जिस रुट पर पाक ने लगाया बैन, वहीं से आया पीएम का प्लेन
नई दिल्ली। एक ओर जहां पाकिस्तान श्रीनगर से शारजाह के बीच शुरू हुई उड़ान सेवा को लेकर अपने तेवर दिखाए हैं और अपने एयरस्पेस का इस्तेमाल इस उड़ान के लिए करने पर सख्त प्रतिक्रिया दी है तो वहीं दूसरी ओर देश के प्रधानमंत्री ने पाकिस्तानी एयरस्पेस का इस्तेमाल करते हुए ही अपनी विदेश यात्रा पूरी करके भारत वापस आए हैं। बताते चलें कि पाकिस्तान ने अपने हवाई क्षेत्र का इस्तेमाल श्रीनगर शारजाह की उड़ानों के दौरान करने पर प्रतिबंध लगा दिया है तो वहीं पीएम मोदी का विमान बोइंग 777 इसी हवाई क्षेत्र से होता हुआ इटली और स्कॉटलैंड गया था. आपनी विदेश यात्रा के बाद प्रधानमंत्री आज ही दिल्ली वापस आए हैं. अपनी यात्र्त्रा के दौरान उन्होंने जी20 शिखर सम्मेलन व सीओपी 26 यूएन जलवायु परिवर्तन सम्मेलन में भी भाग लिया था.
अपनी विदेश यात्रा से लौटते वक्त पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र का उपयोग किया था और इसके बाद वह दिल्ली पहुंचे.असल में भारत के विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान से उसके हवाई क्षेत्र का उपयोग करने की अनुमति मांगी थी जिसके बाद पाकिस्तान ने हामी भर दी थी. वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान ने भी इस बात को कुबूला है कि भारत ने उससे उसके हवाई क्षेत्र के उपययोग की अनुमति मांगी थी जिसे सीएए ने दिया था. सीएए के प्रवक्त ने भी इस बात की पुष्टिï की है.
पाक ने भले ही पीएम मोदी के विमान को अपने हवाई क्षेत्र में आने की अनुमति दे दी हो लेकिन श्रीनगर से शारजाह जाने वाली उड़ान और उसके रूट को लेकर पाकिस्तान में विपक्ष ने इमरान खान की सरकार को घेरना शुरू कर दिया है. इस दबाव का ही असर था कि पाकिस्तान बाद में इस उड़ान के लिए अपने हवाई क्षेत्र के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगया है.ये कोई पहला मौका नहीं है जब पाकिस्तान ने ऐसा किया हो इससे पहले भी कश्मीर से जाने वाली इंटरनेशनल उड़ानों को लेकर पाकिस्तान ऐसी ही प्रतिक्रिया दे चुका है. दरअसल पाकिस्तान की यह रवैया दुबई के उस फैसले के बाद आया है जिसमें दुबई ने जम्मू-कश्मरी निवेश करने में अपना इंट्रेस्ट दिखाया है जिसके बाद पाकिस्तान के पूर्व राजदूत बासित ने इस पर प्रतिक्रिया देता हुए कहा था कि यह पाकिस्तान की हार ओर भारत की बड़ी विजय है.
एक ओर जहां पाकिस्तान के पूर्व राजदूत ने कहा कि पाकिस्तान की सरकार न जाने किन कारणों के चलते भारत की फ्लाइट को अपने एयरस्पेस का इसतेमाल करने की इजाजत दी है, तो वही ंदूसरी ओर पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ने कहा कि पाकिस्तान की ओर से एक बार फिर भारत से रिश्तों में सुधार लाने का एक मौका गंवा दिया गया है. अगर पाकिस्तान अपने हवाई क्षेत्र के इस्तेमाल का इजाजत देता तो एक बार फिर से दोनों देशों के रिश्तों पर जमी बर्फ पिछल सकती थी.