धर्मराज कश्यप का हुआ ऑसिफिकेशन टेस्ट, बालिग है आरोपी, पुलिस हिरासत में भेजा

नई दिल्ली। एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद मुंबई पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। इसी बीच पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए आरोपी धर्मराज कश्यप का ऑसिफिकेशन टेस्ट हो गया है। आरोपी धर्मराज कश्यप का ऑसिफिकेशन टेस्ट मुंबई पुलिस द्वारा किया गया है। इस टेस्ट को करने के बाद ये पुष्टि हो गई है कि आरोपी नाबालिग नहीं है।
ऑसिफिकेशन टेस्ट एक चिकित्सा प्रक्रिया है जो अस्थि संलयन की डिग्री का विश्लेषण करके किसी व्यक्ति की आयु का अनुमान लगाती है। इसका प्रयोग आमतौर पर आयु निर्धारण के लिए किया जाता है। परीक्षण के नतीजों के बाद कश्यप को अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें 21 अक्टूबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।
मुंबई की एस्प्लेनेड कोर्ट ने कश्यप के वकील द्वारा उनके नाबालिग होने का दावा किए जाने के बाद अस्थिकरण परीक्षण का आदेश दिया था। मुंबई पुलिस ने कहा, उनके (धर्मराज कश्यप के) वकील ने दावा किया था कि वह नाबालिग हैं। परीक्षण कराया गया और यह पुष्टि हुई कि वह नाबालिग नहीं हैं। उन्हें अदालत में पेश किया गया और अदालत ने 21 अक्टूबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है।
इससे पहले बाबा सिद्दीकी हत्या मामले के एक अन्य आरोपी गुरमेल सिंह को 21 अक्टूबर तक मुंबई अपराध शाखा की हिरासत में भेज दिया गया था। पुलिस के अनुसार, तीसरा शूटर शिवकुमार फिलहाल फरार है। इस बीच, मुंबई पुलिस ने रविवार को बाबा सिद्दीकी हत्या मामले में एक अन्य आरोपी को पुणे से गिरफ्तार कर लिया।
अधिकारियों के अनुसार, गिरफ्तार आरोपी की पहचान प्रवीण लोनकर (28) के रूप में हुई है, जो शुभम लोनकर का भाई है, जो साजिश में शामिल है। अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने कथित तौर पर सिद्दीकी की हत्या की साजिश में धर्मराज कश्यप और शिवकुमार गौतम को शामिल किया था।

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