ये है यूपी का रामराज्य: रोता रहा बाप, नहीं पसीजा अफसरों का दिल
जीएसटी अधिकारियों की करतूत : ट्रक ड्राइवर को पकडक़र ली घूस, बेटे के मरने की बात बताने पर भी नहीं सुनी, प्रताडऩा के बाद हार्ट
अटैक से खुद की जान गंवाई, परिवार वालों ने कराई एफआईआर
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। लुधियाना के रहने वाले ट्रक ड्राइवर बलबीर सिंह को पता नही था कि यूपी में इतना रामराज्य आ गया है कि अफसर सडक़ पर भी लूट मचाने लगे है। वे स्क्रैप ट्रक में लोड करके पंजाब जा रहे थे। रास्ते में ही फ़ोन आया कि उनके बेटे की करंट लगने से मौत हो गयी है । इसी बीच जीएसटी के अफसरों ने उनको पकड़ लिया और दफ्तर ले गये।
दफ्तर पर ले जाकर यह अफसर कैसे वसूली करते है यह पूरा यूपी जानता है। बलबीर सिंह पैर पकड़ते रहे। अपना सर अफसरों के पैरों पर रख दिया कि बच्चा मर गया है जाने दो पर अफसरों ने नहीं सुनी। थोड़ी देर बाद बलबीर की भी मौत हार्ट अटैक से हो गयी। लुधियाना से आये परिजनों ने व्यापारियों के साथ मिलकर बलबीर की लाश रखकर हंगामा काटा तब अफसरों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज हुआ। यूपी के किसी भी विभाग की पड़ताल कर लीजिये। यहॉ रिश्वत का रेट अफसरों ने बहुत बढ़ा दिया है।
रालोद ने सीएम को लिखा पत्र
उधर इस घटना की जानकारी मिलने के बाद राष्ट्रीय लोक दल व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष रोहित अग्रवाल ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है। उन्होनें जीएसटी डिपार्टमेंट द्वारा ट्रक ड्राइवर के साथ अमानवीय व्यवहार का संज्ञान लेकर कार्यवाही करने की मांग मुख्यमंत्री से की है। उन्होंने कहा इससे पहले भी प्रदेश में विभाग द्वारा ज्यादती होती रही है। इसके लिए व्यापारियों ने शासन के बड़े अधिकारियों तक कई बार शिकायत कर पर कोई सुनवाई नही हुई। उन्होंने उक्त प्रकरण में निष्पक्षता के आधार पर दोषी अधिकारियों कर्मचारियों के खिलाफ कठोर कार्यवाही करने हेतु सम्बन्धित को निर्देशित करने की सीएम से मांग की है।
लुधियाना का रहने वाला था ड्राइवर
ट्रक ड्राईवर स्व बलवीर सिंह उर्फ बिल्लू पुत्र गोविंद ने अपने पिता की हत्या के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दिय। ट्रक ड्राइवर लुधियाना के मकान संख्या 2289 अमनपुरा अमरपुरा के रहने वाले थे। गोविंद के पिता ट्रक चालक थे जोकि दिनाक 21 जुलाई को कानपुर में थे। लुधियाना में ट्रक ड़्राइवर के पुत्र की मौत हो गई थी। ड्राइवर के दूसरे पुत्र ने भाई की निधन का दुखद समाचार बताने के लिए पिता को फोन किया तो जानकारी प्राप्त हुई जीएसटी विभाग द्वारा कानपुर में ट्रक रोकी गयी है। किन्तु जब दोबारा जानकारी ली तो कुछ समय बाद ट्रक में ही संदिग्ध परिस्थितियों में पिता की भी मौत की सूचना प्राप्त हुई। ऐसे में भाई और पिता के खोने के बाद गोविंद पर दुखों का पास टूट पड़ा है।
आईआरसीटीसी की साइट व एप ठप
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन (आईआरसीटीसी) की सेवाएं ठप हो गई हैं। आईआरसीटीसी की वेबसाइट आज यानी 25 जुलाई की सुबह करीब बजे से ठप है जिससे यूजर्स को काफी परेशानी हो रही है, क्योंकि तत्काल टिकट की बुकिंग का भी यही समय है। आईआरसीटीसी की वेबसाइट की तरह ही आईआरसीटीसी का एप भी ठप पड़ा है।
आईआरसीटीसीकी वेबसाइट पर मैसेज आ रहा है कि मेंटनेंस के कारण साइट की सेवा बंद है।आईआरसीटीसी की साइट पर विजिट करने के बाद मैसेज आ रहा है कि मेंटनेंस के कारण ई-टिकटिंग सेवा उपलब्ध नहीं है। बाद में कोशिश करें। रद्दीकरण/फाइल टीडीआर के लिए, कृपया ग्राहक सेवा नंबर पर कॉल करें। 14646,0755-6610661 और 0755-4090600 या द्गह्लद्बष्द्मद्गह्लह्यञ्च द्बह्म्ष्ह्लष्.ष्श.द्बठ्ठ पर मेल करें। एप ओपन करने पर मैसेज मिल रहा है कि रिक्वेस्ट को प्रोसेस नहीं किया जा सकता है, कृपया कुछ समय बाद कोशिश करें।
गीतिका शर्मा सुसाइड केस में गोपाल कांडा बरी
दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट का फैसला
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। एयर होस्टेस गीतिका शर्मा की आत्महत्या मामले में आरोपित और हरियाणा के पूर्व मंत्री गोपाल गोयल कांडा और अरुणा चढ्डा को राउज एवेन्यू कोर्ट ने बरी कर दिया है। बरी होने के बाद गोपाल कांडा ने कहा, मेरे खिलाफ कोई सबूत नहीं था। ये केस मेरे खिलाफ बनाया गया था और आज कोर्ट ने फैसला सुना दिया है।
अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश विकास ढुल ने मामले में निर्णय सुनाया। कोर्ट का विस्तृत आदेश अभी नहीं आया है। गीतिका कांडा की एविएशन कंपनी एमडीएलआर एयरलाइंस में काम करती थीं और बाद में उन्हें कांडा के गुरुग्राम स्थित कॉरपोरेट ऑफिस का निदेशक बना दिया गया था। अभियोजन पक्ष के अनुसार, पांच अगस्त 2012 में एमडीएलआर एयरलाइंस की पूर्व निदेशक गीतिका ने अपने अशोक विहार स्थित घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी।
घर पर गीतिका ने लगाई थी फांसी
राजधानी दिल्ली में 5 अगस्त 2012 को 23 साल की गीतिका शर्मा ने सुसाइड कर लिया था। गीतिका ने फांसी के फंदे पर झूलकर जान दे दी थी। गीतिका एमडीएलआर एयरलाइंस की पूर्व डायरेक्टर थी। बता दें कि यह एयरलाइंस अब बंद हो चुकी है। गीतिका ने आत्महत्या करने से पहले सुसाइड नोट लिखा था, जिसमें पूर्व मंत्री गोपाल कांडा पर गंभीर आरोप लगाए गए थे। एयर होस्टेस गीतिका शर्मा के सुसाइड नोट में लिखा था कि पूर्व मंत्री गोपाल कांडा एक फ्रॉड था और वह हमेशा लड़कियों पर गंदी नजर रखता था। सुसाइड नोट में गीतिका ने लिखा, गोपाल कांडा आदतों से लड़कियां प्रताडि़त होती हैं। गोपाल कांडा हमेशा लड़कियों की ही ताक में रहता था। मैंने अपनी जिंदगी में उससे बेशर्म इंसान नहीं देखा। वो हमेशा झूठ बोलता है। गीतिका ने कांडा पर यौन शोषण और उत्पीडऩ के आरोप भी लगाए थे। अदालत ने कांडा पर आईपीसी की धारा 306 (आत्महत्या के लिए उकसाना), 506 (आपराधिक धमकी), 201 (साक्ष्य नष्ट करना), 120 बी (आपराधिक साजिश) और 466 (जालसाजी) के तहत आरोप तय किया था।
मणिपुर में अभी भी नहीं थम रही हिंसा
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। मणिपुर में महिलाओं को निर्वस्त्र करके घुमाने के मामले में पुलिस ने सातवें आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, अब पुलिस सोशल मीडिया पर साझा किए गए वीडियो में दिख रहे अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए भी जगह-जगह तलाशी अभियान चला रही है, इस घटना को लेकर अभी तक पुलिस ने कुल सात लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें एक नाबालिग भी शामिल है, पुलिस फिलहाल गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ के आधार पर अन्य आरोपियों तक पहुंचने के प्रयास में लगी है।
हालांकि अब भी वहां पर हिंसा रुक नहीं रही है। पुलिस हालात को काबू में करने का प्रयास कर रही है। ज्ञात हो कि महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने का यह वीडियो चार मई का बताया जा रहा है, इस वीडियो को कुछ समय पहले ही सोशल मीडिया पर साझा भी किया गया था. जिसके बाद इसके विरोध में पूरे मणिपुर में विरोध प्रदर्शन का दौर शुरू हो गया। इस वीडियो के सामने आने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर पूरे विपक्ष ने कड़ी आलोचना की थी। मणिपुर वीडियो मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेते हुए बीते गुरुवार को केंद्र और मणिपुर सरकार से अपराधियों को जवाबदेह ठहराने के लिए उठाए गए कदमों के संबंध में अदालत को अवगत कराने को कहा था।
म्यांमार के 718 अवैध लोग घुसे : गृह मंत्रालय
मणिपुर में अभी भी शातिं बहाल नही हो पा रही और उधर म्यांमार के लोगों के आने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। सीमा पर कड़ी चौकसी के बावजूद पिछले हफ्ते ही 718 म्यांमारी नागरिक मणिपुर में अवैध तरीके से घुस गए। इनमें 301 बच्चे भी शामिल हैं। गृह मंत्रालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक, 22 और 23 जुलाई को म्यांमार सीमा से सबसे ज्यादा लोग मणिपुर के चंदेल जिले में घुसे। इसकी जानकारी सीमा की निगरानी कर रहे असम राइफल्स की ओर से दी गई। गृह मंत्रालय ने असम राइफल्स से पूछा है कि कैसे म्यांमारी नागरिकों को बिना वैध यात्री दस्तावेजों के भारत में घुसने दिया गया। उन्होंने असम राइफल्स को ऐसी किसी भी घुसपैठ की कोशिश को रोकने के लिए कहा है। जोशी ने एक बयान में कहा, ‘‘मुख्यालय 28 सेक्टर असम राइफल्स से रिपोर्ट मिली है कि 718 शरणार्थी भारत-म्यांमार सीमा को पार कर न्यू लाजांग के आम क्षेत्र में घुस आए हैं। म्यांमार के इन 718 नागरिकों में 209 पुरुष, 208 महिलाएं और 301 बच्चे शामिल हैं। इससे पहले, म्यांमा के 13 नागरिकों ने 22 जुलाई को लाजांग इलाके में प्रवेश किया था।