नफरत छोड़ो, संविधान बचाओ अभियान देश में औैर तेज चलेगा

केंद्र सरकार की गलत नीतियों पर होगा आंदोलन

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। नफरत छोड़ो, संविधान बचाओ अभियान के तीसरे चरण की रूपरेखा तय करने और अब तक हुए कार्यक्रमों का मूल्यांकन करने के लिए गत 31 जनवरी को गांधी शांति प्रतिष्ठान में बैठक संपन्न हुई। बैठक में आम राय थी कि केंद्र सरकार द्वारा जिस तेजी से किसान -मजदूर, दलित, आदिवासी, महिला और युवा विरोधी, कारपोरेट मुखी नीतियां लागू की जा रही हैं , लोकतांत्रिक संस्थाओं को पूरी तरह ध्वस्त किया जा रहा है और समाज को हर स्तर पर सांप्रदायिक और जातिवादी आधार पर बांटने का काम किया जा रहा है, उसे रोकने के लिए देश की लोकतांत्रिक, समाजवादी, प्रगतिशील ताकतों को एकजुट करने की आवश्यकता है ।
अभियान में तेजी लाने और व्यापक भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए कार्यक्रम तय करने की आवश्यकता है। बैठक में विभिन्न संगठनों के 75 साथी शामिल हुए । बैठक में नफरत छोड़ो संविधान बचाओ अभियान का देशभर में जिले एवं राज्य स्तर पर अगले 3 माह में सम्मेलन आयोजित करने का निर्णय लिया गया। 2024 के चुनाव में जन आंदोलनों की भूमिका तय करने एवं व्यापक पैमाने पर अभियान में जन आंदोलन की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए डॉ.जी.जी.परीख जी के प्रस्ताव पर एस.एम. जोशी फाउंडेशन में मार्च में दो दिवसीय शिविर आयोजित करने का निर्णय लिया गया । शिविर की जिम्मेदारी फिरोज मीठीबोरवाला, गुड्डी, सुभाष वारे, सुभाष लोमटे, संजय मं.गो., सुशीला ताई मोराळे को सौंपी गई। 30 जनवरी के कार्यक्रम के दौरान जन आंदोलनों, राजनीतिक दलों एवं जंतर मंतर पर उपस्थित लगभग 1200 साथियों की सहमति से पारित संकल्प को सभी राजनीतिक दलों को भेजने का निर्णय लिया गया। उपस्थित साथियों की राय थी कि विपक्षी दलों से अभियान द्वारा पारित संकल्प को न्यूनतम साझा कार्यक्रम के तौर पर स्वीकार करने के लिए लिखकर, मिलकर, संवाद कर प्रयास किया जाना चाहिए।
मेधा पाटकर, कुमार प्रशांत जी, अरूण श्रीवास्तव, शबनम हाशमी और डॉ. सुनीलम को यह जिम्मेदारी सौंपी गई। सांप्रदायिक एवं सामाजिक सद्भाव, बेरोजगारी, चुनाव सुधार, मीडिया से जुड़े मुद्दों को लेकर विभिन्न क्षेत्रीय स्तर पर सम्मेलन करने का निर्णय लिया गया। मीडिया पर सम्मेलन करने की जिम्मेदारी कुमार प्रशांत जी को सौंपी गई । उन्होंने बताया कि सर्वोदय समाज द्वारा जयपुर में पहले से ही एक बड़े कार्यक्रम की तैयारी की जा रही है। बैठक में निर्णय हुआ कि अभियान के साथी कुमार प्रशांत द्वारा आयोजित कार्यक्रम में अभियान की ओर से भागीदारी करेंगे। चुनाव सुधारों को लेकर कार्यक्रम करने की जिम्मेदारी अरुण श्रीवास्तव, अंजलि भारद्वाज, फिरोज मीठीबोरवाला एवं डॉ सुनीलम को सौंपी गई। वे चुनाव सुधार अभियान के अभियान का नेतृत्व कर रहे रामशरण के साथ मिलकर कार्यक्रम की रूपरेखा तय करेंगे।

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