गर्भगृह में विराजे राम

  • पीएम बने प्राण प्रतिष्ठा के मुख्य यजमान
  • पूरे देश में गूंजा जय सियाराम

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
अयोध्या। प्राण प्रतिष्ठा  के साथ ही रामलला मंदिर के गर्भगृह विराजमान हो गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्य यजमान के रूप में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में भाग लिया। इस दौरान उनके ठीक बगल में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मौजूद रहे।
रामलला प्राण प्रतिष्ठा साधु संतों और देश के गणमान्य लोगों की मौजूदगी में हुई। रामलाल प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के लिए फिल्मी जगत, व्यापार जगत, खेल जगत और राजनीति के क्षेत्र के दिग्गज पधारे थे। अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि मंदिर परिसर के ऊपर हेलीकॉप्टरों से पुष्पों की वर्षा की गई।

पूजा-अनुष्ठानों से शुरू हुई प्रतिष्ठा समारोह प्रक्रिया

इसी बीच प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले राम मंदिर में पूजा अनुष्ठानों की झलकियां देखने को मिली है। प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान में स्थापित देवताओं का दैनिक पूजन, हवन, पारायण आदि कार्य, सुबह मध्वाधिनास, मूर्ति का 114 कलशों के विविध औषधीयुक्त जल से स्नपन, महापूजा, उत्सवमूर्ति की प्रासादपरिक्रमा, शय्याधिनास, तत्त्वन्यास, महान्यास आदिन्यास, शान्तिक-पौष्टिक – अघोर होम, व्याहृति होम, रात्रिजागरण, सायंपूजन एवं आरती हुई। श्री रामलला सरकार प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान में आज स्थापित देवताओं का दैनिक पूजन, हवन, पारायण आदि कार्य, प्रात: मध्वाधिनास, मूर्ति का 114 कलशों के विविध औषधीयुक्त जल से स्नपन, महापूजा, उत्सवमूर्ति की प्रासादपरिक्रमा, शय्याधिनास, तत्त्वन्यास, महान्यास आदिन्यास, शान्तिक-पौष्टिक ।

नयनाभिराम!  अद्भुत व अलौकिक है राम मंदिर

अयोध्या में निर्माणाधीन राम मंदिर को तीन फ्लोर में बनाया जा रहा है, प्रत्येक मंजिल की ऊंचाई 20 फीट रहेगी। नागर शैली में बन रहे राम मंदिर में उत्तर और दक्षिण भारत की झलक दिखेगी। पूरे मंदिर में कुल 392 खम्भे और 44 द्वार होंगे। भूतल में गर्भगृह बनाया गया है, जहां प्रभु श्रीराम के बाल रूप यानी श्रीरामलला विराजमान रहेंगे। राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के मुताबिक मंदिर की लंबाई (पूर्व से पश्चिम) 380 फीट, चौड़ाई 250 फीट और ऊंचाई 161 फीट रहेगी। ट्रस्ट के मुताबिक ग्राउंड फ्लोर में 160 खंभे बनाये गए हैं, जिस पर मंदिर की छत टिकी है। मंदिर निर्माण के पहले फेज में ग्राउंड फ्लोर पर गर्भगृह समेत 5 मंडप बनाए गए हैं। नृत्य मंडप, रंग मंडप, गूढ़ मंडप ( सभा मंडप) प्रार्थना मंडप और कीर्तन मंडप। पहले फेज में ही, मंदिर का प्रवेश द्वार सिंह द्वार का निर्माण किया गया है। मंदिर में प्रवेश पूर्व में निर्मित सिंह द्वार से 32 सीढ़ी चढ़कर होगा। 32 सीढिय़ों की ऊंचाई कुल 16.5 फीट है। दिव्यांगजन और वृद्धजनों के लिए रैम्प एवं लिफ्ट की व्यवस्था की गई है। ट्रस्ट की वेब साइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक मुख्य तौर पर मंदिर के ग्राउंड फ्लोर 12 द्वार होंगे, जबकि कुल दरवाजों की संख्या 44 होगी।

प्रथम तल पर भगवान श्रीराम का दरबार

राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक मंदिर के प्रथम तल पर 132 खंभों का निर्माण किया जाएगा, यानी भूतल से प्रथम तल में खंभों की संख्या घट जाएगी। प्रथम तल पर गर्भगृह के ठीक ऊपर मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम का दरबार होगा। यहीं पर सिंहासन लगाया जाएगा, जिसपर माता जानकी और भाई लक्ष्मण के साथ भगवान श्रीराम राजा के रूप में विराजेंगे। यहां वीर हनुमान भी बैठे नजर आएंगे। मंदिर के प्रथम तल पर राम दरबार के अलावा अन्य मंदिर भी रहेंगे। मंदिर के प्रथम तल पर चारों तरफ बालकनी होगी, जहां से श्रद्धालु अयोध्या की छटा निहार सकेंगे।

इस दिव्य कार्यक्रम का हिस्सा बनना मेरा परम सौभाग्य : मोदी

इसी बीच पीएम मोदी भाव-विभोर हो गए। इस खास मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि अयोध्या धाम में श्री राम लला की प्राण-प्रतिष्ठा का अलौकिक क्षण हर किसी को भाव-विभोर करने वाला है। इस दिव्य कार्यक्रम का हिस्सा बनना मेरा परम सौभाग्य है। जय सियाराम!

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