बिलावल भुट्टो की धमकी पर शशि थरूर ने किया कमेंट तो भडक़े कांग्रेस नेता, कहा क्या थरूर भाजपा के प्रवक्ता हैं?

नई दिल्ली। पहलगाम आंतकी हमले के बाद सभी विपक्षी दलों की ओर से इसके खिलाफ सरकार के किसी भी एक्शन पर फुल सपोर्ट की बात कही गई है. लेकिन मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के अंदर इस हमले को लेकर अंदरुनी विवाद की स्थिति बनती दिख रही है. पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर को पाकिस्तानी नेता बिलावल भुट्टो की सिंधु जल संधि पर की गई धमकी भरी टिप्पणी पर प्रतिक्रिया को लेकर अपनी ही पार्टी के अंदर कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है. कांग्रेस के नेता उदित राज ने थरूर के रुख पर सवाल उठाया और पूछा कि क्या वह बीजेपी के प्रवक्ता हैं?
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर का पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो के बयान पर करारा जवाब उनकी खुद की पार्टी को रास नहीं आया, क्योंकि पार्टी के एक अन्य नेता उदित राज ने उनसे सवाल किया कि क्या वह सुपर-बीजेपी मैन बनने की कोशिश कर रहे हैं.
समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए उदित राज ने कहा, मैं शशि थरूर से यह पूछना चाहता हूं कि वह कांग्रेस पार्टी में हैं या भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में? क्या वह सुपर-बीजेपी मैन बनने की कोशिश कर रहे हैं? थरूर को बीजेपी से सवाल करना चाहिए कि मोदी सरकार पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर को कब लेगी? उन्होंने सवाल किया, क्या बीजेपी ने उन्हें अपना प्रवक्ता नियुक्त किया है?
इससे पहले रविवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर ने एएनआई से कहा था कि बिलावल भुट्टो का बयान भडक़ाऊ बयानबाजी है. 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकवादी हमले में 26 लोगों के मारे जाने के बाद भारत ने त्वरित प्रतिक्रिया देते हुए पाकिस्तान के साथ सिंधु जल समझौता को सस्पेंड करने समेत कई कड़े फैसले लिए थे. इस समझौते को सस्पेंड किए जाने पर भडक़े बिलावल भुट्टो ने भारत को धमकी दी थी कि अगर सिंधु नदी का पानी नहीं बहता है तो वे अपना खून बहा देंगे.
भुट्टो के जवाब में, तिरुवनंतपुरम से लोकसभा सांसद ने कहा, यह महज भडक़ाऊ बयानबाजी है. पाकिस्तान के लोगों को यह समझना होगा कि वे भारतीयों को बिना किसी दंड के नहीं मार सकते. पाकिस्तान के खिलाफ हम कोई साजिश नहीं करते हैं. लेकिन यदि वे ऐसा कुछ करते हैं, तो उन्हें इसके जवाब के लिए भी तैयार रहना चाहिए. यदि खून बहेगा, तो संभवत: यह हमारे मुकाबले उनकी तरफ ज्यादा बहेगा.
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने इस बात पर भी जोर दिया कि भारत एटमी हथियारों के संबंध में पहले इस्तेमाल नहीं की नीति का पालन करना जारी रखेगा, लेकिन हमला होने पर जवाब भी देगा.
हालांकि, उदित राज ने पहलगाम आतंकवादी हमले पर एक बार फिर पार्टी के उस रूख का हवाला दिया, जिसमें सरकार की ओर से कथित सुरक्षा चूक की ओर इशारा किया गया और उस पर सवाल उठाए गए.
खुफिया जानकारी को लेकर थरूर ने कहा, यह साफ है कि कोई पूर्ण प्रमाण वाली खुफिया जानकारी हमारे पास नहीं थी. कुछ नाकामिया भी हैं, लेकिन हमारे पास इजराइल का उदाहरण है, जिसके पास दुनिया की सबसे अच्छी खुफिया सेवाएं हैं, लेकिन 2 साल पहले 7 अक्टूबर को उस पर जिस तरह का हमला किया गया. वो हर किसी को चौंकाने वाला था. उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि हमें भी वर्तमान संकट को देखना चाहिए और फिर सरकार से जवाबदेही मांगनी चाहिए.
थरूर ने यह भी कहा, किसी भी देश के पास कभी भी 100 फीसदी पूर्ण खुफिया जानकारी नहीं हो सकती. हम कभी भी उन कई आतंकी हमलों के बारे में नहीं जान पाएंगे जिन्हें सफलतापूर्वक नाकाम कर दिया गया था. हमें सिर्फ उन हमलों के बारे में पता चल पाता है जिन्हें हम नाकाम करने में फेल हो गए. यह किसी भी देश में सामान्य है. जरूर इसमें नाकामी थी, मैं सहमत हूं, लेकिन अभी हमारा फोकस उन पर नहीं होना चाहिए.



