नए आपराधिक कानून को लेकर गरमाई सियासत

बीजेपी सरकार पर विपक्ष ने उठाए सवाल, कांग्रेस, टीएमसी, सपा व एआईएमआईएम ने किया विरोध

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। 1 जुलाई से पूरे देश में नए नए आपराधिक कानून लागू हो गए है। बीेजपी जहंा इसका जोरशोर से प्रचार कर रही है वहीं इसे लेकर विपक्ष ने सवाल उठाए हैं।
कांग्रेस, टीएमसी, सपा व एआईएमआईएम ने इसका विरोध किया है। सभी दलों ने कहा है कि इन कानूनो को पिछली लोकसभा में विपक्ष के बिना बहस कराके पास करवा लिया गया जो असंवैधानिक है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी चिदंबरम, असद्दुदीन ओवैसी से लेकर कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने सोमवार को सरकार की आलोचना की।

देशवासियों पर शिकंजा कसने की है तैयारी : डिंपल

तीन नए आपराधिक कानूनों पर समाजवादी पार्टी सांसद डिंपल यादव का बयान सामने आया है। डिंपल ने आरोप लगाया कि यह कानून बहुत गलत तरीके से संसद में पास किए गए हैं। इन कानूनों पर कोई चर्चा नहीं है। सपा सांसद ने कहा कि अगर कोई विदेशों में भी अपने अधिकारों को लेकर विरोध करता है तो उन पर भी ये कानून लागू होंगे। कहीं न कहीं यह कानून पूरे देशवासियों पर शिकंजा कसने की तैयारी है। राजनीतिक दबाव के चलते अब तक कई संगीन मुकदमे भी कोर्ट से वापस हो जाते थे, लेकिन एक जुलाई 2024 से तीन नए कानून (भारतीय न्याय संहिता 2023, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 व भारतीय साक्ष्य अधिनियम 2023) लागू होने के बाद यह संभव नहीं होगा।

नए कानूनों में से 90-99 प्रतिशत कट कॉपी और पेस्ट का काम : पी चिदंबरम

कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने कहा कि यह मौजूदा कानूनों को ध्वस्त करने तथा उन्हें बिना पर्याप्त चर्चा और बहस के तीन नए विधेयकों से बदलने का एक और मामला है। पूर्व गृह मंत्री ने कहा कि दीर्घावधि में, तीनों कानूनों को संविधान और आपराधिक न्यायशास्त्र के आधुनिक सिद्धांतों के अनुरूप बनाने के लिए इनमें और बदलाव किए जाने चाहिए। एक्स पर एक पोस्ट में चिदंबरम ने कहा, तथाकथित नए कानूनों में से 90-99 प्रतिशत कट, कॉपी और पेस्ट का काम है। जो काम मौजूदा तीन कानूनों में कुछ संशोधनों के साथ पूरा किया जा सकता था, उसे एक बेकार की कवायद में बदल दिया गया है। उन्होंने कहा, हां, नए कानूनों में कुछ सुधार हैं और हमने उनका स्वागत किया है। उन्हें संशोधन के रूप में पेश किया जा सकता था। दूसरी ओर, कई प्रतिगामी प्रावधान हैं। कुछ बदलाव प्रथम दृष्टया असंवैधानिक हैं। वरिष्ठ नेता ने कहा कि स्थायी समिति के सदस्य सांसदों ने प्रावधानों पर गहन अध्ययन किया तथा तीनों विधेयकों पर विस्तृत असहमति नोट लिखे।

संसद को नए आपराधिक कानूनों की पुन: समीक्षा करनी चाहिए : मनीष तिवारी

कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने संसद से नए आपराधिक कानूनों की पुन: समीक्षा करने की मांग की और दावा किया है कि ये कानून देश को ‘‘पुलिस स्टेट’’ में बदलने की नींव रखते हैं।‘पुलिस स्टेट’ वह होता है जहां राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक जीवन पर सरकार का पूरी तरह से नियंत्रण होता है। चंडीगढ़ के सांसद ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, ‘‘एक जुलाई 2024 (आज) को मध्य रात्रि 12 बजे से लागू किए गए नए आपराधिक कानून के साथ ही, भारत को पुलिस स्टेट में बदलने की नींव रखी गई है। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इनका क्रियान्वयन तत्काल रोका जाना चाहिए तथा संसद को इनकी पुन: समीक्षा करनी चाहिए। देश में सोमवार को तीन नए आपराधिक कानून लागू हो गए, जिससे भारत की आपराधिक न्याय प्रणाली में दूरगामी बदलाव आएंगे।

‘प्रमुख मुद्दों’ के समाधान के लिए कुछ नहीं : ओवैसी

इस मामले पर एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने सरकार पर आरोप लगाया कि वह नए कानूनों से जुड़े ‘प्रमुख मुद्दों’ के समाधान के लिए कुछ नहीं कर रही है। एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर, हैदराबाद के सांसद ने पिछले साल दिसंबर के अपने लोकसभा भाषण का एक वीडियो साझा किया, जिसमें उन्होंने उन बिंदुओं को सामने रखा, जिन पर वह तीन नए कानूनों का विरोध कर रहे हैं। ओवैसी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखा, तीन नए प्तआपराधिक कानून कल से लागू हो जाएंगे। इनके क्रियान्वयन में बड़ी समस्याओं के बावजूद सरकार ने इन्हें दूर करने के लिए कुछ नहीं किया है। ये वे मुद्दे थे जिन्हें मैंने इनके लागू होने का विरोध करने के लिए उठाया था। चार बार के लोकसभा सदस्य ने अपने संबोधन में कहा कि उनके अनुसार, इन कानूनों के प्रावधान ‘लोगों की नागरिक स्वतंत्रता और अधिकारों के लिए खतरा’ हैं। उन्होंने कहा, ये पुलिस को किसी के भी खिलाफ कार्रवाई करने के लिए व्यापक शक्तियां प्रदान करते हैं।

नीट का समाधान निकालना बहुत जरूरी: मायावती

बोलीं- बीजेपी सरकार में पेपर लीक व सरकारी भर्तियों में बढ़ा भ्रष्टाचार

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। नीट पर चर्चा की मांग को लेकर कांग्रेस और इंडिया गठबंधन में शामिल अन्य विपक्षी दलों के जोरदार हंगामे के बाद शुक्रवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा नहीं हो पाई थी। लोकसभा स्पीकर ओम बिरला द्वारा बार-बार आग्रह करने और चेतावनी देने के बावजूद विपक्षी दलों का हंगामा और नारेबाजी जारी रही थी। अब इसपर बीएसपी प्रमुख मायावती की प्रतिक्रिया आई है।
मायावती ने कहा कि देश में समय-समय पर होने वाली विभिन्न परीक्षाओं की पवित्रता के साथ ही वर्तमान में ख़ासकर मेडिकल की नीट-यूजी एवं पीजी परीक्षाओं को लेकर जो अनिश्चितता बनी हुई है उससे लोगों में बेचैनी, चिन्ता व आक्रोश की लहर स्वाभाविक, जिसका शीघ्र सही स्थाई समाधान निकालना बहुत ही ज़रूरी। बीएसपी चीफ ने कहा, वैसे आल इण्डिया ही नहीं बल्कि यूपी समेत राज्यों में होने वाली परीक्षाओं में पेपर लीक व सरकारी भर्तियों में भ्रष्टाचार का मामला भी अति-गंभीर, दु:खद व चिन्तनीय. इन समस्याओं के प्रति किसी प्रकार की सरकारी लापरवाही और न ही राजनीति उचित बल्कि इसकी रोकथाम के लिए सख्त कदम आवश्यक ।

चिराग पासवान ने नीट पर सरकार का किया बचाव

पटना। केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कहा कि सरकार राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) प्रश्नपत्र लीक मामले में सभी हितधारकों के संपर्क में है और उपयुक्त समय पर छात्रों के सर्वाेत्तम हित में निर्णय लिया जाएगा। चिराग ने विपक्ष पर नीट के मुद्दे पर संसद की कार्यवाही बाधित करने का आरोप लगाते हुए उसकी आलोचना की और कहा कि यह उसकी गलत सोच को प्रदर्शित करता है। पासवान ने कहा, नीट मामले की जांच संबंधित एजेंसियां कर रही हैं और मामला अदालत में भी विचाराधीन है। पासवान ने कहा, विपक्ष गलत सोच प्रदर्शित कर रहा है। अगर वह जनता से जुड़े मुद्दों को उठाना चाहता है तो उसे सदन को उपयुक्त तरीके से चलने देना चाहिए और बहस व चर्चा में भाग लेना चाहिए। लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष इस महीने की शुरुआत में केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होने के बाद, अपने गृह राज्य बिहार के पहले दौरे पर हैं। एक अन्य सवाल के जवाब में पासवान ने कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के सहयोगी नीतीश कुमार अगले साल होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव में गठबंधन का नेतृत्व करेंगे।
बिहार में हाल में अपराध बढऩे से कानून व्यवस्था की स्थिति बिगडऩे के संकेत मिलने संबंधी विपक्ष के आरोप पर हाजीपुर से सांसद पासवान ने कहा, स्थिति चिंताजनक हो सकती है लेकिन राज्य में सरकार इससे निपटने के लिए सक्षम है।

बीजेपी के खिलाफ ’हूल‘ विद्रोह जारी रखेंगे: हेमंत

सामंती ताकतों के खिलाफ लडऩे का एलान किया

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
साहिबगंज (झारखंड)। हाल ही में जमानत पर रिहा हुए झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन ने सामंती ताकतों के खिलाफ विद्रोह का एलान किया है। उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों का गठबंधन-इंडिया देश भर से भाजपा को सत्ता से उखाड़ फेंकेगा।
हूल दिवस के मौके पर झारखंड के साहिबगंज में रैली को संबोधित करते हुए सोरेन ने कहा, उनकी रिहाई के बाद भाजपा के खेमे में घबराहट है। भाजपा नेता एक बार फिर उनके खिलाफ साजिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि रिहाई के बाद पहली बार वे अपने घर से बाहर निकले हैं। यह सभी के लिए प्रेरणा का दिन है।
हेमंत ने दशकों पहले ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ संथाल विद्रोह का जिक्र करते हुए कहा, अंग्रेजों के खिलाफ जैसा विद्रोह हुआ, उसी तर्ज पर हम न केवल झारखंड बल्कि पूरे देश से सामंती ताकतों को खदेडऩे के लिए हूल विद्रोह की घोषणा करते हैं। उन्होंने कहा कि यह दिन अंग्रेजों के खिलाफ 1855 के संथाल विद्रोह का प्रतीक है।

झारखंड क्रांतिकारियों की धरती

उन्होंने कहा कि मुझे झूठे मामलों में फंसाया गया है। केंद्रीय जांच एजेंसियों को उनके खिलाफ इस्तेमाल किया जा रहा है, जो सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ आवाज बुलंद कर रहे हैं। भाजपा के शीर्ष नेता आए दिन झारखंड आ रहे हैं और मेरे खिलाफ साजिश कर रहे हैं। हेमंत सोरेन ने कहा, झारखंड क्रांतिकारियों की जमीन के रूप में जाना जाता है। हम जेल, लाठी या फांसी से नहीं डरते।

यूपी में जारी रहेगी भारी बारिश अब तक कई लोगों की मौत

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। गर्मी से बेहाल यूपी वालों को मानसून ने राहत तो दी। पर भारी बारिश ने लोगों की परेशानी भी बढ़ा दी है। उधर बर्षा से राज्य भर में क इ घटनाएं भी घटी जिसमें लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा। दक्षिण पश्चिम मानसून लगभग पूरे देश में पहुंच गया है। देश के अधिकांश क्षेत्रों में मूसलाधार बारिश हो रही है, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
वहीं, बिजली गिरने से यूपी में पांच लोगों की मौत हुई है और 22 लोग घायल हुए हैं। मानसून एक्सप्रेस अपनी रफ्तार से लगातार आगे बढ़ रही है। रविवार को इसने पूरे उत्तर प्रदेश के सफर को पूरा कर लिया। वहीं, यूपी में बारिश के चलते लोगों को परेशानियों का सामना भी करना पड़ रहा है। लखनऊ में शाम को हुई झमाझम बारिश से कई इलाकों में जलभराव हो गया। मथुरा में बारिश से दीवार गिरने से एक बच्ची की मौत हो गई। नेपाल में तेज बारिश से बलरामपुर में खरझार पहाड़ी नाला रविवार को उफना गया।

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