संगठन को मजबूत करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे : संजय सिंह
- आम आदमी पार्टी ने यूपी में संगठन विस्तार का काम किया तेज
- पार्टी ने की आठ प्रांत अध्यक्ष व चार प्रांत प्रभारियों की घोषणा
लखनऊ। आम आदमी पार्टी (आप) ने उत्तर प्रदेश को आठ प्रांत में बांटकर संगठन विस्तार का काम तेज कर दिया है। सभी आठ प्रांत के अध्यक्ष, चार जोन के प्रभारी व तीन प्रकोष्ठों के प्रदेश अध्यक्षों के नाम की घोषणा की गई। राजधानी में आप के प्रदेश कार्यालय में आप के यूपी प्रभारी व राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने बताया कि अभी तक सात हजार वार्ड प्रभारी बनाए जा चुके हैं। तीन हजार वार्ड कमेटियों का गठन कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि 25 से 30 घर पर एक मोहल्ला प्रभारी बनाया जा रहा है। संगठन को मजबूत करने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। जिन आठ प्रांतों के अध्यक्ष के नाम घोषित किए गए उनमें अयोध्या प्रांत का अध्यक्ष सूरज रावत को बनाया गया है। वहीं काशी प्रांत के पवन तिवारी, पश्चिम प्रांत के सोमेंद्र ढाका, पूर्वांचल प्रांत के राजेश यादव, बुंदेलखंड प्रांत के विवेक जैन, ब्रज प्रांत हृदेश चौधरी, रूहेलखंड प्रांत के मोहम्मद हैदर और भगवान गौतमबुद्ध के नाम से बनाए गए बौद्ध प्रांत का अध्यक्ष इमरान लतीफ को बनाया गया है। अयोध्या प्रांत के प्रभारी विकास पटेल बनाए गए हैं। पूर्वांचल प्रांत के अभिनव राय, बौद्ध प्रांत के अनुराग मिश्रा व रूहेलखंड प्रांत का प्रभारी नदीम अशरफ जायसी को बनाया गया है। वहीं शिक्षक प्रकोष्ठ का प्रदेश अध्यक्ष प्रो. डीएनएनएस यादव, पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ का अध्यक्ष डा. एसपी सिंह पाल व बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ का अध्यक्ष बीएन खरे को बनाया गया है। कुछ दिन पूर्व आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रभारी सांसद संजय सिंह ने कहा था कि यूपी में पार्टी 10 हजार तिरंगा शाखाएं शुरू करेगी। छह माह में शाखाओं का गठन करेंगे। एक जुलाई से तिरंगा शाखा प्रमुख बनाने का काम शुरू होगा।
भाजपा ने मुख्तार अंसारी को लेकर कांग्रेस को घेरा
लखनऊ। मुख्तार अंसारी को बचाने के आरोप झेलती रही कांग्रेस के लिए पंजाब की आम आदमी पार्टी की सरकार ने नई मुसीबत खड़ी कर दी है। मुख्तार को जेल में वीआइपी सुविधाएं दिए जाने के पंजाब सरकार के बयान के बाद उत्तर प्रदेश में भी कांग्रेस निशाने पर आ गई है। भाजपा की ओर से प्रश्न उठाया गया है कि अब राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा बताएं कि उनकी मुख्तार से क्या डील थी? उसे जेल में सुख-सुविधाएं देने के एवज में कांग्रेस ने क्या पाया? माफिया मुख्तार अंसारी पंजाब की रूपनगर जेल में बंद था, जिसे यूपी में दर्ज मुकदमों के आधार पर योगी सरकार यहां बांदा जेल लेकर आई। विधानसभा चुनाव के ऐन पहले सरकार के इस प्रयास में पंजाब की तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने खूब रोड़े अटकाए। वह नहीं चाहती थी कि मुख्तार अंसारी को यूपी की जेल में स्थानांतरित किया जाए। तब इसे लेकर कांग्रेस की उत्तर प्रदेश प्रभारी व राष्टï्रीय महासचिव प्रियंका वाड्रा भाजपा के निशाने पर रहीं। अब पंजाब सरकार के मंत्री ने सदन में बयान देकर नया सियासी हंगामा खड़ा कर दिया। इसे यहां भाजपा ने हाथों-हाथ लिया है।
पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी का कहना है कि भाजपा तब भी कहती रही कि कांग्रेस मुख्तार अंसारी को जेल में सुख-सुविधाएं दे रही है और उसका संरक्षण कर रही है। अब पंजाब सरकार के अधिकृत बयान से यह सिद्ध हो गया है कि भाजपा के आरोप राजनीतिक नहीं, बल्कि वास्तविक थे। इसी तरह मुख्यमंत्री के सूचना सलाहकार मृत्युंजय कुमार ने भी ट्वीट कर कांग्रेस को घेरा है। उन्होंने लिखा जाली एफआईआर करके पंजाब की तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने ढाई साल तक मुख्तार अंसारी को बचाया। बीस लोगों के बैरक में मुख्तार अकेला वीआईपी की तरह अपनी पत्नी के साथ रहता था। जब यूपी पुलिस ने उसे ले जाने की कोशिश की तो उसके बचाव में वकील की फीस तक कांग्रेस ने भरी। एक गैंगस्टर से इतना लगाव क्यों? बता दें कि पंजाब विधानसभा में मंगलवार को उत्तर प्रदेश के माफिया मुख्तार अंसारी को लेकर सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी और विपक्षी कांग्रेस में तीखी बहसबाजी हो गई। आप सरकार के जेल मंत्री बैंस ने कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकार पर अंसारी को एक फर्जी केस में सवा दो साल पंजाब की जेल में बंद रखने का आरोप लगाया।