सचिन पायलट के दावे से बीजेपी में मची खलबली, कांग्रेस में बदलाव की प्रक्रिया जारी

सचिन पायलट ने कहा कि गुजरात में होने वाला अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी का सत्र महत्वपूर्ण है...

4पीएम न्यूज नेटवर्कः अहमदाबाद में 8 और 9 अप्रैल, 2025 को होने वाले अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी सत्र से पहले कांग्रेस महासचिव सचिन पायलट ने रविवार को एक ऐसा बयान दिया….. जो न केवल कांग्रेस के भविष्य की दिशा को रेखांकित करता है….. बल्कि भारतीय जनता पार्टी की नीतियों और नाकामियों पर भी करारा प्रहार करता है…… पायलट ने कहा कि कांग्रेस में एक पीढ़ीगत बदलाव की प्रक्रिया चल रही है……. जिसमें युवा नेता अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभा रहे हैं….. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि जवाबदेही और विचारधारा को मजबूत करना ही पार्टी के आगे बढ़ने का मूलमंत्र होगा….. इसके साथ ही उन्होंने गुजरात में होने वाले इस सत्र को बेहद महत्वपूर्ण बताया…… क्योंकि यह उस राज्य में कांग्रेस को फिर से मजबूत करने….. और अपने खोए हुए गौरव को पुनर्जनन देने का एक सुनहरा अवसर है….. यह बयान बीजेपी के लिए एक चुनौती है…… जो गुजरात में अपनी सत्ता को अजेय मानती रही है….. लेकिन अब उसे कांग्रेस के इस नए जोश और रणनीति से कड़ी टक्कर मिलने वाली है…..

आपको बता दें कि सचिन पायलट का यह बयान उस समय आया है….. जब बीजेपी गुजरात में अपनी सत्ता को बनाए रखने के लिए हर संभव कोशिश कर रही है….. लेकिन सवाल यह है कि क्या बीजेपी की यह कोशिशें अब रंग ला पाएंगी? पिछले कुछ सालों में बीजेपी ने गुजरात को अपनी प्रयोगशाला बनाया है…… जहां उसने विकास के नाम पर बड़े-बड़े वादे किए…… लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही कहती है….. सचिन पायलट ने अपने बयान में यह स्पष्ट कर दिया कि कांग्रेस अब पुराने ढर्रे से हटकर नई सोच….. और युवा ऊर्जा के साथ मैदान में उतर रही है…… यह बीजेपी के लिए खतरे की घंटी है…… जो अपनी सत्ता को बनाए रखने के लिए केवल ध्रुवीकरण….. और भावनात्मक मुद्दों का सहारा लेती रही है…..

वहीं गुजरात जो कभी कांग्रेस का गढ़ हुआ करता था….. पिछले तीन दशकों से बीजेपी के कब्जे में है….. लेकिन इस दौरान बीजेपी ने क्या हासिल किया…… राज्य में बेरोजगारी, किसानों की बदहाली…… और औद्योगिक असंतुलन जैसी समस्याएं बढ़ती जा रही हैं…… दूसरी ओर, कांग्रेस अब एक नई रणनीति के साथ सामने आई है…… पायलट का यह कहना कि पीढ़ीगत बदलाव धीरे-धीरे हो रहा है….. और युवा नेता जिम्मेदारियां संभाल रहे हैं…… बीजेपी की उस राजनीति को चुनौती देता है……. जो पुराने नेताओं और घिसे-पिटे वादों पर टिकी हुई है…… बीजेपी के पास अब न तो नई सोच है….. और न ही युवाओं को जोड़ने की कोई ठोस योजना…..

पायलट ने अपने बयान में जवाबदेही और विचारधारा को मजबूत करने की बात कही…… जो बीजेपी की सबसे बड़ी कमजोरी को उजागर करती है……. बीजेपी पिछले एक दशक से केंद्र और कई राज्यों में सत्ता में है…… लेकिन उसकी जवाबदेही कहां है…. महंगाई, बेरोजगारी, और आर्थिक असमानता जैसे मुद्दों पर बीजेपी सरकार ने जनता को सिर्फ जुमले दिए हैं…… नोटबंदी, जीएसटी, और हाल ही में किसान विरोधी कानूनों जैसे फैसलों ने साबित कर दिया कि बीजेपी की नीतियां जनता के हित में कम….. और कॉरपोरेट के फायदे के लिए ज्यादा काम करती हैं….. इसके उलट, कांग्रेस अब जवाबदेही को अपना हथियार बना रही है……. पायलट ने यह संकेत दिया कि पार्टी संगठन में जो काम नहीं करेगा….. उसे हटाया जाएगा….. एक ऐसा कदम जो बीजेपी में कभी देखने को नहीं मिलता…… जहां भ्रष्टाचार और अक्षमता के बावजूद नेताओं को संरक्षण दिया जाता है…..

आपको बता दें कि विचारधारा की बात करें तो बीजेपी की पूरी राजनीति सांप्रदायिक ध्रुवीकरण और नफरत फैलाने पर टिकी है…… गुजरात में बीजेपी ने 2002 के दंगों के बाद से ही इस नीति को अपनाया….. और इसे अपनी ताकत बनाया…… लेकिन अब जनता इस नफरत की राजनीति से ऊब चुकी है……. कांग्रेस की विचारधारा, जो समावेशिता, सामाजिक न्याय…… और प्रगति पर आधारित है…… एक बार फिर लोगों को आकर्षित कर रही है….. पायलट का यह कहना कि विचारधारा को मजबूत करना मूलमंत्र होगा, बीजेपी के लिए एक चेतावनी है कि….. अब केवल मंदिर-मस्जिद की बातों से काम नहीं चलने वाला….. जनता अब विकास, रोजगार, और शिक्षा जैसे मुद्दों पर जवाब चाहती है….. जिनका बीजेपी के पास कोई ठोस जवाब नहीं है…..

वहीं अहमदाबाद में होने वाला एआईसीसी सत्र इस बात का प्रतीक है कि कांग्रेस अब गुजरात में अपनी जड़ें मजबूत करने के लिए पूरी तरह तैयार है…… पायलट ने कहा कि यह सत्र ऐसे समय में हो रहा है……. जब पार्टी राज्य में अपने पिछले गौरव को बहाल करने पर ध्यान दे रही है…… यह बीजेपी के लिए सीधा संदेश है कि कांग्रेस अब चुप नहीं बैठेगी…… गुजरात में बीजेपी की सत्ता भले ही मजबूत दिखती हो……. लेकिन पिछले विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने कई सीटों पर कड़ा मुकाबला किया था…… अब युवा नेताओं के नेतृत्व में कांग्रेस एक नई ऊर्जा के साथ मैदान में उतर रही है…… जो बीजेपी की नींद उड़ाने के लिए काफी है…..

बीजेपी ने गुजरात में विकास का ढोल पीटा….. लेकिन हकीकत में राज्य की जनता महंगाई…. और बेरोजगारी से जूझ रही है…… अहमदाबाद जैसे शहरों में चमकती इमारतें दिखाई देती हैं….. लेकिन ग्रामीण इलाकों में किसान कर्ज में डूबे हैं….. बीजेपी का मॉडल केवल बड़े उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने वाला साबित हुआ है….. जबकि आम आदमी की हालत बद से बदतर हुई है….. कांग्रेस अब इन मुद्दों को लेकर जनता के बीच जा रही है….. और बीजेपी के इस ढोंग को बेनकाब कर रही है…… पायलट का यह बयान कि पार्टी को मजबूत करना और पिछले गौरव को बहाल करना हमारा लक्ष्य है…… वहीं ये बीजेपी की उस राजनीति को चुनौती देता है…… जो केवल सत्ता के लिए चल रही है…..

बीजेपी की सबसे बड़ी नाकामी यह रही है कि उसने गुजरात को एक ऐसा राज्य बना दिया…… जहां असमानता चरम पर है……. अमीर और गरीब के बीच की खाई बढ़ती जा रही है…… और युवाओं के पास रोजगार के अवसर नहीं हैं…… दूसरी ओर कांग्रेस अब संगठन को मजबूत करने…… और युवाओं को मौका देने की बात कर रही है…….. पायलट ने यह भी कहा कि पार्टी उदयपुर घोषणापत्र को लागू कर रही है…… जिसमें पिछड़े वर्ग, महिलाओं, और अल्पसंख्यकों को प्रतिनिधित्व देने की बात कही गई थी…… यह बीजेपी की उस नीति के खिलाफ है…… जो केवल एक खास वर्ग को फायदा पहुंचाती है…… और बाकियों को हाशिए पर धकेल देती है……

आपको बता दें कि बीजेपी की एक और कमजोरी उसकी केंद्रीकृत नीति है….. गुजरात में भी बीजेपी ने स्थानीय नेताओं को दरकिनार कर दिल्ली से नियंत्रण करने की कोशिश की…… इसके उलट कांग्रेस अब जिला स्तर तक संगठन को मजबूत करने….. और जवाबदेही तय करने की बात कर रही है……. पायलट ने राजस्थान का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां तीन बैठकों में गैर-हाजिर रहने वाले पदाधिकारियों को हटाया जाएगा……. यह बीजेपी के लिए सबक है…… जो अपने नेताओं को जवाबदेह बनाने के बजाय उन्हें संरक्षण देती है…..

सचिन पायलट का यह बयान न केवल कांग्रेस के लिए एक नई शुरुआत का संकेत है….. बल्कि बीजेपी के लिए एक कड़ा संदेश भी है…… गुजरात में एआईसीसी सत्र के जरिए कांग्रेस अपनी ताकत दिखाने जा रही है…… और बीजेपी को अब यह समझ लेना चाहिए कि उसकी नफरत….. और जुमलों की राजनीति अब पुरानी पड़ चुकी है….. वहीं जनता अब बदलाव चाहती है…… और कांग्रेस उस बदलाव का चेहरा बनने को तैयार है….. बीजेपी की नाकामियां अब छिप नहीं सकतीं….. और कांग्रेस का यह नया जोश उसकी उलटी गिनती शुरू कर चुका है….. गुजरात में कांग्रेस की वापसी न केवल राज्य की राजनीति को बदलेगी…… बल्कि पूरे देश में बीजेपी के खिलाफ एक नई लहर पैदा करेगी…..

 

 

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