जनता दर्शन में भारी भीड़ देख सीएम योगी बिफरे, कहा- स्थानीय स्तर पर नहीं हो रहा काम
तहसील व थाना स्तर के थे अधिकांश मामले
लखनऊ। गोरखपुर में मुख्यमंत्री के जनता दर्शन में अब तक का रिकार्ड टूट गया। एक हजार से अधिक लोग अपनी समस्या लेकर पहुंचे। उन्हें गोरखनाथ मंदिर के हिन्दू सेवाश्रम के साथ यात्री निवास में भी बैठाया गया था। जो लोग बाहर लाइन में रह गए थे, उन्हें बाद में अंदर बुलाया गया। करीब दो घंटे से अधिक समय तक मुख्यमंत्री ने एक-एक व्यक्ति तक पहुंचकर उनकी बात सुनी और अधिकारियों को निस्तारण का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों की समस्याओं का निस्तारण तहसील एवं थाना स्तर पर ही कर दिया जाये। निस्तारण समयबद्ध तरीके से पूरी गुणवत्ता के साथ होना चाहिए। सुुबह से ही विभिन्न जिलों के लोग गोरखनाथ मंदिर पहुंचने लगे थे। मुख्यमंत्री से मिलकर अपनी समस्या बताने के लिए उनमें उत्सुकता नजर आ रही थी। सुरक्षा व्यवस्था में लगे पुलिस के जवानों को लाइन लगवाकर जनता दर्शन हाल तक पहुंचाने में मशक्कत करनी पड़ी। पहले हिन्दू सेवाश्रम फिर यात्री निवास में लगी कुर्सियों पर लोगों को बैठाया गया। करीब 100 से अधिक लोग बाहर लाइन में रह गए। मुख्यमंत्री सुबह करीब सात बजे जनता दर्शन में पहुंचे। बाहर लाइन देखकर उन्होंने निर्देश दिया जगह होने पर सभी को अंदर बुलाया जाये।
मुख्यमंत्री एक-एक व्यक्ति तक गए और उनकी समस्या सुनी। अधिकतर मामले तहसील एवं थाना स्तर के थे। जमीन से जुड़े विवाद, पुलिस द्वारा कार्रवाई न करने एवं घरेलू समस्याएं लेकर भी लोग जनता दर्शन कार्यक्रम में पहुंचे थे। इतनी बड़ी संख्या में लोगों के जनता दर्शन में आने को लेकर मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से सवाल भी किया। उन्होंने कहा कि स्थानीय स्तर पर समस्याओं का निस्तारण कर दिया जाये तो लोगों को यहां आने की जरूरत नहीं होगी। मुख्यमंत्री ने लोगों को समस्याओं के समाधान का भरोसा भी दिलाया। इससे पहले मुख्यमंत्री ने गुरु गोरखनाथ की पूजा अर्चना की और ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ के समाधि स्थल पर जाकर उनका आशीर्वाद लिया। मंदिर भ्रमण करते हुए मुख्यमंत्री गोशाला पहुंचे और गायों को गुड़-चना खिलाया।
आजादी के महानायक थे वीर सावरकर : डॉ. सनोबर
- महाराजा बिजली पासी राजकीय महाविद्यालय में वेबिनार का आयोजन
लखनऊ। आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम की श्रृंखला में विनायक दामोदर सावरकर की जयंती पर महाराजा बिजली पासी राजकीय महाविद्यालय लखनऊ में क्रांतिकारी आंदोलन के विकास में वीर सावरकर का योगदान विषय पर एक वेबिनार का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में महाविद्यालय के इतिहास विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. सनोबर हैदर ने विचार रखते हुए सावरकर को आजादी का महानायक सिद्ध करते हुए भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में उनके अतुलनीय योगदान को रेखांकित किया। उन्होंने कहा सावरकर एक कुशल राजनीतिज्ञ, कवि, लेखक और नाटककार थे। सावरकर के राजनीतिक दर्शन में उपयोगितावाद, तर्कवाद, प्रत्यक्षवाद, मानवतावाद, सार्वभौमिकता, व्यावहारिकता और यथार्थवाद के तत्व प्रमुखता से विद्यमान थे। सावरकर भारत के पहले व्यक्ति थे, जिन्होंने लंदन में ब्रिटिश हुकूमत के विरुद्ध क्रांतिकारी आंदोलन का बिगुल बजाया। उन्होंने स्वदेशी का नारा दिया और विदेशी कपड़ों की होली जलाई। सावरकर ने सन् 1857 की लड़ाई को भारत का प्रथम स्वाधीनता संग्राम बताते हुए 1907 में लगभग एक हजार पृष्ठों का इतिहास लिखा। सावरकर दुनिया के एकमात्र लेखक थे, जिनकी पुस्तक को प्रकाशित होने के पहले ही ब्रिटिश साम्राज्य की सरकारों ने प्रतिबन्धित कर दिया था। कार्यक्रम का संचालन महाविद्यालय के सहायक प्रोफेसर (हिंदी विभाग) डॉ. राघवेंद्र मिश्र ने किया।
भाजपा विधायक नाराज हुए अपनी ही सरकार के अफसरों पर
- जिम्मेदारों की अनदेखी का शिकार हुए हरदोई के अमृत सरोवर
लखनऊ। हरदोई जिले में जिला प्रशासन की अनदेखी के चलते अमृत सरोवर लापरवाही की भेंट चढ़ गए हैं। अमृत सरोवरों के लिए चिन्हित भूमि का पूजन करने व फोटो सेशन में जो तेजी दिखी थी, वह अब खुदाई के लिए नजर नहीं आ रही है। सरोवरों में हीलाहवाली व ढुलमुल रवैए से भाजपा विधायक श्याम प्रकाश नाराज है। उन्होंने अपनी ही सरकार के अफसरों को कटघरे में खड़ा कर दिया है। गोपामऊ से विधायक श्याम प्रकाश ने ट्वीट किया कि सरकार की महत्वाकांक्षी अमृत सरोवर योजना के फ्लॉप होने के आसार है। कारण गलत सिस्टम। डीपीआर बनाने के काम में नहर विभाग को रूचि नहीं। जबकि कई जगह भूमि पूजन के साथ कार्य शुरू हो चुका है। ऐसे में जिम्मेदार ही लापरवाह क्यूं बने हैं। जबकि जिले के 19 विकास खंडों में 100 अमृत सरोवर तैयार किए जाने का लक्ष्य है। जिलाधिकारी अविनाश कुमार, सीडीओ आकांक्षा से लेकर सांसद जय प्रकाश समेत कई विधायक व ब्लॉक प्रमुख भूमि पूजन कर चुके, लेकिन धरातल पर सरोवर की खुदाई नजर नहीं आ रही। मानसून आने का समय है।
जिला प्रशासन पर देरी करने के आरोप भी लगने लगे हैं। एडवोकेट आदर्श दीपक का कहना है कि भूमि पूजन के बाद फौरन खुदाई शुरू होनी चाहिए। बारिश में खुदाई करना मुश्किल होगा। मामले में उपायुक्त मनरेगा राजेंद्र श्रीनिवास बोले कि मशीनों का इस्तेमाल होगा तो खुदाई में ज्यादा समय नहीं लगेगा। उधर सपा जिलाध्यक्ष जितेंद्र वर्मा ने कहा कि यूपी सरकार की यह योजना भी हवाहवाई साबित होगी। तालाब कागजों पर ही खुदेंगे। भाजपा सरकार में अधिकारी बेलगाम है। जनता को गुमराह करने में जुटे हैं। विकास योजनाएं धरातल पर नहीं दिख रही है।