इलाहाबाद हाईकोर्ट से बीजेपी को झटका, सांसद बर्क को मिली बड़ा राहत
संभल से समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क को इलाहाबाद हाई कोर्ट से बड़ी राहत मिली है.... हाई कोर्ट ने बर्क की गिरफ्तारी को रोक लगा दी है...
4पीएम न्यूज नेटवर्कः बीजेपी सरकार जबसे सत्ता में आई है…. तब से हिंदू-मुसलामान और मंदिर मस्जिद कर रही है…. अयोध्या में राम मंदिर का मामला फाइनल होने के बाद यूपी के तमाम स्थानों पर मस्जिद के स्थान पर मंदिर होने का दावा किया जा रहा है…. और कोर्ट नें अर्जी लगाकर उस स्थान का सर्वे कराने की मांगी की जा रही है…. बता दें कि ऐसे कई मामले यूपी से सामने आए हैं…. और जहां पर जांच और सर्वे किए जा रहे है…. सबसे पहले ज्ञानवापी का सर्वे शुरू हुआ था…. उसके बाद से एक के बाद एक मस्जिद पर मंदिर पर होने का दावा किया गया… और कोर्ट के आदेश के बाद उन मस्जिदों का सर्वे शुरु हुआ…. वहीं नवंबर दो हजार चौबीस में संभल के जामा मस्जिद के सर्वे का आदेश इलाहाबाद कोर्ट ने दिया…. बता दें कि आदेश के दूसरे दिन ही सर्वे टीम संभल जामा मस्जिद का सर्वे करने के लिए संभल जामा मस्जिद पहुंची…. और जिसके बाद टीम ने सर्वे करना शुरू किया… जिसके बाद वहां पर हिंसा हो गई…. पथराव और गोली बारी की घटना में पांच लोगों की जान चली गई और कई लोग घायल हो गए…. जिसके बाद वहां पर पुलिस बल की तैनाती कर दिया गया और संभल छावनी में तब्दील हो गया….
हिंसा के बाद विपक्ष योगी सरकार पर हमलावर हो गया…. और वहां के पीड़ितों से मिलने के लिए जाने लगा तो सरकार ने वहां पर जाने से रोक लगा दी…. जिसके बाद से सियासत जोरों पर होने लगी…. बीजेपी ने अपनी नाकामी को छुपाने के लिए तमाम लोगों पर एफआईआर दर्ज करवाया जिसमें संभल से सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क का भी नाम था…. जिसको लेकर सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कड़ी आपत्ति जताई और बीजेपी सरकार पर जमकर फायर हुए और कहा कि बीजेपी ने षडयंत्र के तहत सपा सांसद के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है… जबकि सांसद उस समय कर्नाटक में थे…. संभल में मौजूद नहीं थे…. जिसके बाद मामला बढ़ता चचा गया…. और योगी सरकार शांत होकर मंदिर मस्जिद के सर्वे कराने में मस्त है…. बता दें कि यूपी की योगी सरकार का शिक्षा, रोजगार, अपराध, महंगाई पर ध्यान नहीं है…. प्रदेश में बेरोजगारी ने रिकार्ड तोड़ दिया है…. अपराध चरम पर है…. महिलाओं पर आए दिन अत्याचार हो रहे है….. लेकिन योगी सरकार मंदिर मस्जिद करने में व्यस्त है…. उसको जनता से कुछ भी लेना देना नहीं है….
आपको बता दें कि संभल हिंसा में सांसद बर्क का नाम होने के चलते सासंद ने कोर्ट का रूख किया…. वहीं कोर्ट ने सांसद बर्क को बड़ी राहत देते हुए उनकी गिरफ्तारी पर रोक लगा दिया है…. समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क को इलाहाबाद हाईकोर्ट से एक बड़ी राहत मिली है…. कोर्ट ने 24 नवंबर को संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुई हिंसा से जुड़ी उनकी गिरफ्तारी पर रोक लगा दी है…. साथ ही हाईकोर्ट ने इस मामले में एफआईआर रद्द करने की बर्क की याचिका को खारिज कर दिया है….. कोर्ट का कहना था कि मामले की विवेचना जारी रहेगी…. और इस पर आगामी कार्यवाही होगी….आपको बता दें कि जियाउर्रहमान बर्क ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर…… अपने खिलाफ संभल में दर्ज एफआईआर की वैधानिकता को चुनौती दी थी…. और उन्होंने एफआईआर रद्द करने की मांग की थी…. और साथ ही याचिका में यह भी अनुरोध किया था कि जब तक इस मामले में अंतिम निर्णय नहीं हो जाता…… तब तक उनकी गिरफ्तारी और पुलिस की अन्य कार्रवाई पर रोक लगाई जाए…… सपा सांसद पर यह आरोप है कि 24 नवंबर को संभल में हुई हिंसा के दौरान उन्होंने लोगों को उकसाया था….. जिसके बाद उनके खिलाफ हिंसा के लिए उकसाने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई….. इस एफआईआर में जियाउर्रहमान बर्क का नाम प्रमुख रूप से लिया गया है….
संभल में 24 नवंबर को जामा मस्जिद के दोबारा सर्वे के दौरान हिंसा भड़क उठी थी….. पहले 19 नवंबर को कोर्ट के आदेश पर जामा मस्जिद का एक सर्वे किया गया था….. जिसमें यह दावा किया गया कि जामा मस्जिद के स्थान पर पहले हरिहर मंदिर हुआ करता था….. इस मुद्दे को लेकर 24 नवंबर को दूसरा सर्वे किया गया…. जिस दौरान माहौल तनावपूर्ण हो गया…. और हिंसा फैल गई…. हिंसा में चार लोगों की मौत हो गई जबकि 30 से अधिक लोग घायल हुए….. इस दौरान कई लोग गिरफ्तार भी हुए…. जिनमें सांसद जियाउर्रहमान बर्क और संभल विधायक इकबाल महमूद के बेटे सुहेल इकबाल का नाम प्रमुख रूप से लिया गया…. वहीं संभल थाने में दर्ज एफआईआर में जियाउर्रहमान बर्क पर हिंसा के लिए उकसाने का आरोप लगाया गया है। एफआईआर में यह उल्लेख किया गया कि जियाउर्रहमान बर्क…. और उनके सहयोगियों ने लोगों को हिंसा के लिए प्रेरित किया…. जिससे हिंसा भड़क गई…. इस मामले में पुलिस ने कई लोगों को गिरफ्तार किया है…. और यह मामला अब विवेचना के अधीन है….
वहीं हाईकोर्ट ने बर्क को गिरफ्तारी से फिलहाल राहत दी है….. लेकिन इस मामले की जांच जारी रहेगी….. कोर्ट ने यह स्पष्ट किया कि यह एक गंभीर मामला है…. और इसकी जांच सही तरीके से की जाएगी….. हाईकोर्ट का यह आदेश जियाउर्रहमान बर्क के लिए एक बड़ी राहत साबित हुआ है…. क्योंकि इससे उनकी गिरफ्तारी पर तत्काल रोक लगी है… और उनके खिलाफ किसी भी पुलिस कार्रवाई पर भी रोक लगी है…. हाइकोर्ट से सपा सांसद को मिली राहत के बाद से अब उनको पुलिस गिरफ्तार नहीं कर सकती है….
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के संभल जिले में स्थानीय अदालत में एक याचिका दायर कर दावा किया गया था…. कि चंदौसी के कोट मोहल्ले में जहां जामा मस्जिद है……. वहां पहले हरिहर मंदिर था….. उच्चतम न्यायालय के अधिवक्ता एवं मामले में याचिकाकर्ता विष्णु शंकर जैन ने बताया कि दीवानी न्यायाधीश (सीनियर डिविजन) की अदालत ने जामा मस्जिद के सर्वेक्षण के लिये ‘एडवोकेट कमीशन’ गठित करने के निर्देश दिये थे….. मस्जिद में 19 नवंबर की रात को सर्वे हुआ था…. और रविवार को फिर सर्वे करने के लिए टीम मस्जिद पहुंची थी…. इस सर्वे के लिए मस्जिद कमेटी ने भी अपनी सहमति दी है…. और दोनों पक्ष की मौजूदगी में मस्जिद का सर्वे किया जा रहा था…… 24 नवंबर को सर्वे की शेष कार्यवाही की जा रही थी….. यह सर्वेक्षण अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन द्वारा संभल के सिविल जज की अदालत में याचिका दायर करने के कुछ दिनों बाद किया गया….. जिसमें दावा किया गया था कि शाही जामा मस्जिद एक मंदिर की जगह पर खड़ी है…..
आपको बता दें कि के आदेश आदेश के मस्जिद में सर्वे का काम किया जा रहा था….. इसी बीच मस्जिद के बाहर भीड़ जमा होने लगी…. और सर्वे के विरोध में हंगामा शुरू हो गया…. कथित तौर पर अधिकारियों ने भीड़ को शांत कराने की कोशिश की…. लेकिन कुछ लोगों ने पुलिस की टीम को निशाना बनाते हुए पथराव शुरू कर दिया…. पथराव के बाद हिरासत में लिए गए लोगों के घरों से हथियार बरामद हुए थे….. उपद्रवियों पर एनएसए के तहत कार्रवाई की जाएगी….. हिंसा में चार युवकों की मौत हो गई…. और पत्थरबाजी की घटना में 20 पुलिसकर्मी घायल हुए थे…. वहीं हिंसा के बाद जिले में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई थी…. और साथ ही सभी स्कूल बंद भी किए गए थे….. दो महिलाओं सहित 21 लोग हिरासत में लिए गए था…..