लोकतंत्र पर हमला करवा रही सरकार: पवार
- बीबीसी की डॉक्युमेंट्री पर प्रतिबंध लगाने के फैसले पर दी प्रतिक्रिया
- आगामी चुनावों में एकजुट होकर लड़ेगी महाविकास अघाड़ी
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
मुंबई। बीबीसी की डॉक्युमेंट्री पर प्रतिबंध लगाने के केंद्र के फैसले की आलोचना करते हुए एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार ने इसे लोकतंत्र पर हमला करार दिया। हाल ही में शिवसेना (यूबीटी) के साथ गठबंधन करने वाले वीबीए के एमवीए में शामिल होने के संबंध में पवार ने कहा, कोई प्रस्ताव नहीं है।
साथ ही उन्होंने दोहराया कि एमवीए आगामी चुनाव एकजुट होकर लड़ेगा। पवार ने कहा कि अगले सप्ताह नई दिल्ली में शुरू होने वाले संसद सत्र के साथ, सभी नेताओं के साथ एक राष्ट्रीय एकजुट विपक्षी मोर्चा बनाने के प्रयास फिर से शुरू होंगे। कोल्हापुर में एक कार्यक्रम के दौरान शरद पवार ने कहा, कि इस बात के स्पष्ट संकेत हैं कि राज्य चुनावों के बाद बीजेपी कर्नाटक में सत्ता बरकरार नहीं रखेगी। हम विपक्षी दलों को एकजुट करने और एक संयुक्त मोर्चा बनाने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन सभी राज्यों में अलग-अलग स्थानीय मुद्दे हैं, जिनसे निपटने की जरूरत है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा पर टिप्पणी करते हुए पवार ने कहा कि इसने आम नागरिकों का समर्थन हासिल कर लिया है, जैसा कि उन्हें मिल रही प्रतिक्रिया से देखा जा सकता है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा कांग्रेस नेता (राहुल) की जो भ्रामक छवि बनाने की कोशिश की गई थी, उसे राष्ट्रव्यापी मार्च के माध्यम से तोड़ दिया गया है।
कर्नाटक विधानसभा चुनाव हार सकती है बीजेपी
एनसीपी के अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि कर्नाटक सत्तारूढ़ बीजेपी के नियंत्रण से बाहर होता जा रहा है। अगले विधानसभा चुनाव के बाद सत्ता परिवर्तन हो सकता है। पवार ने कहा कि हाल ही में जनमत सर्वेक्षण के परिणामों से पता चला है कि जनता का मूड बीजेपी के खिलाफ जा रहा है और अगले चुनावों में इसे बड़ा झटका लग सकता है। लोग अब धार्मिक मुद्दों पर मतदान नहीं करेंगे। जनता को धार्मिक आधार पर विभाजित किया जा रहा है, जो अब काम नहीं करेगा।