राजनाथ सिंह संभालेंगे लखनऊ की कमान, मोदी-योगी भी करेंगे प्रचार

भाजपा प्रत्याशियों की डिमांड पर स्मृति ईरानी, हेमामालिनी भी मांगेगी वोट

लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में पीएम मोदी के साथ पुराने समय की अदाकारा और मथुरा से सांसद हेमामालिनी लखनऊ में भाजपा के लिए वोट मांगती दिखेंगी। गृहमंत्री अमित शाह भी विपक्षी दलों पर निशाना साधकर भाजपा के लिए वोट मांगेंगे। लखनऊ के चहेते राजनाथ सिंह, भाजपा के राष्टï्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सभा की भी डिमांड लखनऊ से भाजपा उम्मीदवारों ने की है। सूची में रक्षा मंत्री के साथ ही उमा भारती का भी नाम है। राजनाथ सिंह को खासतौर पर लखनऊ की जिम्मेदारी दी गई है, क्योंकि वे यहां से सांसद भी है। राजधानी में 23 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर 16 फरवरी से भाजपा के स्टार प्रचारक यहां दिख सकते हैं। भाजपा ने विधानसभा क्षेत्र के हिसाब से की गई स्टार प्रचारकों की मांग सूची तैयार की है।

ये लोग करेंगे लखनऊ में प्रचार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्टï्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, डा. दिनेश शर्मा, मोहनलालगंज से सांसद और केंद्रीय राज्य मंत्री कौशल किशोर, भोजपुरी गायक मनोज तिवारी, केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल, संजय निषाद, जितिन प्रसाद, हेमामालिनी, स्मृति ईरानी, साध्वी निरंजन ज्योति, मुख्तार अब्बास नकवी, शाहनवाज हुसैन, केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह सहित कई दिग्गज नेता लखनऊ की विधानसभा सीटों पर भाजपा के लिए प्रचार करेंगे।

तीसरे चरण में बेहतर रणनीति के साथ स्टार प्रचारकों के साथ मैदान में बसपा

लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) खुलकर बैटिंग कर रही है। प्रत्याशियों की घोषणा हो या फिर नामांकन, बसपा अभी तक हर प्रक्रिया में नंबर वन है। चुनाव में जीत दर्ज करने के लिए पार्टी प्रत्याशी अब फार्म में आ गए हैं। प्रत्याशियों की ओर से जबरदस्त जनसंपर्क किया जा रहा है। विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करने और मतदाताओं को रिझाने के लिए बसपा ने बेहतर रणनीति अपनानी शुरू कर दी है। अधिक से अधिक मतदाताओं को पार्टी के समर्थन में बसपा ने ट्रंप कार्ड की तैयारी कर रखी है। इसके तहत स्टार प्रचारक पार्टी की राष्टï्रीय अध्यक्ष मायावती के सुशासन की नीतियों को जन-जन तक पहुंचाएंगे।

दूसरे-तीसरे चरण से लेकर अंतिम चरण तक बसपा की ओर से स्टार प्रचारकों की सूची तैयार है। जल्द ही यह स्टार प्रचारक इंटरनेट मीडिया समेत अन्य अधिकृत प्लेटफार्म पर दिखाई देंगे। बसपा का शीर्ष नेतृत्व भले ही अन्य पार्टियों की तुलना में बहुत लाइमलाइट में न हो, मगर पार्टी की सभी मोर्चे पर तैयारियां अंदर खाने में जारी है। पार्टी ने इंटरनेट मीडिया से जुड़े अपने सभी वालंटियर सक्रिय कर दिए हैं। पार्टी पदाधिकारी पंकज सक्सेना ने बताया कि स्टार प्रचारकों की सूची में राष्टï्रीय अध्यक्ष मायावती के बाद आनंद कुमार और फिर राष्टï्रीय महासचिव सतीश मिश्र का नाम सबसे ऊपर है। ऐसे में स्टार प्रचारक जल्द ही प्रत्याशियों के लिए वर्चुअल माध्यमों पर सक्रिय दिखाई देंगे।

विधायक संगीत सोम के खिलाफ केस दर्ज

लखनऊ। मेरठ में चुनाव के दौरान सरधना के सलावा गांव में बूथ पर धीमा मतदान कराने के आरोप में विधायक के समर्थकों ने हंगामा कर दिया था। सूचना पर विधायक संगीत सोम भी पहुंच गए थे। आरोप था कि विधायक ने बूथ पर मौजूद पीठासीन अधिकारी की पिटाई कर दी थी। देर रात विधायक और उनके समर्थकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया। उधर, सलावा में ही वोट डालने जा रहे व्यक्ति की पिटाई के मामले में भी विधायक समर्थकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। पहले चरण के चुनाव के लिए गुरुवार को मतदान हुआ था। सरधना विधानसभा क्षेत्र के गांव सलावा के प्राथमिक विद्यालय नंबर दो में भी वोट डाले जा रहे थे।

बीजेपी प्रत्याशी विधायक संगीत सोम के समर्थकों ने धीमा मतदान कराने का आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया था। सूचना पर विधायक भी पहुंच गए थे। आरोप है कि विधायक और उनके समर्थकों ने पीठासीन अधिकारी अश्विनी कुमार की पिटाई कर दी थी। बूथ पर लगे वेबकैम को भी उखाड़ कर ले गए थे। फोर्स ने जैसे-तैसे स्थिति को नियंत्रित किया था। बाद में एसएसपी और डीएम भी सलावा गांव पहुंचे थे। एसपी देहात केशव कुमार ने बताया कि गुरुवार देर रात पीठासीन अधिकारी से मारपीट के मामले में पुलिस ने विधायक संगीत सोम और उनके समर्थकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।

राज्यपाल धनखड़ ने बंगाल विधानसभा सत्र किया स्थगित, टीएमसी हैरान

नई दिल्ली। बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ और ममता सरकार के बीच घमासान चरम पर है। इस बीच राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने आज बड़ा कदम कठोर उठाया है। उन्होंने आनन फानन में एक आदेश जारी कर पश्चिम बंगाल विधानसभा का अधिवेशन (सत्र) अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया है। राज्यपाल ने खुद इस आदेश को ट्विटर पर साझा करते हुए इसकी जानकारी दी है। इसमें राज्यपाल धनखड़ ने कहा है कि भारतीय संविधान की धारा 174 के तहत 12 फरवरी 2022 से राज्य विधानसभा सत्र (संसद या अन्य विधान सभा के सत्र को भंग किए बिना) अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया है। इधर, राज्यपाल के इस आदेश से राज्य के राजनीतिक हलकों में हड़कंप मच गया है।

इस आदेश का साफ अर्थ है कि अब विधानसभा सत्र बिना राज्यपाल की अनुमति के नहीं बुलाया जा सकता है। राज्यपाल की अनुमति के बाद ही अब राज्य विधानसभा का सत्र बुलाया जा सकेगा। इधर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने राज्यपाल के इस कदम पर कड़ी प्रतिक्रिया जताते हुए इसे असंवैधानिक बताया है। तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता व वरिष्ठ सांसद सौगत राय ने कहा कि राज्यपाल लगातार असंवैधानिक काम कर रहे हैं और उन्होंने विधानसभा सत्र को स्थगित करने का जो यह आदेश जारी किया है यह देश में एक अभूतपूर्व घटना है। उन्होंने संकेत दिए कि राज्य सरकार राज्यपाल के इस आदेश को कोर्ट में चुनौती देगी।

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