भगवा राजनीति के जवाब में राहुल की व्हाइट पॉलिटिक्स

- बिहार के बेंगूसराय से राहुल गांधी की सफेद क्रांति की शुरुआत
- बिहार में सिर्फ सफेद ही सफेद, राहुल की पदयात्रा में शामिल युवाओं ने पहनी सफेद टीशर्ट
- अमित शाह के बिहार दौरों के जवाब में राहुल गांधी की पदयात्रा
- बांध दिया समा, नीतीश सरकार को चुनौती, बिहार में नौकरी दो पलायन रोको
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
पटना। जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक आते जा रहे हैं बिहार में राजनीतिक हलचल तेज हो गयी है। भारतीय जनता पार्टी भाजपा और कांग्रेस दोनों ही बिहार में अपने-अपने राजनीतिक एजेंडे और रणनीतियों के साथ मैदान में उतर चुके हैं। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह बिहार के कई दौरे कर चुके हैं उनके दौरों का जवाब देने के लिए आज राहुल गांधी भी बिहार पहुंचे और दो किलोमीटर की पदयात्रा कि। राहुल गांधी ने आज की पदयात्रा में युवाओं से सफेद टीशर्ट पहन कर आने की अपील की। उनकी इस अपील को भगवा पालिटिक्स के जवाब के तौर पर देखा जा रहा है। यानि राहुल गांधी ने बिहार चुनाव से व्हाइट पॉलिटिक्स की शुरूआत कर दी है। व्हाइट रंग को शांति, समावेशिता और स्वच्छता का प्रतीक माना जाता है। यही नहीं राहुल गांधी ने नीतिश सरकार को घेरते हुए पलायन रोको और रोजगार दो जैसे नारों के जरिये बिहार के युवाओं को मथ देने का काम किया।
कमजोर हुए नीतीश
बिहार के सीएम नीतीश कुमार जो कि सामाजिक न्याय और धर्मनिरपेक्षता के पोस्टर ब्वाय माने जाते रहे हैं कि स्थिति चुनाव से पहले कमजोर हो गयी है। कुछ दिन पहले पारित वक्फ संशोधन बिल से बिहार का मुस्लमान इनसे नाराज है। बिहार में 17 फीसदी मुस्लमान है और जदयू के परम्परागत वोटर। नीतिश इस बिल के बाद एक राजनीतिक संकट में घिर गए हैं। उनके लिए न तो इसका खुला विरोध करना आसान है और न ही इसका समर्थन करना। क्योंकि यदि वह इस बिल का विरोध करते है तो इससे केन्द्र सरकार के साथ उनके संबंध बिगड़ सकते हैं। और न ही खुलकर समर्थन कर रहे हैं क्योंकि यदि वह ऐसा करते है तों अल्पसंख्यक वोट बैंक खिसक सकता है। यही दुविधा उनके नेतृत्व की कमजोरी के रूप में देखी जा रही है।
अमित शाह बनाम राहुल गांधी में किसकी रणनीति भारी?
राहुल गांधी की आज की पदयात्रा ने भारत जोड़ो यात्रा के अगले चरण को बिहार की धरती से जोड़ कर जनसंपर्क बढ़ाने का काम किया। वह बेंगूसराया में एनएसयूआई प्रभारी कन्हैया कुमार की चल रही नौकरी दो पलायन रोको पदयात्रा में दो किलोमीटर से ज्यादा पैदल चले। उन्होंने युवाओं से अपनी आवाज बुलंद करने की बात कही। राहुल गांधी ने कहा कि हम मिलकर बिहार को एक ऐसा राज्य बनाएंगे जहां अवसरों की कोई कमी न हो। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की यह कोशिश है कि युवाओं को राजनीति के मुख्धारा से जोड़ा जाए और उनकी समस्याओं का त्वरित समाधान हो। उनकी पदयात्रा का मकसद बेरोजगारी, महंगाई और सामाजिक न्याय जैसे मुद्दों को मुख्यधारा में लाकर युवाओं को जोडऩा है। उनकी आज की पदयात्रा में हजारो युवा व्हाटइ टीशर्ट पहनकर शामिल हुए। पालिटिक्ल एनालिस्ट इसे सफेद क्रांती कह रहे हैं और इसे भगवा राजनीति संघ-भाजपा की प्रतीक के जवाब में व्हाइट पॉलिटिक्स क शुरूआत माना जा रहा है। व्हाइट यानि शांति समावेशिता और स्वच्छता की राजनीति।
नौकरी दो पलायन रोको बनाम धर्म और राष्ट्रवाद
2025 के चुनाव में दो स्पष्ट मुद्दे उभरते दिख रहे हैं। एक तरफ भाजपा का एजेंडा है राष्ट्रवाद, धार्मिक पहचान और डबल इंजन सरकार की उपलब्धियां। दूसरी तरफ विपक्ष विशेषकर कांग्रेस और राजद रोजगार महंगाई और पलायन जैसे जमीनी मुद्दों पर केंद्रित है। राहुल गांधी द्वारा नौकरी दो और पलायन रोको जैसे नारों को जोर-शोर से उठाना इस बात की ओर इशारा करता है कि विपक्ष अब भाजपा की भावनात्मक राजनीति का जवाब ठोस सामाजिक-आर्थिक मुद्दों से देना चाहता है। लेकिन सवाल यह है कि क्या मतदाता इन मुद्दों को चुनावी फैसले का आधार बनाएंगे?
प्रगति के लिए इस यात्रा में साथ चलें : कन्हैया
कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार भी पदयात्रा में शामिल हो चुके हैं। उन्होंने लोगों से कहा कि कुछ ही देर में पलायन रोको नौकरी दो यात्रा में शामिल होने के लिए हमारे नेता और देश में विपक्ष की सबसे मजबूत आवाज राहुल गांधी आ रहे हैं। आप सभी लोग बिहार में नौकरी, शिक्षा और उन्नति-प्रगति के लिए इस यात्रा में साथ चलें। राहुल जी की अपील है कि अपनी हुंकार दर्ज करवाने के लिए यात्रा में सफेद टी-शर्ट पहन कर आइये और सरकार तक अपनी आवाज पहुंचाइये।
बिहार आने से कोई असर नहीं पड़ेगा : भाजपा
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा ने कहा कि उनके बिहार आने से कोई असर नहीं पड़ेगा। वे आए हैं और भ्रम फैलाएंगे। बिहार में नीतीश कुमार और पीएम मोदी की सरकार है। उन्हें भगवा रंग से नफरत है और इसलिए वे सफेद टी-शर्ट पहनते हैं। केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने तंज सकते हुए कहा कि राहुल गांधी बिहार आए हैं। वे जहां भी जाते हैं, सबसे पहले अपने गठबंधन और अपनी पार्टी के लिए मुश्किलें खड़ी करते हैं। यहां वे तेजस्वी यादव के लिए मुश्किलें खड़ी करने आए हैं…लालू जी की पार्टी ने जंगल राज स्थापित किया। बिहार की जनता ने भ्रष्ट लोगों को नकार दिया है। वे विकास चाहते हैं।
भारत के लिए कोढ़ में खाज बना ट्रम्प का टैरिफ अटैक!
- गिरावट के लालसागर में गोते लगाते भारतीय शेयर बाजार
- शेयर बाजार का निकला दम, टैरिफ दबाव में भारी तबाही
- भारतीय शेयर बाजारों में 4 फीसदी तक की गिरावट
- सभी शेयर लाल निशान में टाटा, रिलायंस टॉप लूजर्स
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। ट्रम्प के टैरिफ अटैक ने भारतीय अर्थव्यवस्था में कोढ़ में खाज का काम किया और आज सुबह भारतीय शेयर बाजारों में कय़ामत देखी गयी। बाजार शुरूआत में ही धड़धड़ाकर गिरने लगे। और कुछ ही मिनटों में निफ्टी में साढ़े तीन प्रतिशत तक की गिरवाट दर्ज हो गयी।
आज के तूफान में क्या स्मालकैप और क्या लार्जकैप कोई नहीं बचा। न छोटा निवेशक न बड़ी कंपनी। सभी कंपनियों के शेयर बाजार गिरावट के लालसागर में गोता लगाते दिखे। सोचिये खबर लिखे जाने तक सेंसेक्स पैक में सभी 30 शेयर लाल निशान में थे। टाटा स्टील, टाटा मोटर्स, इंफोसिस, टेक महिंद्रा, एलएंडटी, एचसीएल टेक, टीसीएस, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एनटीपीसी, एक्सिस बैंक, एमएंडएम, कोटक महिंद्रा बैंक, इंडसइंड बैंक और एमएंडएम टॉप लूजर्स थे।
अन्य एशिया बाजारों में भी गिरवाट
टैरिफ का अटैक झेल रहे अन्य एशियाई बाजारों की भी हवा निकल गयी। वहां तो भारतीय शेयर बाजारों से ज्यादा कोहराम देखा गया टोक्यो, शंघाई, बैंकॉक, सियोल और हांगकांग के शेयर बाजारों में 11 प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज की गई है।रेसिप्रोकल टैरिफ के कारण शुक्रवार को अमेरिकी बाजारों में भारी बिकवाली देखी गई थी डाओ 5.50 प्रतिशत और टेक्नोलॉजी इंडेक्स नैस्डैक लगभग 5.82 प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुए थे।
कच्चे तेल के दाम भी गिरे
सिर्फ शेयर बाजार ही नहीं वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच कच्चे तेल की कीमतों में तेज गिरावट आई है। ब्रेंट क्रूड 2.67 प्रतिशत गिरकर 63.82 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया, जबकि वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (डब्ल्यूटीआई) क्रूड 2.69 प्रतिशत गिरकर 60.31 डॉलर प्रति बैरल पर है। यानि कि इस गिरावट का असर रूपये पर पडऩा निश्चित है और डालर के मुकाबले गिरवाट संभव है। यही नहीं गोल्ड भी अपनी चाल तेज कर रहा है और आने वाले समय में नई उचाइयों पर विराजमान होने वाला है।