई स्वास्थ्य लाभ भी प्रदान करता है। संतरा एक ऐसा फल है जिसमें आवश्यक पोषक तत्वों की भरमार होती है। संतरे में मुख्य रूप से विटामिन सी, फाइबर, पोटैशियम, एंटीऑक्सीडेंट्स, फोलिक एसिड और साइट्रिक एसिड भरपूर मात्रा में होती है। इसलिए, संतरा और संतरे का जूस हमारी दिनचर्या का हिस्सा बनाना चाहिए, ताकि हम इसका अधिकतम स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर सकें। संतरा शरीर के डिटॉक्सिफिकेशन प्रोसेस को बेहतर बनाने में मदद करता है। लिवर एंजाइमों को सक्रिय करता है, जो शरीर के अंदर जमा विषाक्त पदार्र्थों को बाहर निकालने के लिए आवश्यक होते हैं।

पाचन को रखे दुरू स्त

संतरे का जूस पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करता है। यह कब्ज, अपच, और गैस जैसी समस्याओं को दूर करता है। संतरे में पाया जाने वाला फाइबर पाचन क्रिया को सुधारता है और आंतों में अच्छे बैक्टीरिया के विकास को बढ़ावा देता है। यह आंतों की सफाई करने में बहुत बड़ा योगदान देता है। और पेट की समस्याओं को काफी हद तक कम कर देता है। इसलिए संतरेके जूस का नियमित सेवन करने से पाचन तंत्र स्वस्थ रहता है और शरीर को ऊर्जा मिलती है।

डिटॉक्सिफिकेशन

डिटॉक्सिफिकेशन वह प्रक्रिया है जिसके दौरान शरीर से हानिकारक विषाक्त पदार्थ बाहर निकलते हैं और शरीर के अंगों को शुद्ध किया जाता है। संतरे में मौजूद कई तत्व शरीर को इस प्रक्रिया में मदद करते हैं। क्योंकि संतरे में उच्च मात्रा में विटामिन सी होता है, जो शरीर के लिए एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट के रूप में कार्य करता है। विटामिन सी शरीर के अंदर से फ्री रेडिकल्स को हटाने में मदद करता है। जिससे शरीर की कार्यक्षमता बढ़ती है और शरीर के अंग स्वस्थ रहते हैं।

किडनी स्टोन से राहत

संतरे का जूस किडनी स्टोन के कारण होने वाले दर्द में राहत दिलाने में मदद करता है। इसका साइट्रिक एसिड किडनी स्टोन के गठन को रोकने और पहले से मौजूद पथरी के आकार को घटाने में सहायक होता है। यह पथरी के दर्द को कम करने में भी मदद करता है। इसके परिणामस्वरूप किडनी की कार्यक्षमता बढ़ती है और शरीर से अपशिष्ट पदार्थों का निष्कासन अधिक प्रभावी होता है। इसके अलावा, संतरे के सेवन से शरीर से मूत्र में घुलने वाली हानिकारक चीज़ों को बाहर निकाला जाता है, जिससे किडनी को अतिरिक्त काम नहीं करना पड़ता और वह स्वस्थ रहती है।

फोलेट और डीएनए निर्माण

संतरे में फोलेट की अच्छी मात्रा होती है, जो डीएनए के निर्माण में मदद करता है और कोशिकाओं के स्वस्थ विकास को बढ़ावा देता है। संतरे का सेवन गर्भवती महिलाओं के लिए विशेष रूप से फायदेमंद होता है, क्योंकि फोलेट भ्रूण के विकास के लिए महत्वपूर्ण होता है और न्यूरल ट्यूब दोषों को रोकने में मदद करता है। संतरे का सेवन स्वस्थ कोशिकाओं के निर्माण में मदद करता है, जो शरीर की प्राकृतिक मरम्मत प्रक्रिया को प्रोत्साहित करता है।

रक्त परिसंचरण में सुधार

संतरे का जूस रक्त परिसंचरण को बेहतर बनाता है। इसमें मौजूद फ्लेवोनोइड्स और पोटैशियम रक्त वाहिकाओं को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं, जिससे रक्त का प्रवाह आसानी से होता है। इससे न केवल दिल का स्वास्थ्य बेहतर होता है, बल्कि यह रक्तदाब को नियंत्रित करने में भी सहायक होता है। संतरे के जूस से शरीर के विभिन्न अंगों में रक्त संचार सही रहता है, जो शरीर की समग्र कार्यक्षमता में सुधार करता है।

बैड कोलेस्ट्रॉल करे कम

संतरे का जूस शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करता है। इसके एंटीऑक्सीडेंट्स और फाइबर शरीर में कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करते हैं, जिससे दिल की बीमारियों का जोखिम कम होता है। संतरे का जूस रक्त में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बनाए रखने में मदद करता है, जिससे दिल स्वस्थ रहता है।

नई लाल रक्त कोशिकाओं का निर्माण

संतरे का जूस लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन में मदद करता है, जो शरीर को ऊर्जा प्रदान करती हैं। आयरन की कमी के कारण खून की कमी (एनीमिया) हो सकती है, लेकिन संतरे का जूस इस समस्या को दूर करता है। संतरे के जूस में आयरन की मात्रा भी होती है, जो रक्त में हेमोग्लोबिन स्तर को बढ़ाता है और शरीर में रक्त की आपूर्ति को सुधारता है।

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