राणा सांगा पर सियासी संग्राम तेज, इस दिन क्षत्रिय समाज का होगा जमावड़ा

राजनीतिक हलचल के बीच आगरा एक बार फिर क्षत्रिय समाज के आक्रोश का केंद्र बनता जा रहा है। "दलित प्रयोगशाला" कहे जाने वाले इस क्षेत्र में अब क्षत्रिय समाज राणा सांगा की धरती से हुंकार भरने की तैयारी कर रहा है।

4पीएम न्यूज नेटवर्कः राजनीतिक हलचल के बीच आगरा एक बार फिर क्षत्रिय समाज के आक्रोश का केंद्र बनता जा रहा है। “दलित प्रयोगशाला” कहे जाने वाले इस क्षेत्र में अब क्षत्रिय समाज राणा सांगा की धरती से हुंकार भरने की तैयारी कर रहा है। मामला सपा सांसद रामजीलाल सुमन द्वारा कथित रूप से क्षत्रिय समाज के प्रति की गई आपत्तिजनक टिप्पणी से जुड़ा है, जिसे लेकर समाज में भारी रोष व्याप्त है। विभिन्न क्षत्रिय संगठनों ने इसे समाज की अस्मिता पर हमला बताया है। अब क्षत्रिय समाज के लोग आगरा में एक बड़ी सभा का आयोजन करने जा रहे हैं, जहां राणा सांगा की वीरगाथा के नाम पर शक्ति प्रदर्शन होगा और समाज की एकजुटता दिखाई जाएगी।सूत्रों के अनुसार, इस कार्यक्रम में प्रदेश भर के प्रमुख ठाकुर नेता शामिल होंगे, और मंच से रामजीलाल सुमन के खिलाफ तीखा विरोध दर्ज कराया जाएगा।

सपा सांसद रामजीलाल सुमन भले ही हाथरस के रहने वाले हैं, लेकिन शुरू से ही आगरा में रह रहे हैं. आगरा दलित राजनीति की
सियासी प्रयोगशाला रही है. डॉ. आंबेडकर से लेकर कांशीराम तक ने आगरा को अपनी सियासत का केंद्र बनाया था. दलित वोटर
आगरा में अहम माने जाते हैं और जिले की सियासत को प्रभावित करने की ताकत रखते हैं. राणा सांगा पर दिए बयान के बाद
रामजीलाल सुमन के खिलाफ सियासी हुंकार भरने के लिए ठाकुरों ने आगरा की रणभूमि को चुना है.

26 मार्च को करणी सेना के सैकड़ों कार्यकर्ता रामजीलाल सुमन के आवास आगरा के हरी पर्वत एचआईजी कॉलोनी में पहुंचकर तोड़फोड़ की थी. इतना क्षत्रिय समाज के लोगों में आक्रोश देखने को मिल रहा है. बुधवार दोपहर अखिल भारत हिंदू महासभा की महिला नेता मीरा राठौर ने चूड़ियां लेकर उनके घर जा रही थी. उन्हें पुलिस ने सांसद सुमन के घर पहुंचने से पहले ही पकड़ लिया. ठाकुर समाज से आने वाली मीरा राठौर ने रामजीलाल सुमन की जीभ काटकर लाने वाले को एक लाख का इनाम देने की घोषणा कर रखी है.

राजपूत वीरता और स्वाभिमान के प्रतीक राणा सांगा की जयंती पर देशभर के क्षत्रिय समाज के लोग 12 अप्रैल को आगरा में एकजुट होने जा रहे हैं। इस दिन को क्षत्रिय संगठनों ने बड़े स्तर पर ‘रक्त स्वाभिमान सम्मेलन’ के रूप में मनाने का ऐलान किया है। कुबेरपुर के रामीगढ़ी मैदान में आयोजित इस कार्यक्रम को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। आयोजन का नेतृत्व कर रही क्षत्रिय करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. राज शेखावत ने बताया कि यह सम्मेलन राणा सांगा के गौरवशाली इतिहास को जन-जन तक पहुंचाने और क्षत्रिय समाज की एकता को मजबूत करने के उद्देश्य से आयोजित किया जा रहा है।

आपको बता दें,कि  प्रशासन की ओर से राणा सांगा जयंती के नाम पर कोई आधिकारिक अनुमति नहीं दी गई है, इसलिए यह कार्यक्रम
सनातन संगठन के बैनर तले आयोजित किया जा रहा है।आगरा, जो दलित राजनीति की सियासी भूमि माना जाता है, अब इस आयोजन को लेकर राजनीतिक और सामाजिक रूप से संवेदनशील केंद्र बनता जा रहा है। इसे हाल ही में समाजवादी पार्टी के सांसद रामजीलाल सुमन की विवादित टिप्पणी से उपजे क्षत्रिय समुदाय के आक्रोश से भी जोड़ा जा रहा है। क्षत्रिय समाज इसे सम्मान और अस्मिता की लड़ाई के रूप में देख रहा है और आयोजन को पूरे भारत से प्रतिनिधियों की भागीदारी के साथ ऐतिहासिक बनाने की तैयारी चल रही है।

Related Articles

Back to top button