संकट मोचक नाम तिहारो…अब चुनाव हमारो!
- कर्नाटक चुनावी प्रचार में हनुमान जी का प्रवेश
- घोषणा पत्र पर भाजपा -कांग्रेस में रार
- तुष्टीकरण बनाम ध्रुवीकरण की ओर बढ़ा चुनाव
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
बंगलुरू। कर्नाटक के चुनाव में बजरंगबली का प्रवेश हो गया। कांग्रेस ने कर्नाटक चुनाव को लेकर जो घोषणा पत्र जारी किया है, उसमें कहा है कि अगर उनकी सरकार बनती है तो वह सूबे में बजरंग दल पर प्रतिबंध लगा देगी। कांग्रेस के इस एलान के चंद घंटों बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बयान आ गया।
उन्होंने इसे बजरंग बली का अपमान बताया। कहा, पहले कांग्रेस ने भगवान राम को ताले में बंद किया और अब वह जय बजरंग बली बोलने वालों को ताले में बंद करना चाहते हैं। कांग्रेस के घोषणा पत्र को तुष्टीकरण की राजनीति करने वाला बताकर बीजेपी उसको घेर रही तो भाजपा के संकल्प पत्र में यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू करने व मुस्लिम आरक्षण खत्म करने की जो बात की गई है उसको कांग्रेस ने धु्रवीकरण की राजनीति करने वाला बताकर पलटवार किया है।
विहिप की यात्रा को सुरक्षा देने के लिए हुआ था बजरंग दल का गठन
अक्टूबर 1984 की बात है। विश्व हिंदू परिषद की पहली धर्म संसद में मंदिर आंदोलन की शुरुआत हुई। इसके साथ ही राम जानकी रथयात्रा के नाम से नियमित रूप से शोभा यात्रा निकालने की शुरुआत हुई। इसका मकसद था कि लोगों को हिंदुत्व के बारे में अधिक से अधिक बताया जाए। कुछ समय में ही इससे युवा और साधु-संत जुड़ते गए। इस यात्रा के खिलाफ कुछ लोगों ने बयान देने शुरू कर दिए। कई धमकियां भी दी गईं। तब विश्व हिंदू परिषद ने यूपी सरकार से यात्रा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम करने का अनुरोध किया। यूपी सरकार ने सुरक्षा देने से साफ इनकार कर दिया। तब कुछ युवाओं ने अपनी ओर इस यात्रा को सुरक्षा प्रदान करने का एलान कर दिया।
बजरंगबली को बंद करना चाहती है कांग्रेस : मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने अपने मेनिफेस्टो में बजरंगबली को ताले में बंद करने का निर्णय लिया है। पहले श्री राम को ताले में बंद किया और अब जय बजरंगबली बोलने वालों को ताले में बंद करने का संकल्प ले रहे है। पीएम मोदी ने रैली में कहा, आज हनुमान जी की इस पवित्र भूमि को नमन करना मेरा बहुत बड़ा सौभाग्य है और दुर्भाग्य देखिए, मैं आज जब यहां हनुमान जी को नमन करने आया हूं उसी समय कांग्रेस पार्टी ने अपने मेनिफेस्टो में बजरंगबली को ताले में बंद करने का निर्णय लिया है। पहले श्री राम को ताले में बंद किया और अब जय बजरंगबली बोलने वालों को ताले में बंद करने का संकल्प लिया है। यह देश का दुर्भाग्य है कि कांग्रेस पार्टी को प्रभु श्री राम से भी तकलीफ होती थी और अब जय बजरंगबली बोलने वालों से भी तकलीफ हो रही है। पीएम मोदी ने कांग्रेस पर हमला करते हुए आगे कहा कि भारतीय जनता पार्टी कर्नाटक की मान-मर्यादा और संस्कृति पर कोई आंच नहीं आने देगी। साथ ही बीजेपी कर्नाटक के विकास के लिए, यहां के लोगों को आधुनिक सुविधा और नए अवसर देने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि कांग्रेस ने दशकों के अपने शासन के दौरान गांवों और शहरों के बीच खाई को बहुत ज्यादा बढ़ा दिया था लेकिन बीजेपी सरकार इस खाई को कम करने में लगातार जुटी हुई है। उन्होंने कहा कि आज हमारे गांवों में भी शहरों जैसी सुविधाएं पहले से ज्यादा गति से पहुंच रही हैं।
कांग्रेस ने श्री हनुमान जी से लिया पंगा : विज
हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने ट्वीट कर कहा कि पहले कांग्रेस ने मंदिर में अड़चने डाल कर श्री राम जी की नाराजगी मोल ली थी तो कांग्रेस अपने पैरों पर खड़ा होने लायक नहीं बची थी। अब कांग्रेस ने श्री हनुमान जी से पंगा लिया है तो निशित है श्री हनुमान जी कांग्रेस को लंका जला कर खाक कर देंगे। पहले कांग्रेस ने मंदिर में अड़चने डाल कर श्री राम जी की नाराजगी मोल ली थी तो कांग्रेस अपने पैरों पर खड़ा होने लायक नहीं बची थी अब कांग्रेस ने श्री हनुमान जी से पंगा लिया है तो निशित है श्री हनुमान जी कांग्रेस को लंका जला कर खाक कर देंगे।
मोदी जी फेंकने में बहुत माहिर हैं : भूपेश
मुख्यमंत्री बघेल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा। कहा कि, मोदी जी फेंकने में बहुत माहिर हैं। वह कबीर जी को, गुरू गोरखनाथ जी को एक साथ बिठा देते हैं। कहते हैं कि वह एक साथ बैठकर चर्चा करते हैं। कौन किस सदी में हुआ। जो चीज पाकिस्तान में हुई है उसे बिहार का बता देते हैं। जनसंख्या जितनी नहीं है उतना बता देते हैं। बैन बजरंग दल पर लगाने की बात हुई है, बजरंग बलि पर नहीं। बजरंग बलि हमारे आराध्य हैं उनके नाम पर कोई गुंडागर्दी करे ये उचित नहीं है। बजरंग दल के सदस्यों ने यहां भी उत्पात मचाया है। कानून का काम कानून करेगा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ में बजरंग दल पर बैन लगाने को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि, यहां भी विचार किया जा सकता है। दरअसल, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मीडिया ने बजरंग दल पर बैन लगाने को लेकर सवाल पूछा था। इस पर सीएम बघेल ने कहा कि, वहां क्या हो रहा, यहां क्या होगा, यहां कि परिस्थितियों में बजरंगियों ने गडग़ड़ की तो उन्हें ठीक कर देंगे। ठीक कर भी दिया है। जरूरत पड़ी तो यहां भी बैन के लिए सोचा जाएगा, लेकिन वहां अभी कि समस्या के हिसाब से वहां के पार्टी के पदाधिकारियों ने तय किया है। मोदी जी ने कर्नाटक में बोला कि आधा लीटर दूध हर घर में देंगे, तो मध्य प्रदेश में दे रहे हैं क्या? ये सब कर्नाटक की बात है।
ऐसे पड़ा बजरंग दल नाम
विनय कटियार उन दिनों हिंदूवादी युवा नेताओं में से एक थे। एक अक्टूबर 1984 को बड़ी संख्या में युवा जुटे और इस दल की स्थापना हुई। विनय कटियार ने कहा, प्रभु श्रीराम की सेवा के लिए हमेशा बजरंग बली आगे रहे हैं और इस बार भी प्रभु श्रीराम और माता जानकी की यात्रा की सुरक्षा बजरंग बली के भक्त ही करेंगे। इसी के साथ इस संगठन का नाम बजरंग दल रख दिया गया। युवा जोश और उत्साह को देखते हुए विश्व हिंदू परिषद ने बजरंग दल को कई बड़ी जिम्मेदारियां सौंपी। इनमें धार्मिक स्थलों का नवीनीकरण, धार्मिक स्थलों को अवैध कब्जे से मुक्त कराने के लिए आंदोलन और संघर्ष करना, गौ संरक्षण, सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ आंदोलन चलाना… जैसे दहेज प्रथा, अस्पृश्यता, जातिगत भेदभाव, फिल्मों, विज्ञापन के जरिए फैलाए जाने वाले अश्लीलता का विरोध करना, अवैध घुसपैठ का विरोध करना, धर्म परिवर्तन को रोकने जैसा काम शामिल है। इसके अलावा सनातम धर्म को लेकर युवाओं को जागरुक करने का भी काम बजरंग दल के कार्यकर्ता करते हैं। युवाओं को शारीरिक तौर पर मजबूत बनाने के लिए खेल प्रतियोगिताओं और अखाड़े का भी आयोजन बजरंग दल की तरफ से किया जाता है।
विवादों में भी रहा है बजरंग दल
बजरंग दल पर कई तरह के आरोप भी लग चुके हैं। आरोप है कि अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को बजरंग दल के कार्यकर्ता परेशान करते हैं। कई मस्जिदों और चर्च पर हमले के आरोप भी बजरंग दल के कार्यकर्ताओं पर लग चुके हैं। इसके अलावा वैलेंटाइन डे पर प्रेमी जोड़ों को परेशान करने का आरोप भी बजरंग दल के कार्यकर्ताओं पर लगता रहा है।