राहुल की यात्रा का उत्तर प्रदेश में प्रवेश : भारत जोड़ो में जुटा हुजूम भाजपा की बढ़ गई बेचैनी
- प्रियंका ने कहा-योद्धा है मेरा भाई
- जयंत चौधरी का दल रालोद बागपत-शामली में करेगा यात्रा का स्वागत
- अडानी-अंबानी ने बड़े-बड़े नेता खरीदे पर राहुल गांधी को नहीं खरीद पाए
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा आज यूपी में प्रवेश कर गई। गाजियाबाद के लोनी बॉर्डर पर बने मंच पर राहुल गांधी और प्रियंका एक साथ नजर आए। प्रियंका के कंधे पर हाथ रखकर राहुल आगे बढ़ते दिखे। वहीं, राहुल की यात्रा में उमड़े हुजूम ने भाजपा की बेचैनी को बढ़ा दिया है। मंगलवार को द्वितीय चरण में यात्रा का दिल्ली के यमुना बाजार से प्रारंभ हुआ। प्रथम चरण में दिल्ली पहुंचने के बाद यात्रा को 9 दिन के लिए रोका गया था। मंच से अपने संबोधन में प्रियंका गांधी ने भाई राहुल को योद्धा बताया। उन्होंने कहा, मुझे अपने बड़े भाई पर सबसे ज्यादा गर्व है। सत्ता का पूरा जोर लगाया गया। सरकार ने हजारों करोड़ रुपए खर्च किए, इनकी छवि को खराब करने के लिए, लेकिन ये डरे नहीं। इन पर एजेंसी लगाईं गईं। कहा कि अडानी-अंबानी ने बड़े-बड़े नेता खरीद लिए। देश के सभी पीएसयू खरीद लिए। देश की मीडिया खरीद ली। लेकिन मेरे भाई को नहीं खरीद पाए। न खरीद पाएंगे। प्रियंका ने आगे कहा कि कोई मुझसे पूछ रहा था कि आपके भाई को ठंड नहीं लगती। आपको डर नहीं लगता, इनकी सुरक्षा के लिए। मेरा जवाब ये है कि ये सत्य का कवच पहनकर चल रहे हैं। भगवान इनको सुरक्षित रखेगा। सब साथ चलिए। एकता, संभावना, प्यार का पैगाम लेकर चलिए। इसके बाद दोनों ने लोगों का अभिवादन किया। राष्ट्रीय लोकदल ने यात्रा के बागपत और शामली में स्वागत की बात कही है।
यूपी में 130 किमी पैदल चलेंगे राहुल
राहुल गांधी ने आज यात्रा शुरू करने से पहले दिल्ली में मरघट वाले हनुमान मंदिर के दर्शन किए। इस दौरान पुजारी ने उनको गदा दी। वहीं, गाजियाबाद के लोनी बॉर्डर से प्रियंका गांधी यात्रा में शामिल हुईं। उत्तर प्रदेश में कांग्रेस नेता राहुल गांधी 3 दिन में करीब 130 किलोमीटर पैदल चलेंगे। यहां पूर्व मंत्री राशिद अल्वी ने कहा कि भाजपा सरकार नफरत की आंधी है। साध्वी प्रज्ञा घरों में छुरी तेज करने के लिए बोलती हैं। कभी बुलडोजर ठीक कराने तो कभी पाकिस्तान भेजने की बात करते हैं। क्या देश के यही मुद्दे हैं ? आप रोजगार, नौजवानों, किसानों की बात नहीं करते।
महज 90 सेंकेड में रखी अपनी बात और सवालों से भागी दिल्ली पुलिस
- पुलिस का दावा सामने आए नए वीडियो में मृतका के साथ स्कूटी पर दिख रही है उसकी सहेली
- परिजनों ने पुलिस की नई थ्योरी पर जताया संदेह, कहा-दोस्त ने पुलिस को क्यों नहीं दी सूचना
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। दिल्ली के सनसनीखेज कंझावला कांड पर आज पुलिस ने प्रेस वार्ता बुलाई। कार से लडक़ी की टक्कर और फिर करीब 12 किमी तक घसीटे जाने के मामले में कई सवाल खड़े हो रहे हैं लेकिन दिल्ली पुलिस के अधिकारी महज 90 सेंकेड में अपनी बात कहकर चलते बन गए। पुलिस मुख्यालय में हुई प्रेस वार्ता में एक अधिकारी ने बताया कि सुल्तानपुरी की घटना में नया तथ्य हमारे सामने आया है। जिस समय घटना हुई, मृतका के साथ एक और लडक़ी थी। उसे कोई चोट नहीं आई और वह घटना के बाद वहां से उठकर चली गई थी। पुलिस अधिकारी ने कहा, इस मामले में अब हमारे पास घटना की प्रत्यक्षदर्शी है और वह पुलिस के साथ सहयोग कर रही है। उसका बयान दर्ज किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आरोपियों को सजा दिलाने में यह महत्वपूर्ण साबित होगा। जांच अभी जारी है और शुरुआती चरण में है। उन्होंने कहा कि जल्द ही दिल्ली पुलिस जांच पूरा कर लेगी और अपराधियों को सजा दिलवाई जाएगी। यहां मौजूद पत्रकार सवाल पूछने के लिए चिल्लाते रहे लेकिन दिल्ली पुलिस के अधिकारी ने उनके सवालों को अनसुना कर दिया। हालांकि परिवार ने पुलिस के इस नए एंगल पर संदेह जताया है। परिजनों का कहना है कि अगर उसकी दोस्त साथ थी तो उसने हादसे की जानकारी पुलिस को क्यों नहीं दी?
मैनेजर ने सहेली के साथ की कही बात
नए साल पर रात के एक बजे का सीसीटीवी फुटेज मिला है, जिसके आधार पर पुलिस की ओर से दावा किया जा रहा है कि एक्सीडेंट के समय उसकी दोस्त भी थी जो घायल हुई। वीडियो में दिखाई देता है कि लडक़ी स्कूटी निकालती है और साथ चल रही लडक़ी उसके पीछे बैठ जाती है और वे चल देते हैं। जहां से पीड़िता और उसकी दोस्त निकले थे, उस होटल के मैनेजर ने दावा किया है। होटल मैनेजर का कहना है कि वो दोनों बहस कर रही थीं तब नाइट वाले मैनेजर ने उनको कहा कि लड़ो मत फिर वे नीचे जाकर लडऩे लगीं। नीचे जब वे लड़ रही थीं तो आस-पड़ोस वालों ने भी उन्हें रोका। इसके बाद वे स्कूटी पर बैठकर चली गईं।
सीट पर नहीं टायर पर खून के निशान
उधर, फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी के सूत्रों ने दावा किया है कि बनेलो कार की जांच करने के बाद अंदर या सीटों पर खून के धब्बे नहीं मिले। सूत्रों ने कहा कि एफएसएल ने कार के टायर पर ही खून के निशान पाए हैं, जो इंगित करता है कि पीड़ित कार के अंदर नहीं थी। एफएसएल टीम ने घटनास्थल का भी मुआयना किया, जहां युवती का शव मिला था और मौके से नमूने लिए। स्पेशल सीपी शालिनी सिंह ने भी 12 किमी तक उस रोड का जायजा लिया है जिस रास्ते पर लडक़ी को कार घसीटते हुए ले गई।