भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा राजकोट एयरपोर्ट, छत का बड़ा हिस्सा गिरा
दिल्ली एयरपोर्ट पर हादसे के बाद राजकोट हवाई अड्डे की कैनोपी गिरने की घटना सामने आई है.... आपको बता दें कि राजकोट के हीरासर में बने अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट की कैनोपी का एक बड़ा हिस्सा बारिश में गिर गया.... देखिए खास रिपोर्ट...
4पीएम न्यूज नेटवर्कः मोदी सरकार में बने एक के बाद एक एयरपोर्ट, एक्सप्रेस-वे, पुल गिर रहें हैं… और जितने भी हादसे हो रहें हैं… सबका उद्घाटन नरेंद्र मोदी ने किया था… जिससे जनता को संदेश दिया गया था कि मोदी सरकार में एक के बाद एक विकास कार्य हो रहें है… जिसकी पोल पहली ही बारिश में खुल गई है… आपको बता दें कि दिल्ली एयरपोर्ट पर हादसे के बाद राजकोट हवाई अड्डे की कैनोपी गिरने की घटना सामने आई है…. आपको बता दें कि राजकोट के हीरासर में बने अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट की कैनोपी का एक बड़ा हिस्सा बारिश में गिर गया…. वहीं राजकोट एयरपोर्ट की घटना में गनीमत यह रही कि किसी के जानमाल का कोई नुकसान नहीं हुआ…. आपको बता दें कि हवाई अड्डे के निदेशक दिंगत बहोरा के अनुसार बारिश के कारण हवाई अड्डे के आगे की छत में जलभराव हो गया था… इसके चलते यह हादसा हुआ…. वहीं बहोरा ने कहा इस घटना में कोई घायल नहीं हुआ है… एक दिन पहले दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट के टर्मिनल एक की छत गिर गई थी… इसमें एक व्यक्ति की मौत होने के साथ चार अन्य घायल हो गए थे…. हीरासर में बने राजकोट के नए एयरपोर्ट का उद्घाटन पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था… जो महज एक साल के भीतर ही गिर गया…
आपको बता दें कि राजकोट हवाई अड्डे के बाहर जिस हिस्से की छत गिरी है…. वहां पर यात्री पिकअप और ड्रॉप होता है… वहीं संयोग से जब यह छत गिरी तो वहां पर कोई नहीं था… ऐसे में जानमाल का नुकसान नहीं हुआ… राज्य में दक्षिण-पश्चिम मानसून के सक्रिय होने पर सौराष्ट्र में भारी बारिश हो रही है… कुछ इलाकों में भारी बारिश से एनडीआरएफ की सात टीमों को कच्छ, राजकोट, देवभूमि द्वारका, गिर सोमनाथ, भावनगर, नर्मदा और वलसाड जिलों में तैनात किया गया है…
बता दें कि राजकोट के नए हवाई अड्डे के लिए शुरुआत में केंद्र सरकार ने चौदह सौ पांच करोड़ रुपये स्वीकृत किए थे… वहीं जुलाई दो हजार उन्नीस में इसकी कुल लागत दो हजार पांच सौ चौव्वन करोड़ रुपये हो गई थी… आपको बता दें कि इस हवाई अड्डे का निर्माण पिछले साल जून में ही पूरा हुआ था… इसके बाद जुलाई में यह सेवा के लिए खुला था…. अभी राजकोट के इस एयरपोर्ट से एयरपोर्ट से एयरइंडिया…. और इंडिगो की फ्लाइट उड़ान भरती हैं… और राजकोट एयरपोर्ट की सात गंतव्यों के लिए कनेक्टीविटी है… वहीं अभी इस एयरपोर्ट को शुरू हुए एक साल पूरा हुआ है… और एक साल के अंदर ही एयरपोर्ट की छत गिर जाना बड़ा सवाल खड़ा करता है… कि इस भ्रष्टाचार के खेल में कौन-कौन शामिल था… और जब एयरपोर्ट बना तो सुरक्षा के मानको को ध्यान में क्यों नहीं रखा गया… वहीं अब इस हादसे का जिम्मेदार कौन है… यह जांच का विषय है…