पीएम के बयान के बाद मचा सियासी घमासान
- इंडिया की तुलना ईस्ट इंडिया कंपनी से करने पर भडक़ी कांग्रेस
- राहुल बोले- किसी भी नाम से बुलाएं हम करेंगे भारत का पुनर्निर्माण
- मणिुपर को लेकर विपक्ष ने संसद में किया हंगामा
- मानसून सत्र का चौथा दिन भी ठप
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। इंडिया पर मोदी के बयान ईस्ट इंडिया कंपनी में भी इंडिया है और इंडियन मुजाहिद्दीन में भी इंडियन है , सिर्फ नाम रख लेने से क्या होता है के बाद कांग्रेस ने प्रधानमंत्री पर जमकर निशाना साधा है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट कर लिखा है कि आप हमें जो चाहें बुलाएं लेकिन हम इंडिया हैं। दरअसल, राहुल गांधी ने ट्वीट कर लिखा कि आप हमें जो चाहें बुलाएं, पीएम मोदी, लेकिन हम इंडिया हैं। हम मणिपुर को ठीक करने और हर महिला और बच्चे के आंसू पोंछने में मदद करेंगे। हम मणिपुर में भारत के विचार का पुनर्निर्माण करेंगे। हम वहां के सभी लोगों के लिए प्यार और शांति वापस लाएंगे।
मानसून सत्र का आज चौथा दिन है। दोनों सदनों में लगातार मणिपुर हिंसा को लेकर बवाल जारी है। सरकार के आश्वासन के बावजूद विपक्षी गठबंधन दोनों सदनों में हंगामा-नारेबाजी कर रहे हैं। मणिपुर में जारी हिंसा पर चर्चा कराने को लेकर संसद के बाहर और भीतर सरकार तथा विपक्ष के बीच जारी संग्राम के चलते लगातार तीसरे दिन संसद की कार्यवाही नहीं चल पाई थी। वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, मैं चर्चा का इच्छुक हूं, लेकिन पता नहीं विपक्ष ऐसा क्यों नहीं चाहता। आप के राज्यसभा सांसद
संजय सिंह को सोमवार को सदन से पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया था। इसके बाद वह पूरी रात संसद परिसर में धरने पर बैठे रहे। राज्यसभा में मणिपुर मुद्दे पर चर्चा की मांग को लेकर विपक्षी सांसदों ने नारेबाजी की। इसी बीच कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। लोकसभा भी दो बजे तक के लिए स्थगित है। इससे पहले विपक्षी दलों ने फैसला किया है कि वे दोनों सदनों में मणिपुर पर पीएम के बयान की मांग जारी रखेंगे।
सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव ला सकता है विपक्ष
विपक्षी दल केंद्र सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव ला सकती है। सूत्रों ने बताया कि विपक्षी दलों की बैठक में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने पर चर्चा हुई है। सूत्रों ने बताया कि विपक्षी गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव एलायंस (आईएनडीआईए) ने सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने पर चर्चा की है। समान विचारधारा वाले विपक्षी दलों के नेताओं ने बैठक में फैसला लिया है कि वे दोनों सदनों में मणिपुर पर प्रधानमंत्री के बयान की मांग जारी रखेंगे। बता दें, भाजपा की लोकसभा में फिलहाल 301 सीटें हैं। जबकि कांग्रेस की 50 सीटें हैं। 2014 में भाजपा ने 282 सीटों पर जीत हासिल की थी। भाजपा की सहयोगी दलों को मिला लें तो ये आंकड़ा बढक़र 336 हो गया था। इसके बाद 2019 लोकसभा चुनाव में भाजपा ने एक और बड़ी जीत हासिल की। 2019 में भाजपा को 303 सीटों पर जीत मिली थी। एनडीए के खाते में कुल 352 सीटें आईं थीं। वहीं, यूपीए को केवल 91 सीटों से संतोष करना पड़ा था। उधर राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने कहा कि कल आप सांसद संजय सिंह के निलंबन प्रस्ताव पारित होने से पहले, मैंने आपसे इसके लिए मतदान कराने का अनुरोध किया था। मैं अभी संजय सिंह के निलंबन पर मत विभाजन चाहता हूं।
मणिपुर छोड़ ईस्ट इंडिया पर बोल रहे पीएम : खरगे
राज्यसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि आज मणिपुर जल रहा है, वहां दुष्कर्म हो रहे हैं। मणिपुर की बात हम कर रहे हैं और यहां प्रधानमंत्री ईस्ट इंडिया की बात कर रहे हैं। मणिपुर हिंसा पर कांग्रेस नेता मनिकम टैगोर ने कह कि हम (विपक्षी दल) मणिपुर पर चर्चा के लिए तैयार हैं, लेकिन सरकार पीएम को संसद में भेजने से डरती है। वहीं, भाजपा के सांसदों ने सदन में मणिपुर हिंसा पर चर्चा करने के लिए सहमति जताई है।
पीएम मोदी के भाषणों में ही मिलेगा जवाब : जया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान पर सपा सांसद जया बच्चन ने कहा, मैं प्रधानमंत्री के बयान पर कोई टिप्पणी नहीं करूंगी। मैं उनके कुर्सी की इज्जत करती हूं। उनकी पार्टी द्वारा और उनके द्वारा जितने भी भाषण दिए गए हैं 2014 से लेकर आज तक उसमें सभी जवाब मिल जाएंगे।
संसद भवन पहुंचीं सोनिया गांधी
कांग्रेस संसदीय दल की चेयरपर्सन और लोकसभा सांसद सोनिया गांधी संसद भवन पहुंचीं। मालूम हो कि मणिपुर हिंसा को लेकर आज भी विपक्षी दल अपनी मांग पर कायम रहेंगे। विपक्षी दल मणिपुर हिंसा पर पीएम मोदी के बयान की मांग कर रहे हैं।
मेघालय में हालात बिगड़े, दो भाजपा नेताओं समेत 18 गिरफ्तार
- सीएम कार्यालय पर हमले का आरोप
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
तुरा। मेघालय के पश्चिमी तुरा शहर में मुख्यमंत्री कार्यालय पर हमले के आरोप में पुलिस ने 18 लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए लोगों में दो महिला भाजपा पदाधिकारी भी शामिल हैं। बता दें कि सीएम कार्यालय पर हमले में पांच पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। सीएम कार्यालय पर हमले के लिए उकसाने का आरोप दो टीएमसी नेताओं पर लगा है, जिनकी पुलिस द्वारा तलाश की जा रही है। बता दें कि अचिक कॉन्सियस हॉलिस्टिकली इंटीग्रेटेड क्रिमा और गारो हिल्स स्टेट मूवमेंट कमेटी के नेता तुरा को राज्य की शीतकालीन राजधानी बनाने की मांग कर रहे हैं। ऐसे में सोमवार शाम में मुख्यमंत्री कोनराड के संगमा प्रदर्शनकारियों से मुलाकात करने पहुंचे थे। जब सीएम कार्यालय में मुख्यमंत्री प्रदर्शनकारियों से बातचीत कर रहे थे, इसी दौरान लोगों की भीड़ ने कार्यालय पर हमला कर दिया था। इस हमले में मुख्यमंत्री को कोई नुकसान नहीं हुआ लेकिन पांच पुलिसकर्मी घायल हो गए। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और बड़ी मुश्किल से हालात पर काबू पाया। गुरुवार को पुलिस ने बताया कि सीएम ऑफिस पर हमले के आरोप में 18 लोग गिरफ्तार किए गए हैं, जिनमें भाजपा महिला मोर्चा की दो नेता, बेलिना एम मराक और दिलचे च मराक भी शामिल हैं। भीड़ को उकसाने का आरोप टीएमसी के दो नेताओं पर लगा है, जिनकी पुलिस द्वारा तलाश की जा रही है।
स्कूल-कॉलेज बंद, कफ्र्यू कर्फ्यू
भीड़ के हमले में घायल हुए पुलिसकर्मियों के इलाज के लिए मुख्यमंत्री ने 50-50 हजार की सहायता राशि देने का एलान किया है। हालात को देखते हुए जिले के डिप्टी कमिश्नर जगदीश चेलानी ने तुरा शहर में रात के समय कर्फ्यू लगा दिया और कानून व्यवस्था की समीक्षा की जा रही है। एहतियातन तुरा शहर में शिक्षण संस्थान भी मंगलवार को बंद रखे गए हैं। हालांकि बाजार खुले हैं।