भारत जोड़ो से राहुल का कांग्रेसियों को भी संदेश?
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। कांग्रेस की महात्वाकांक्षी भारत जोड़ो यात्रा को आज 100 दिन पूरे हो गए हैं। यात्रा का नेतृत्व कर रहे राहुल गांधी बार-बार दुहरा चुके हैं कि उनका मार्च भय और घृणा के खिलाफ खड़ा होना था। भारत जोड़ो यात्रा की सबसे बड़ी उपलब्धि यह है कि इसने लोगों से जुड़े मुद््दों को उजागर किया जा रहा है। ऐसे में सवाल उठता हैं कि क्या भारत जोड़ो यात्रा के माध्यम से राहुल गांधी कांग्रेसियों को भी संदेश दे रहे हैं? वरिष्ठ पत्रकार, अनिल सिन्हा, विवेक देशपांडे, अमिताभ श्रीवास्तव, राजनैतिक विश्लेषक, डॉ. सीपी राय, मीनू जैन के साथ अभिषेक कुमार की लम्बी चर्चा हुई।
विवेक देशपांडे ने कहा, ये जो उत्सव बना हुआ है राहुल के भारत जोड़ो यात्रा से मैंने देखा है जिस तरह से लोगों में उत्साह है। अगर कोई पॉलिटिकल पार्टी इस तरह की यात्रा निकाले तो यह कहना गलत नहीं होगा कि उसका कोई राजनीतिक फायदा उसे नहीं चाहिए।
अमिताभ श्रीवास्तव ने कहा, यह तो राहुल को तय करना है वह संत होने की राह में निकले हैं, यह तो वह एक परिपक्व राजनीतिज्ञ बनने निकले हैं, आत्म शुद्धि का तरीका एक यह भी होता है। आप जिस काम को करने निकले उसमें अपने आपको इतना डुबो दें और जो सुधारने के तरीके होते हैं उसकी तरफ जाएं।
डॉ. सीपी राय ने कहा, पहली बात तो यह यात्रा कहीं से गैर राजनीतिक नहीं है। यह यात्रा कन्याकुमारी से कश्मीर तक जा रही है। राहुल कहीं विदेश नहीं जा रहे हैं वह चार-पांच दिन के ब्रेक के लिए दिल्ली में रुकेंगे। कुछ ठंड इलाकों में उनको जाना है इसलिए उसकी व्यवस्था के लिए चार-पांच दिन वह दिल्ली में रहेंगे उसके बाद फिर यात्रा के लिए निकलेंगे।
मीनू जैन ने कहा, राहुल को कहते हैं लीडिंग बाइ एग्जांपल वह खुद अपने आप एक एग्जांपल प्रस्तुत कर रहे हैं। अपने कार्यकर्ताओं के सामने और जनता के सामने खुद को साबित किया है।
अनिल सिन्हा ने कहा, मैं इसका जवाब दूसरे तरीके से दूंगा एक तो यह है कि जो अभी 100 दिन पूरे हुए हैं 28 किलोमीटर लगभग 80 प्रतिशत यात्रा पूरी कर ली हैं। लेकिन जो राहुल गांधी की यात्रा है इससे तो तय है कि 2024 में कुछ ना कुछ तो फर्क पड़ेगा जरूर।