हनुमान जयंती पर शुभ मुहूर्त में करें पूजा, बन जाएंगे बिगड़े काम

हिन्दू धर्म की मान्यता के अनुसार बजरंगबली हनुमान, संकटमोचन, बलशाली, अंजनी पुत्र को प्रभु श्रीराम का सबसे बड़ा भक्त कहा जाता है।

4PM न्यूज़ नेटवर्क: हिन्दू धर्म की मान्यता के अनुसार बजरंगबली हनुमान, संकटमोचन, बलशाली, अंजनी पुत्र को प्रभु श्रीराम का सबसे बड़ा भक्त कहा जाता है। ऐसे में मान्यताओं के अनुसार, हनुमान जी को भगवान शिव का 11वा रुद्र अवतार माना जाता है। हनुमान जी की पूजा विशेष फलदायक मानी जाती है। विशेष तौर पर हनुमान जयंती के दिन विधि विधान के साथ उनकी पूजा अर्चना करना बहुत शुभ और मंगलदायक मानी जाती है। इस बार हनुमान जयंती 23 अप्रैल को यानी कल मनाई जाएगी।

धार्मिक शास्त्रों के अनुसार इस बार हनुमान जयंती पर वज्र योग बन रहा है। 23 अप्रैल की सुबह से लेकर 24 अप्रैल की सुबह 4 बजकर 57 मिनट तक रहेगा। हनुमान जयंती पर चित्रा नक्षत्र का योग भी बन रहा है जोकि 23 अप्रैल की सुबह से शुरू होगा और रात के 10 बजकर 32 मिनट तक रहेगा। इसके बाद स्वाति नक्षत्र आरंभ हो जाएगा।

  • कल मंगलवार के दिन, चित्रा नक्षत्र और वज्र योग में हनुमान जी के जन्म का उत्सव मनाना ही शुभ होगा।
  • चित्रा नक्षत्र के स्वामी मंगल ग्रह हैं और हनुमान जी का प्रिय दिन भी मंगलवार है।
  • वज्र योग साहस, बल और पराक्रम का प्रतीक माना जाता है।
  • इस दिन भक्तों को पूजा का फल कई गुना बढ़कर प्राप्त होगा।

हनुमान जी का शुभ फलदायी मंत्र

‘ॐ हं हनुमते नम:। ‘ –

बजरंगबली का ये चमत्कारी मंत्र वाणी से संबंधित कार्य में सफलता पाने के लिए किया जाता है. जैसे वाद-विवाद, न्यायालय आदि के काम में कोई बाधा आ रही है तो इस मंत्र का मंगलवार को विधि पूर्वक जाप करें. ‘ॐ नमो भगवते हनुमते नम:।

भूत पिसाच निकट नहिं आवै। महाबीर जब नाम सुनावै।।

  • घर में क्लेश होते हैं, परिवार के बीच बना प्रेम खत्म होते जा रहा है तो प्रतिदिन इस मंत्र का जाप करें.
  • इससे प्रेत बाधा और टोने टोटकों का असर नष्ट होता है
  • घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।

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